जुलाई 21, 2025 8:15 अपराह्न

पोषण पखवाड़ा 2025 का 7वां संस्करण: भारत के पोषण मिशन को मज़बूती देने की दिशा में एक कदम

करेंट अफेयर्स: पोषण पखवाड़ा 2025 का 7वां संस्करण: भारत के पोषण मिशन को मजबूत करना, पोषण पखवाड़ा 2025, पोषण अभियान, पहले 1000 दिन पोषण भारत, सामुदायिक कुपोषण प्रबंधन, पोषण ट्रैकर नागरिक मॉड्यूल, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, सीएमएएम इंडिया

7th Edition of Poshan Pakhwada 2025: Strengthening India’s Nutrition Mission

पोषण पखवाड़ा 2025: भारत के पोषण मिशन को नई ऊर्जा

समसामयिक विषयों के प्रमुख शब्द: पोषण पखवाड़ा 2025, पोषण अभियान, पहले 1000 दिन पोषण भारत, समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन, पोषण ट्रैकर नागरिक मॉड्यूल, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, CMAM भारत, UPSC SSC TNPSC बैंकिंग Static GK

कुपोषण के खिलाफ केंद्रित राष्ट्रीय पहल

भारत सरकार ने 8 से 22 अप्रैल 2025 तक पोषण अभियान के तहत 7वें पोषण पखवाड़े का शुभारंभ किया है। इसका उद्देश्य कुपोषण से सबसे अधिक प्रभावित वर्गों—बच्चे, गर्भवती महिलाएं, धात्री माताएं और किशोरियों के पोषण परिणामों को सशक्त बनाना है। यह अभियान सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करता है और पोषण ट्रैकर जैसे डिजिटल टूल के माध्यम से ज़मीनी स्तर पर जागरूकता और निगरानी में सुधार लाता है।

पोषण पखवाड़ा 2025 के प्रमुख विषय

इस वर्ष के अभियान में चार प्रमुख विषयों पर विशेष ध्यान दिया गया है:

  • जीवन के पहले 1000 दिन, गर्भधारण से लेकर बच्चे के दो साल की आयु तक के पोषण की अहमियत को रेखांकित करता है।
  • पोषण ट्रैकर का लाभार्थी मॉड्यूल, नागरिकों को सीधे पोषण डिलीवरी की निगरानी में भाग लेने में सक्षम बनाता है।
  • CMAM (Community-Based Management of Acute Malnutrition)—स्थानीय तरीकों से गंभीर कुपोषण से निपटने की रणनीति।
  • बचपन में मोटापा, जो एक बढ़ती हुई चिंता है, इसके लिए स्वस्थ जीवनशैली पर विशेष जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।

राष्ट्रीय स्तर पर मंत्रालयों की संयुक्त भागीदारी

इस कार्यक्रम का नेतृत्व महिला एवं बाल विकास मंत्रालय कर रहा है और इसमें पाँच प्रमुख मंत्रालयोंस्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, शिक्षा, जल शक्ति और पंचायती राज का सहयोग है। यह संयुक्त प्रयासों के माध्यम से ज़िला और ग्राम स्तर पर समान उत्तरदायित्व सुनिश्चित करता है। देशभर में घरघर दौरे, पोषण मेलों और शैक्षणिक सत्रों का आयोजन किया जा रहा है।

जागरूकता से क्रियान्वयन तक: समुदाय की भागीदारी

इस अभियान का एक प्रमुख उद्देश्य समुदाय को कुपोषण प्रबंधन में भागीदार बनाना है। क्षेत्रीय कार्यकर्ता पोषण ट्रैकर से जोखिम में बच्चों की पहचान कर रहे हैं और स्वयंसेवक स्तनपान, पूरक आहार और स्वच्छता पर घर-घर जाकर जागरूकता फैला रहे हैं। महिला स्वयं सहायता समूह भी सक्रिय रूप से इन गतिविधियों में भाग लेकर पोषण को घरघर की चर्चा का विषय बना रहे हैं।

2018 से अब तक की यात्रा

पोषण अभियान की शुरुआत 8 मार्च 2018 को झुंझुनू, राजस्थान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य था बौनापन, कुपोषण, एनीमिया और कम वजन वाले जन्मों को कम करना। तब से हर साल पोषण पखवाड़ा एक वार्षिक मूल्यांकन और जागरूकता अभियान बन गया है। भारत के SDG 2030 लक्ष्य को पूरा करने में, यह पोषण प्रयास महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

