जुलाई 20, 2025 11:21 पूर्वाह्न

वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे 2025: वित्तीय प्रतिबद्धता से संरक्षण को मजबूती

समसामयिक मामले: विश्व वन्यजीव दिवस 2025: वित्तीय प्रतिबद्धता के माध्यम से संरक्षण को मजबूत करना, विश्व वन्यजीव दिवस 2025, वन्यजीव निवेश थीम, जैव विविधता वित्त भारत, सीआईटीईएस 1973 संधि, संयुक्त राष्ट्र पालन दिवस, 3 मार्च पर्यावरण दिवस, सतत संरक्षण मॉडल, लुप्तप्राय प्रजातियों के बारे में जागरूकता

World Wildlife Day 2025: Strengthening Conservation Through Financial Commitment

3 मार्च को प्रकृति की विविधता का उत्सव

हर साल 3 मार्च को दुनियाभर में विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है ताकि जंगली पौधों और जानवरों के संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। जैसे-जैसे पृथ्वी एक गंभीर विलुप्तिकरण संकट का सामना कर रही है, यह दिन जैव विविधता और पारिस्थितिक संतुलन की रक्षा के लिए वैश्विक आह्वान बन गया है। करोड़ों प्रजातियाँ संकट में हैं, इसलिए यह संदेश पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गया है।

2025 का विषय: संरक्षण के लिए वित्तीय समाधान

इस वर्ष का विषय है वन्यजीव संरक्षण वित्त: लोगों और ग्रह में निवेश। यह थीम दर्शाती है कि कैसे वित्तीय रणनीतियाँ संरक्षण प्रयासों को मजबूती प्रदान कर सकती हैं। यह सरकारों, व्यवसायों और नागरिक समाज को प्रेरित करती है कि वे ऐसे कार्यक्रमों में संसाधन लगाएँ जो प्रकृति और स्थानीय समुदायों दोनों को लाभ पहुँचाते हों।

इस दिन की स्थापना कैसे हुई?

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2013 में 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस के रूप में घोषित किया था। पहली बार यह दिन 2014 में मनाया गया। यह तारीख 1973 में हस्ताक्षरित CITES संधि की वर्षगांठ को दर्शाती है, जो संकटग्रस्त वनस्पतियों और जीवों के व्यापार को नियंत्रित करने वाली एक वैश्विक संधि है।

संकटग्रस्त वन्यजीवों के लिए CITES का कानूनी कवच

CITES (Convention on International Trade in Endangered Species) आज 184 देशों द्वारा हस्ताक्षरित एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संरक्षण संधि है। यह वर्तमान में 38,000 से अधिक प्रजातियों के व्यापार को नियंत्रित करती है और अवैध शिकार और व्यापार को रोकने में मदद करती है। यह संधि वन्यजीवों की सतत सुरक्षा के लिए एक मजबूत आधार बन चुकी है।

जागरूकता अभियान और वैश्विक भागीदारी

इस अवसर पर शिक्षण कार्यक्रम, नीतिगत सेमिनार, विद्यालय गतिविधियाँ, और सामुदायिक रैलियाँ आयोजित की जाती हैं। सोशल मीडिया पर #WorldWildlifeDay2025 और #InvestInNature जैसे हैशटैग से अभियान को बढ़ावा दिया जाता है। विद्यार्थी, कार्यकर्ता और सरकारें इस संवाद में हिस्सा लेते हैं।

वन्यजीवों के लिए फंडिंग क्यों ज़रूरी है?

संरक्षण के किसी भी प्रयास के लिए निरंतर वित्तीय सहायता आवश्यक है। एंटीपॉचिंग गश्त, आवास पुनर्बहाली, और प्रवासन गलियारे जैसे सभी प्रयासों को स्थिर धन स्रोतों की जरूरत होती है। भारत में बाघ और हाथी संरक्षण जैसे कार्यक्रमों को करोड़ों रुपयों की वार्षिक निवेश की आवश्यकता होती है।

भविष्य के संरक्षण के लिए वित्त पोषण के नए मॉडल

अब ग्रीन बॉन्ड, इकोटूरिज्म आय, और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के ज़रिये वित्तीय सहायता बढ़ाई जा रही है। सार्वजनिकनिजी भागीदारी (PPP) और सरकारसमर्थित फंड भी एक प्राकृतिकअर्थव्यवस्था आधारित भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

