संरक्षण में एक ऐतिहासिक उपलब्धि
लगभग 30 वर्षों के अंतराल के बाद, केप गिद्धों का एक झुंड दक्षिण अफ्रीका के पूर्वी केप क्षेत्र में Mountain Zebra National Park के पास Spitskop Cradock इलाके में देखा गया। कुल 85 गिद्धों की उपस्थिति दर्ज की गई, जो इस प्रजाति के प्राकृतिक पुनरागमन और क्षेत्रीय पारिस्थितिक संतुलन की वापसी का प्रतीक है।
पारिस्थितिकी में केप गिद्धों की भूमिका
केप गिद्ध (Gyps coprotheres) Accipitridae कुल से संबंधित हैं और इन्हें ओल्ड वर्ल्ड वल्चर वर्ग में रखा गया है। ये प्रकृति के मृतभक्षी सफाईकर्मी हैं, जो मवेशियों और जानवरों के शवों को खाकर रैबीज़, एंथ्रैक्स और बोटुलिज़्म जैसी बीमारियों की रोकथाम करते हैं। इनकी उपस्थिति पारिस्थितिकी तंत्र की स्वच्छता और स्वास्थ्य बनाए रखने में सहायक होती है।
मानवीय गतिविधियों से घटती जनसंख्या
1980 से 2000 के दशक की शुरुआत तक, केप गिद्धों की संख्या में लगभग 70% की गिरावट दर्ज की गई। इसके प्रमुख कारण थे—आवास अतिक्रमण, ज़हर देना, बिजली के तारों से टकराव, और भोजन स्रोतों की कमी। IUCN रेड लिस्ट ने इन्हें “असुरक्षित (Vulnerable)” श्रेणी में रखा है, और 2021 में इनकी वैश्विक जनसंख्या 9,600 से 12,800 के बीच आंकी गई थी।
अफ्रीका में गिद्ध संकट की व्यापक तस्वीर
विश्व में पाई जाने वाली 23 गिद्ध प्रजातियों में से केवल तीन अफ्रीका में स्थानिक हैं, और केप गिद्ध उनमें से एक है। “अफ्रीकी गिद्ध संकट“ शब्द उस महाद्वीपीय संकट को दर्शाता है जिसमें जानबूझकर ज़हर देना, अवैध व्यापार, और अस्थिर कृषि पद्धतियाँ प्रमुख कारण हैं। ओल्ड वर्ल्ड और न्यू वर्ल्ड दोनों गिद्ध अब विलुप्ति के खतरे में हैं।
संरक्षण प्रयास और उम्मीद की किरण
दक्षिण अफ्रीकी NGO वलप्रो (Vulpro) ने गिद्धों के संरक्षण हेतु राहत केंद्रों, ट्रैकिंग प्रोग्राम, और जनजागरूकता अभियानों की शुरुआत की है। विशेषज्ञों ने ज़हरीले रसायनों पर प्रतिबंध, बर्ड–फ्रेंडली बिजली ढाँचे, और भोजन सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देने की मांग की है ताकि गिद्धों को सुरक्षित रखा जा सके।
भविष्य की दिशा: सामूहिक जिम्मेदारी और सतत प्रयास
पूर्वी केप में गिद्धों की वापसी न केवल एक पारिस्थितिक सफलता है, बल्कि यह लगातार प्रयासों और नीतिगत समर्थन की भी साक्षी है। विशेषज्ञों ने आग्रह किया है कि सामाजिक सोच में बदलाव लाकर मृतभक्षी प्रजातियों को ‘गंदा‘ नहीं बल्कि जरूरी‘ माना जाए, ताकि संरक्षण के प्रयास जनभागीदारी से मजबूत हों।
STATIC GK SNAPSHOT (प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु स्थायी तथ्य)
विषय | विवरण |
वैज्ञानिक नाम | Gyps coprotheres |
वर्गीकरण | Accipitridae (ओल्ड वर्ल्ड वल्चर) |
संरक्षण स्थिति | Vulnerable (IUCN के अनुसार) |
अंतिम दृश्य की अवधि | 30 वर्षों के बाद |
जनसंख्या सीमा (2021) | 9,600 से 12,800 परिपक्व गिद्ध |
मुख्य खतरे | ज़हर, आवास नष्ट होना, विद्युत तारों से मौत, खाद्य स्रोतों की कमी |
पारिस्थितिक कार्य | शवभक्षण के माध्यम से बीमारियों की रोकथाम |
संरक्षण संस्था | Vulpro, दक्षिण अफ्रीका |
हालिया दृश्य स्थान | Spitskop Cradock, Mountain Zebra National Park के पास |
नीतिगत प्राथमिकताएँ | ज़हर प्रतिबंध, सुरक्षित बिजली ढांचा, खाद्य सुरक्षा |