भारतीय सेना के इतिहास में एक ऐतिहासिक नाम परिवर्तन
भारतीय सेना के पूर्वी कमान मुख्यालय, जो अब तक कोलकाता स्थित फोर्ट विलियम के नाम से जाना जाता था, को दिसंबर 2024 में आधिकारिक रूप से विजय दुर्ग नाम दिया गया। यह कदम सरकार की औपनिवेशिक नामों को हटाकर स्वदेशी सैन्य गौरव को बढ़ावा देने की पहल का हिस्सा है। अब तक जिस किले का नाम ब्रिटिश राजा विलियम III के नाम पर था, वह अब भारत की विजयगाथा और वीरता का प्रतीक बन गया है।
फोर्ट विलियम का ऐतिहासिक महत्व
फोर्ट विलियम का निर्माण 1781 में अंग्रेजों द्वारा किया गया था। यह किला हुगली नदी के पूर्वी किनारे पर स्थित है और ब्रिटिश शासन के दौरान बंगाल में सैन्य नियंत्रण और व्यापारिक सुरक्षा का प्रमुख केंद्र रहा। यह किला विदेशी शासन के प्रतीक के रूप में लंबे समय तक जाना गया, जिसे अब भारत अपने इतिहास के गौरवशाली अध्याय में बदल रहा है।
‘विजय दुर्ग’ नाम क्यों चुना गया?
‘विजय दुर्ग‘ नाम महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग तट पर स्थित प्रसिद्ध नौसैनिक किले से प्रेरित है, जो कभी छत्रपति शिवाजी महाराज के नियंत्रण में था। यह किला भारतीय सैन्य रणनीति, समुद्री शक्ति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक रहा है। इसलिए, फोर्ट विलियम का नाम बदलकर विजय दुर्ग करना सिर्फ नाम का परिवर्तन नहीं, बल्कि भारतीय शौर्य परंपरा को सम्मानित करने की पहल है।
अन्य स्थानों के नाम में बदलाव
इस अवसर पर फोर्ट विलियम परिसर के भीतर दो अन्य स्थानों का नाम भी बदला गया है:
- किचनर हाउस का नाम अब मानेकशॉ हाउस रखा गया है, जो 1971 भारत–पाक युद्ध के नायक फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के सम्मान में है।
- सेंट जॉर्ज गेट को अब शिवाजी गेट कहा जाएगा, जो भारतीय सैन्य विरासत के नायकों को सम्मान देने की दिशा में एक और कदम है।
उपनिवेशवाद से मुक्ति की राष्ट्रीय पहल से सामंजस्य
यह नाम परिवर्तन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए सार्वजनिक स्थलों के भारतीयकरण अभियान का हिस्सा है। इस अभियान के अंतर्गत राजपथ को ‘कर्तव्य पथ‘ नाम दिया गया और एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों में इतिहास को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया जा रहा है। विजय दुर्ग का यह नामकरण भारतीय पहचान को पुनर्स्थापित करने का प्रतीक बन गया है।
परंपरा का संरक्षण और बलिदान को सम्मान
हालांकि नाम बदला गया है, लेकिन विजय दुर्ग में अब भी 1971 के भारत–पाक युद्ध और बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की याद में समर्पित संग्रहालय मौजूद है। साथ ही, प्रवेश द्वार पर एक युद्ध स्मारक स्थापित है, जो भारतीय सेना के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है। यह किला अब अतीत और वर्तमान के बीच सेतु का कार्य करता है।
STATIC GK SNAPSHOT
विषय | विवरण |
पूर्व नाम | फोर्ट विलियम |
नया नाम | विजय दुर्ग |
नाम परिवर्तन की तिथि | दिसंबर 2024 |
स्थान | कोलकाता, पश्चिम बंगाल |
किसके द्वारा नाम बदला गया | भारतीय सेना – पूर्वी कमान मुख्यालय |
किचनर हाउस का नया नाम | मानेकशॉ हाउस |
सेंट जॉर्ज गेट का नया नाम | शिवाजी गेट |
विजय दुर्ग का प्रेरणा स्थल | महाराष्ट्र का सिंधुदुर्ग तट स्थित किला |
प्रधानमंत्री की पहल | राजपथ को कर्तव्य पथ नाम देना, उपनिवेशीकरण से मुक्ति |
युद्ध स्मारक | 1971 भारत-पाक युद्ध और बांग्लादेश मुक्ति संग्राम को समर्पित |
परीक्षा उपयोगिता | भारतीय सेना संरचनाएं, उपनिवेशीकरण से मुक्ति, सैन्य स्थापत्य GK |