जुलाई 19, 2025 1:17 पूर्वाह्न

उत्तर भारत का कपास संकट और Bollgard-3 पर बहस

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North India’s Cotton Crisis and the Bollgard-3 Debate

पंजाब का कपास संकट: समृद्धि से पतन तक

1990 के दशक में जहां पंजाब में 8 लाख हेक्टेयर में कपास की खेती होती थी, वहीं 2024 में यह आंकड़ा सिर्फ 1 लाख हेक्टेयर रह गया है। इसका मुख्य कारण है — कीट प्रकोप। पुराने जीएम कपास वेरिएंट जैसे बोलगार्ड-1 और बोलगार्ड-2 अब सफेद मक्खियों और गुलाबी सुंडियों का मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं, जिससे किसानों की उपज घट रही है और लागत बढ़ रही है।

बोलगार्ड-3 की उम्मीद: क्या बायोटेक फसल को बचाएगा?

बोलगार्ड-3, जिसे मॉन्सेंटो ने विकसित किया है, में तीन Bt प्रोटीन (Cry1Ac, Cry2Ab, Vip3A) होते हैं जो कीटों के पाचन तंत्र पर असर डालते हैं। किसान मानते हैं कि यह गुलाबी सुंडी पर नियंत्रण पा सकता है और कीटनाशकों पर निर्भरता घटा सकता है। लेकिन सरकारी स्वीकृति की कमी के कारण इसका इस्तेमाल अभी संभव नहीं है।

जिनिंग उद्योग की तबाही

कपास की गिरती फसल का असर जिनिंग उद्योग पर भी पड़ा है। 2004 में पंजाब में 422 जिनिंग यूनिट्स थीं, जबकि 2024 में केवल 22 चालू हैं। इससे रोजगार में गिरावट और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर संकट आया है। तकनीक के अपडेट में देरी ने संकट को और बढ़ा दिया है।

नियामक देरी और किसानों की निराशा

बोलगार्ड-3 के साथ-साथ बोलगार्ड-2 राउंडअप रेडी फ्लेक्स (BG-2RRF) भी 2012–13 में सफल फील्ड ट्रायल के बावजूद नियामक जटिलताओं में फंसा है। यह किस्म हर्बीसाइडटोलेरेंट है जो खरपतवार नियंत्रण में मदद करती है। स्वीकृति में देरी के कारण किसान उन्नत तकनीक से वंचित हैं और कीट प्रकोप से परेशान हैं।

वैश्विक तुलना: भारत बनाम ब्राज़ील

भारत और ब्राज़ील की तुलना से स्पष्ट है कि भारत तकनीकी रूप से पीछे है। ब्राज़ील में कपास की उत्पादकता 2,400 किलोग्राम/हेक्टेयर है, जबकि भारत में औसत केवल 450 किलोग्राम/हेक्टेयर है। वहीं, ब्राज़ील के किसान 85% मुनाफा कमाते हैं, जबकि भारत में केवल 15%। यह दिखाता है कि पुरानी नीतियाँ किसानों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा से दूर कर रही हैं

STATIC GK SNAPSHOT (प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु)

विषय विवरण
पंजाब में कपास क्षेत्र (2024) 1 लाख हेक्टेयर
बोलगार्ड-3 किसने विकसित किया मॉन्सेंटो
बोलगार्ड-3 के Bt प्रोटीन Cry1Ac, Cry2Ab, Vip3A
जिनिंग यूनिट्स (2004 से 2024) 422 → 22
प्रमुख कीट सफेद मक्खी, गुलाबी सुंडी
ब्राज़ील की कपास उत्पादकता 2,400 किलोग्राम/हेक्टेयर
भारत की औसत कपास उत्पादकता 450 किलोग्राम/हेक्टेयर
अनुमोदन की प्रतीक्षा में बोलगार्ड-2RRF
फील्ड ट्रायल वर्ष 2012–13
भारत में Bt कपास की शुरुआत 2002 (बोलगार्ड-1)

 

North India’s Cotton Crisis and the Bollgard-3 Debate
  1. पंजाब में कपास की खेती का रकबा 2024 में घटकर 1 लाख हेक्टेयर रह गया, जो 1990 के दशक में 8 लाख हेक्टेयर था।
  2. इस गिरावट का मुख्य कारण है व्हाइटफ्लाई और पिंक बॉलवर्म जैसे कीटों का तीव्र हमला।
  3. Bollgard-1 और Bollgard-2, अब नए कीट प्रजातियों पर प्रभावी नहीं रहे हैं।
  4. किसान मोंसेंटो द्वारा विकसित GM कपास Bollgard-3 की मंजूरी की मांग कर रहे हैं।
  5. Bollgard-3 में तीन Bt प्रोटीन (Cry1Ac, Cry2Ab, Vip3A) होते हैं जो कीट प्रतिरोध प्रदान करते हैं।
  6. यह नया संस्करण लेपिडोप्टेरन कीटों के पाचन तंत्र को प्रभावित कर उन्हें खत्म करता है।
  7. विनियामक मंजूरी में देरी के कारण Bollgard-3 को भारत में अब तक अनुमति नहीं मिली है।
  8. Bollgard-2 Roundup Ready Flex (BG-2RRF), जिसे 2012–13 में परीक्षण की मंजूरी मिली थी, आज तक अंतिम अनुमति की प्रतीक्षा में है।
  9. BG-2RRF एक शाकनाशीसहिष्णु जीएम कपास है, जो कुशल खरपतवार नियंत्रण में मदद करता है।
  10. पंजाब में जिनिंग इकाइयों की संख्या 2004 के 422 से घटकर 2024 में केवल 22 रह गई है।
  11. यह कपास संकट उत्तर भारत में नौकरियों की हानि और ग्रामीण आर्थिक तनाव को जन्म दे रहा है।
  12. ब्राज़ील की कपास उत्पादकता 2,400 किलोग्राम/हेक्टेयर है, जबकि भारत की सिर्फ 450 किलोग्राम/हेक्टेयर
  13. ब्राज़ीली किसान 85% मुनाफा कमाते हैं, जबकि भारतीय किसानों को सिर्फ 15% लाभ होता है।
  14. जैव प्रौद्योगिकी को अपनाने में देरी, भारत की वैश्विक कपास प्रतिस्पर्धा को रोक रही है।
  15. भारत में पहली बार GM कपास (Bollgard-1) 2002 में शुरू किया गया था।
  16. यह संकट भारत की कृषि जैवप्रौद्योगिकी नीति में खामियों को उजागर करता है
  17. उन्नत जैवप्रौद्योगिकी, रासायनिक कीटनाशकों की निर्भरता को घटा सकती है
  18. किसानों को नई GM बीज तक पहुंच होने से लागत बढ़ रही है और लाभ घट रहा है
  19. कपास उत्पादन में यह बड़ा अंतर पुरानी नीतियों और नियामक निष्क्रियता का परिणाम है।
  20. Bollgard-3 को लेकर चल रही बहस, भारतीय कृषि में नवाचार की तत्काल आवश्यकता को दर्शाती है।

 

Q1. पंजाब में कपास की फसल विफलता के लिए मुख्य रूप से कौन से कीट जिम्मेदार हैं?


Q2. बॉलगार्ड-3 कपास में उपयोग किए गए तीन Bt प्रोटीन कौन से हैं?


Q3. 2024 में पंजाब में कितनी जिनिंग यूनिट्स सक्रिय थीं?


Q4. भारत में 2012–13 से किस जीएम कपास किस्म की स्वीकृति लंबित है?


Q5. भारत में औसत कपास उत्पादन ब्राजील की तुलना में कितना है?


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