जुलाई 20, 2025 11:48 पूर्वाह्न

खंजर-XII: भारत-किर्गिस्तान विशेष बलों ने क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग को मज़बूत किया

करेंट अफेयर्स: खंजर-XII: भारत-किर्गिस्तान विशेष बल क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करेंगे, खंजर-XII 2025, भारत-किर्गिस्तान सैन्य अभ्यास, विशेष बल प्रशिक्षण, भारतीय पैराशूट रेजिमेंट, किर्गिज़ स्कॉर्पियन ब्रिगेड, उच्च ऊंचाई युद्ध, आतंकवाद विरोधी अभ्यास, नवरोज़ समारोह सैन्य

KHANJAR-XII: India-Kyrgyzstan Special Forces Strengthen Regional Security

किर्गिस्तान में शुरू हुआ खंजर-XII सैन्य अभ्यास

भारत और किर्गिस्तान के संयुक्त विशेष बल अभ्यास खंजर-XII का 12वां संस्करण 10 मार्च 2025 से किर्गिस्तान में शुरू हुआ और यह 23 मार्च 2025 तक चलेगा। 2011 में शुरू हुआ यह अभ्यास अब एक प्रमुख द्विपक्षीय सैन्य ड्रिल बन चुका है, जिसे दोनों देशों द्वारा बारीबारी से होस्ट किया जाता है। इसका उद्देश्य आतंकवाद विरोधी रणनीति, ऊँचाई पर संचालन और विशेष बलों के बीच समन्वय को मजबूत करना है। पिछला संस्करण, खंजर-XI, जनवरी 2024 में भारत में आयोजित किया गया था।

विशिष्ट बल और यथार्थपरक अभियान

भारत की ओर से पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल) इस अभ्यास में भाग ले रही है, जो आतंकवाद विरोध, बंधक बचाव, और पर्वतीय युद्ध में अपनी विशेषज्ञता के लिए प्रसिद्ध है। किर्गिस्तान की स्कॉर्पियन ब्रिगेड, ऊँचाई पर युद्ध कौशल में दक्ष, इस अभ्यास में उनकी प्रतिनिधि है। दोनों पक्ष शहरी और पहाड़ी युद्ध परिदृश्यों का अनुकरण करते हुए संयुक्त अभियानों में शामिल होंगे, जिससे यथार्थ समय में समन्वय और मानक संचालन प्रक्रियाएं विकसित की जा सकेंगी। विशिष्ट बलों की भागीदारी इस अभ्यास की रणनीतिक गहराई को दर्शाती है।

रणनीतिक प्रशिक्षण और युद्धाभ्यास के उद्देश्य

खंजर-XII अभ्यास में कई रणनीतिक क्षेत्र शामिल हैं, जो क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। इनमें शामिल हैं: शहरी एवं पर्वतीय क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी प्रशिक्षण, स्नाइपिंग तकनीक, कक्ष हस्तक्षेप ड्रिल, और कठोर परिस्थितियों में जीवित रहने के अभ्यासकिर्गिस्तान की पहाड़ी भौगोलिक स्थितियाँ इन युद्ध अभ्यासों के लिए आदर्श हैं। प्रतिभागी जमीनी विशेष अभियानों का अनुकरण, टोही मिशन, और संयुक्त मिशन योजना के ज़रिए पारस्परिकता (interoperability) को बढ़ाएंगे।

सांस्कृतिक कूटनीति: सैन्य संबंधों में नई गहराई

यह अभ्यास केवल युद्ध तकनीकों तक सीमित नहीं है, बल्कि सांस्कृतिक आदानप्रदान कार्यक्रमों को भी शामिल करता है। एक खास पहलु है नोवरूज़ उत्सव की संयुक्त मनाई गई सांस्कृतिक गतिविधियाँ, जो एकता और नए आरंभ का प्रतीक है। ऐसे आयोजनों से सैनिकों में पारस्परिक मित्रता, सामाजिक संबंध, और विश्वास का निर्माण होता है। यह भारतकिर्गिस्तान के द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को गहराई प्रदान करता है

खंजर-XII का रणनीतिक महत्व

खंजर-XII अभ्यास, क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी सहयोग और भारतमध्य एशियाई रक्षा रणनीति की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह भारत की ऊँचाई पर संघर्ष क्षमता और विषम खतरों से निपटने की तैयारी को मजबूत करता है। किर्गिस्तान के लिए, यह अभ्यास अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप उग्रवाद विरोधी तैयारी में सहायक है। समग्र रूप में यह अभ्यास दक्षिण और मध्य एशिया में शांति एवं सुरक्षा को मज़बूती प्रदान करता है।