स्थैतिक जीके झलक (Static GK Snapshot)

विषय विवरण
अभियान का नाम पोषण पखवाड़ा 2025
अवधि 8 अप्रैल – 22 अप्रैल 2025
प्रमुख मंत्रालय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
पोषण अभियान प्रारंभ 2018 (झुंझुनू, राजस्थान)
प्रमुख विषय पहले 1000 दिन, पोषण ट्रैकर, CMAM, मोटापा
डिजिटल टूल पोषण ट्रैकर लाभार्थी मॉड्यूल
मुख्य उद्देश्य बौनापन, एनीमिया और कुपोषण को कम करना
लक्षित समूह 0–6 वर्ष के बच्चे, 15–49 वर्ष की महिलाएं, किशोरियां
कार्यान्वयन तरीका सामुदायिक भागीदारी, बहु-मंत्रालयीय समन्वय

 

7th Edition of Poshan Pakhwada 2025: Strengthening India’s Nutrition Mission
  1. पोषण पखवाड़ा 2025 का 7वां संस्करण 8 अप्रैल से 22 अप्रैल तक मनाया जा रहा है।
  2. यह भारत के प्रमुख पोषण सुधार कार्यक्रम पोषण अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया है।
  3. अभियान का केंद्रबिंदु बच्चे, गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली माताएं और किशोरियाँ हैं।
  4. जीवन के पहले 1000 दिन प्रमुख विषय है, जो गर्भधारण से लेकर दो वर्ष की आयु तक के पोषण पर केंद्रित है।
  5. यह अभियान नागरिक सहभागिता के लिए पोषण ट्रैकर लाभार्थी मॉड्यूल को बढ़ावा देता है।
  6. CMAM (सामुदायिक आधारित तीव्र कुपोषण प्रबंधन) एक अन्य महत्वपूर्ण विषय है।
  7. बचपन में मोटापा और स्वस्थ जीवनशैली पर जागरूकता 2025 में जोड़ा गया नया आयाम है।
  8. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय क्रियान्वयन के लिए प्रमुख मंत्रालय है।
  9. इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास, जल शक्ति और पंचायती राज मंत्रालयों का सहयोग है।
  10. घरघर दौरे, पोषण मेलों और शैक्षिक सत्रों को आउटरीच रणनीति में शामिल किया गया है।
  11. फील्ड वर्कर पोषण ट्रैकर का उपयोग जोखिम में बच्चों की पहचान और निगरानी के लिए करते हैं।
  12. स्वयंसेवक घरघर जाकर स्तनपान, पूरक आहार और स्वच्छता पर शिक्षा देते हैं।
  13. महिला स्वयं सहायता समूह पोषण जागरूकता अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
  14. पोषण अभियान की शुरुआत 2018 में पीएम मोदी द्वारा राजस्थान के झुंझुनू से की गई थी।
  15. इस मिशन का उद्देश्य बौनापन, कुपोषण, एनीमिया और कम वजन जन्म को कम करना है।
  16. पोषण पखवाड़ा अब एक वार्षिक राष्ट्रीय अभियान बन चुका है जो पोषण प्रगति पर नज़र रखता है।
  17. यह अभियान SDG 2030 (सतत विकास लक्ष्य) के साथ स्वास्थ्य सुधार के लिए मेल खाता है।
  18. फोकस समूह में 0–6 वर्ष के बच्चे, 15–49 वर्ष की महिलाएं और किशोर शामिल हैं।
  19. सेवा वितरण में सामुदायिक पहुंच और बहुमंत्रालय समन्वय शामिल है।
  20. पोषण ट्रैकर जैसे डिजिटल टूल्स पारदर्शिता और डेटा आधारित हस्तक्षेप को सशक्त बनाते हैं।

 

Q1. पोषण पखवाड़ा 2025 के 7वें संस्करण की तिथियाँ क्या हैं?


Q2. पोषण पखवाड़ा अभियान का नेतृत्व किस मंत्रालय द्वारा किया जाता है?


Q3. “प्रथम 1000 दिन” विषय का मुख्य उद्देश्य क्या है?


Q4. पोषण अभियान के संदर्भ में CMAM का पूरा नाम क्या है?


Q5. पोषण अभियान 2018 में किस जिले से शुरू किया गया था?


Your Score: 0

Daily Current Affairs April 9

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

News of the Day

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.