रेगिस्तान में रक्षा सहयोग को मजबूती
भारत और मिस्र एक बार फिर ‘चक्रवात 2025’ नामक एक महत्वपूर्ण सैन्य अभ्यास के लिए साथ आए हैं। यह संयुक्त अभ्यास राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू हुआ है और यह 14 दिनों तक चलेगा। इसका मुख्य उद्देश्य विशेष बलों के बीच सामरिक विशेषज्ञता और संचालन समन्वय को विकसित करना है, विशेषकर कठोर रेगिस्तानी परिस्थितियों में।
कठिन भूभाग में विशेष सैन्य कौशल का परीक्षण
राजस्थान का शुष्क रेगिस्तान काउंटर–टेररिज्म, टोही अभियान, और सटीक छापों के अभ्यास के लिए आदर्श क्षेत्र है। ‘चक्रवात 2025’ केवल साधारण अभ्यास नहीं है — इसमें स्नाइपिंग, कॉम्बैट फ्री फॉल, निगरानी, और लक्ष्य निर्धारण जैसे विशेष अभियानों का अभ्यास भी शामिल है। ये स्थितियाँ सैनिकों की शारीरिक और मानसिक क्षमताओं की सख्त परीक्षा लेती हैं।
भारत और मिस्र के वीर योद्धा
भारत की ओर से हिस्सा ले रहा है पैरा रेजिमेंट (स्पेशल फोर्सेस), जो तेजी से तैनाती और कठिन मिशनों के लिए प्रसिद्ध है। ये सैनिक हवाई मार्ग से प्रवेश, रात के छापे और हर तरह के भू-भाग में काम करने के लिए प्रशिक्षित हैं। वहीं, मिस्र की ओर से कमांडो स्क्वाड्रन और एयरबोर्न पलटन शामिल हैं, जो रेगिस्तानी युद्ध और आतंकवाद-रोधी अभियानों में अनुभव रखते हैं। इस संयुक्त प्रशिक्षण से रणनीति तेज होगी और दोनों सेनाओं के बीच भरोसा मजबूत होगा।
वर्तमान समय में इस अभ्यास का महत्व
आज के समय में जब आतंकवाद, विद्रोह और सीमा अस्थिरता जैसे खतरे बढ़ रहे हैं, भारत और मिस्र का यह सहयोग एक सशक्त संदेश देता है। ‘चक्रवात 2025’ केवल सैन्य अभ्यास नहीं, बल्कि दो रणनीतिक क्षेत्रों — हिंद-प्रशांत और मध्य-पूर्व–अफ्रीका के मिलन बिंदु — के राष्ट्रों के बीच गहरे होते रिश्तों का प्रतीक है।
रणभूमि से परे: एक व्यापक दृष्टिकोण
इस अभ्यास का प्रभाव केवल सैन्य तक सीमित नहीं है। यह क्षेत्रीय सुरक्षा, रणनीतिक विश्वास, और सैन्य कूटनीति को भी बढ़ावा देता है। भारत और मिस्र मिलकर वैश्विक रक्षा मामलों, शांति मिशनों और मानवता आधारित अभियानों में भी सहयोग कर रहे हैं। जैसे-जैसे दुनियाभर में सैन्य आदान-प्रदान बढ़ रहा है, ऐसे अभ्यास साझा मूल्यों और सुरक्षा लक्ष्यों को दर्शाते हैं।
STATIC GK SNAPSHOT (स्थैतिक सामान्य ज्ञान झलक)
विषय | विवरण |
अभ्यास का नाम | चक्रवात 2025 |
भागीदार देश | भारत और मिस्र |
स्थान | महाजन फील्ड फायरिंग रेंज, राजस्थान |
अवधि | 14 दिन |
भारतीय सेना इकाई | पैरा रेजिमेंट (स्पेशल फोर्सेस) |
मिस्र की इकाइयाँ | कमांडो स्क्वाड्रन, एयरबोर्न पलटन |
प्रमुख उद्देश्य | विशेष बलों का प्रशिक्षण, पारस्परिक संचालन क्षमता, आतंकवाद-रोधी सहयोग |
अभ्यास गतिविधियाँ | स्नाइपिंग, फ्री फॉल, छापे, निगरानी |
रणनीतिक महत्व | क्षेत्रीय सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूती |
सैन्य कूटनीति का लक्ष्य | भारत-मिस्र रक्षा समन्वय को प्रगाढ़ बनाना |