STATIC GK SNAPSHOT (प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु)

विषय विवरण
मनाने की तारीख 3 मार्च (हर वर्ष)
2025 की थीम Wildlife Conservation Finance: Investing in People and Planet
घोषित किया संयुक्त राष्ट्र महासभा, 2013
पहली बार मनाया गया 2014
CITES पर हस्ताक्षर 3 मार्च, 1973
CITES का पूर्ण रूप Convention on International Trade in Endangered Species
संरक्षित प्रजातियाँ 38,000+ वनस्पतियाँ और जीव
CITES सदस्य देश 184
भारत की पहल बाघ अभयारण्य, हाथी गलियारे, आवास संरक्षण
प्रमुख हैशटैग #WorldWildlifeDay2025, #FinanceForWildlife, #InvestInNature

 

World Wildlife Day 2025: Strengthening Conservation Through Financial Commitment
  1. वर्ल्ड वाइल्डलाइफ़ डे हर साल 3 मार्च को जैव विविधता संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
  2. 2025 का विषय है: “Wildlife Conservation Finance: Investing in People and Planet”
  3. इस दिन की घोषणा 2013 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी और इसे पहली बार 2014 में मनाया गया
  4. 3 मार्च, CITES संधि पर 1973 में हस्ताक्षर किए जाने की तिथि भी है।
  5. CITES का पूरा नाम है Convention on International Trade in Endangered Species
  6. CITES, 38,000 से अधिक वन्य जीवजंतुओं और वनस्पतियों की व्यापारिक निगरानी करता है।
  7. 184 देश CITES के सदस्य हैं, जिससे यह संधि वैश्विक प्रभाव वाली बनती है
  8. 2025 का थीम वन्यजीव संरक्षण पहलों में वित्तीय निवेश को महत्व देता है।
  9. सरकारों, कंपनियों और नागरिक समाज से संरक्षण के लिए निधि जुटाने की अपील की गई है।
  10. फंडिंग के प्रमुख स्रोतों में ग्रीन बॉन्ड, कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) निधि, और ईकोटूरिज्म राजस्व शामिल हैं।
  11. पब्लिकप्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के माध्यम से संरक्षण निधि को मजबूत किया जा रहा है।
  12. भारत में बाघ रिजर्व और हाथी गलियारे जैसे कार्यक्रमों को हर साल करोड़ों की फंडिंग की आवश्यकता होती है।
  13. वनों की कटाई रोकना, आवास पुनर्स्थापना और वन्यजीवों का सुरक्षित प्रवासन, स्थिर वित्तपोषण पर निर्भर हैं।
  14. यह दिन सामुदायिक अभियानों, नीति संवादों और छात्र गतिविधियों को प्रोत्साहित करता है।
  15. प्रमुख हैशटैग हैं: #WorldWildlifeDay2025 और #InvestInNature
  16. अब संरक्षण को हरित अर्थव्यवस्था और सतत विकास से जोड़ा जा रहा है।
  17. भारत की रणनीति में प्राकृतिक आवास बहाली और वन्यजीव संपर्क परियोजनाएं शामिल हैं।
  18. यह आयोजन विलुप्ति संकट की वैश्विक याद दिलाने वाला अवसर बन चुका है।
  19. केंद्रबिंदु है: आर्थिक नियोजन को पारिस्थितिकीय ज़िम्मेदारी से जोड़ना
  20. 2025 का आयोजन, वित्तीय रूप से मजबूत और प्रकृतिसमर्थ अर्थव्यवस्था की मांग करता है।

 

Q1. विश्व वन्यजीव दिवस 2025 की थीम क्या है?


Q2. विश्व वन्यजीव दिवस हर साल किस तिथि को मनाया जाता है?


Q3. CITES का पूरा नाम क्या है?


Q4. विश्व वन्यजीव दिवस पहली बार कब मनाया गया था?


Q5. 2025 की थीम में उल्लिखित वन्यजीव संरक्षण के लिए नई वित्तपोषण विधि कौन-सी है?


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