STATIC GK SNAPSHOT (हिंदी में)

विशेषता विवरण
अभ्यास का नाम खंजर-XII (भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास)
शुरुआत वर्ष 2011
वर्तमान संस्करण 12वां (10–23 मार्च, 2025)
मेज़बान देश किर्गिस्तान
भारतीय बल पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल)
किर्गिज बल स्कॉर्पियन ब्रिगेड
प्रमुख फोकस क्षेत्र आतंकवाद विरोध, पर्वतीय युद्ध, संयुक्त विशेष अभियान
सांस्कृतिक पहलु नोवरूज़ उत्सव की संयुक्त मनाई गई सांस्कृतिक गतिविधियाँ
रणनीतिक महत्व क्षेत्रीय सुरक्षा, रक्षा कूटनीति, आतंकवाद विरोधी समन्वय

 

KHANJAR-XII: India-Kyrgyzstan Special Forces Strengthen Regional Security
  1. खंजर-XII, भारत-किर्गिस्तान विशेष बलों के सैन्य अभ्यास का 12वां संस्करण, 10 मार्च 2025 से शुरू हुआ।
  2. यह संयुक्त सैन्य अभ्यास किर्गिस्तान में आयोजित किया जा रहा है और 23 मार्च 2025 तक चलेगा।
  3. खंजर अभ्यास 2011 में एक द्विपक्षीय आतंकवाद विरोधी अभ्यास के रूप में शुरू हुआ था।
  4. यह अभ्यास भारत और किर्गिस्तान के बीच बारीबारी से आयोजित होता है, जिससे भौगोलिक परिचितता बढ़ती है।
  5. भारत की ओर से पैराजंप रेजिमेंट (विशेष बल) खंजर-XII में भाग ले रही है।
  6. किर्गिस्तान की ओर से उच्च ऊंचाई पर युद्ध में प्रशिक्षित स्कॉर्पियन ब्रिगेड अभ्यास में हिस्सा ले रही है।
  7. अभ्यास का ध्यान आतंकवाद विरोध, शहरी युद्ध और पर्वतीय अभियानों पर केंद्रित है।
  8. इसमें स्नाइपिंग, कमरे में हस्तक्षेप, और प्रतिकूल इलाकों में जीवित रहने की प्रशिक्षण गतिविधियाँ शामिल हैं।
  9. संयुक्त प्रशिक्षण में लाइव टोही मिशन और विशेष ऑपरेशन का अनुकरण भी शामिल है।
  10. इसका उद्देश्य इंटरऑपरेबिलिटी और वास्तविक समय सामरिक समन्वय बनाना है।
  11. पिछला संस्करण, खंजर-XI, जनवरी 2024 में भारत में आयोजित हुआ था।
  12. किर्गिस्तान की पर्वतीय भौगोलिक स्थिति के कारण ऊँचाई पर युद्ध अभ्यास का केंद्रीय विषय है।
  13. मध्य एशियाई त्योहार नवरोज़ को सैन्यसांस्कृतिक कूटनीति के रूप में मनाया जाता है।
  14. इस तरह के सांस्कृतिक आदान-प्रदान सैनिकों में भाईचारा और राजनयिक विश्वास को बढ़ाते हैं।
  15. खंजर-XII भारत को विषम और सीमा पार खतरों के प्रति तैयार करने में मदद करता है।
  16. यह अभ्यास भारत की भारतमध्य एशिया रक्षा सहयोग नीति के लक्ष्यों से मेल खाता है
  17. यह क्षेत्र में आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ संयुक्त प्रतिक्रिया क्षमताओं का निर्माण करता है।
  18. खंजर अभ्यास द्विपक्षीय रक्षा कूटनीति और बहुपक्षीय मिशन तैयारियों को मजबूत करता है।
  19. यह अभ्यास मध्य एशिया में भारत के क्षेत्रीय प्रभाव को बढ़ाता है।
  20. खंजर-XII, साझा मूल्यों और सुरक्षा हितों पर आधारित रणनीतिक सहयोग का एक मॉडल प्रस्तुत करता है।

Q1. 2025 में आयोजित KHANJAR अभ्यास का कौन-सा संस्करण था?


Q2. KHANJAR-XII में भारत की कौन-सी विशेष बल इकाई भाग ले रही है?


Q3. KHANJAR-XII में प्रशिक्षण का प्रमुख भौगोलिक फोकस क्या था?


Q4. KHANJAR-XII के दौरान कौन-सा सांस्कृतिक त्योहार संयुक्त रूप से मनाया गया?


Q5. 2025 में KHANJAR-XII कहां आयोजित किया गया था?


Your Score: 0

Daily Current Affairs March 9

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

दिन की खबरें

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.