सेमीकंडक्टर इनोवेशन के लिए राज्य का ज़ोर
TN 100 चिप वर्सिटी प्रोजेक्ट तमिलनाडु के टेक्नोलॉजी रोडमैप में एक बड़ा कदम है। iVP सेमी के साथ पार्टनरशिप में शुरू किया गया यह इनिशिएटिव सेमीकंडक्टर डिज़ाइन में भारत की मौजूदगी को मज़बूत करने पर फोकस करता है। इस प्रोग्राम का मकसद इंजीनियरिंग कॉलेजों को स्किल्ड टैलेंट को आगे बढ़ाने के लिए एडवांस्ड डिज़ाइन लैब्स से लैस करना है।
स्टैटिक GK फैक्ट: अनुमान है कि 2030 तक भारत में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री USD 150 बिलियन को पार कर जाएगी।
चिप डिज़ाइन इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार
प्रोजेक्ट का प्लान तमिलनाडु के चुने हुए इंजीनियरिंग कॉलेजों में चिप डिज़ाइन लैब्स का एक बड़ा नेटवर्क बनाने का है। ये लैब्स इंडस्ट्री-ग्रेड टूल्स और ट्रेनिंग चिप्स होस्ट करेंगी, जिससे स्टूडेंट्स रियल-वर्ल्ड सेमीकंडक्टर डिज़ाइन वर्कफ़्लो पर काम कर सकेंगे। इससे राज्य में एकेडमिक-से-इंडस्ट्री तक एक मज़बूत पाइपलाइन बनती है।
स्टैटिक GK फैक्ट: पहली सेमीकंडक्टर चिप 1958 में जैक किल्बी ने इन्वेंट की थी।
भविष्य के लिए ह्यूमन कैपिटल बनाना
इस पहल की एक खास बात यह है कि इसका लक्ष्य हर साल 5,000 स्टूडेंट्स को चिप और सेमीकंडक्टर डिज़ाइन में ट्रेन करना है। यह प्रोग्राम प्रैक्टिकल स्किल डेवलपमेंट पर फोकस करता है, जिससे ग्रेजुएट्स इंडस्ट्री के लिए तैयार होते हैं। तमिलनाडु, अपने मज़बूत इंजीनियरिंग एजुकेशन बेस के साथ, चिप डिज़ाइन में एक लीडिंग टैलेंट हब बनने की स्थिति में है।
स्टैटिक GK टिप: तमिलनाडु में 550 से ज़्यादा इंजीनियरिंग कॉलेज हैं, जो भारत में सबसे ज़्यादा संख्या में से एक है।
इंडिजिनल चिप डिज़ाइन को बढ़ावा देना
इस पहल का मकसद 100 नए चिप डिज़ाइन बनाना है, जिससे इंडिजिनस सेमीकंडक्टर इनोवेशन के लिए ड्राइव को मज़बूत किया जा सके। ये डिज़ाइन ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स, रोबोटिक्स, कम्युनिकेशन सिस्टम और IoT डिवाइस जैसे सेक्टर में योगदान दे सकते हैं। यह स्ट्रेटेजिक टेक्नोलॉजी में इम्पोर्ट डिपेंडेंसी को कम करने के नेशनल लक्ष्यों के साथ अलाइन है।
स्टैटिक GK फैक्ट: भारत अभी अपनी सेमीकंडक्टर ज़रूरतों का लगभग 90% इम्पोर्ट करता है।
इंडस्ट्री-एकेडेमिया पार्टनरशिप को मज़बूत करना
iVP Semi की एक्सपर्ट मेंटरशिप से, स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री की जानकारी और सेमीकंडक्टर वर्कफ़्लो का एक्सेस मिलेगा। यह कोलेबोरेशन एक इनोवेशन-ओरिएंटेड माहौल को बढ़ावा देता है जहाँ स्टूडेंट्स प्रोफेशनल्स के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। ऐसी पार्टनरशिप हार्डवेयर-बेस्ड R&D में लीड करने के तमिलनाडु के एम्बिशन को तेज़ करने में मदद करती हैं।
स्टैटिक GK टिप: इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स (EMC) स्कीम पूरे भारत में रीजनल टेक इकोसिस्टम को सपोर्ट करती है।
टेक-ड्रिवन इकोनॉमी के लिए तमिलनाडु का विज़न
TN 100 चिप वर्सिटी प्रोजेक्ट, टेक्नोलॉजी-लेड डेवलपमेंट पर राज्य के लॉन्ग-टर्म फोकस के साथ अलाइन है। सेमीकंडक्टर डिज़ाइन कैपेसिटी में इन्वेस्ट करके, तमिलनाडु हाई-वैल्यू इलेक्ट्रॉनिक्स और नेक्स्ट-जेनरेशन कंप्यूटिंग में अपनी कॉम्पिटिटिवनेस बढ़ाता है। यह इनिशिएटिव राज्य को ग्लोबल सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में इंटीग्रेट करने के बड़े मकसद को सपोर्ट करता है।
स्टेटिक GK फैक्ट: तमिलनाडु पहले से ही श्रीपेरंबदूर और ओरागदम में क्लस्टर के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का एक बड़ा हब है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| लॉन्चिंग भागीदार | तमिलनाडु सरकार और iVP Semi |
| परियोजना लक्ष्य | हर साल 100 चिप डिज़ाइन तैयार करना |
| प्रशिक्षण लक्ष्य | प्रत्येक वर्ष 5,000 छात्रों को सेमीकंडक्टर डिज़ाइन में प्रशिक्षित करना |
| अवसंरचना | इंजीनियरिंग कॉलेजों में चिप डिज़ाइन लैब्स |
| प्रदान किया गया समर्थन | इंडस्ट्री-ग्रेड टूल्स, ट्रेनिंग चिप्स, विशेषज्ञ मार्गदर्शन |
| क्षेत्र फोकस | सेमीकंडक्टर डिज़ाइन और नवाचार |
| राज्य का लाभ | इंजीनियरिंग संस्थानों का विशाल आधार |
| रणनीतिक दृष्टि | स्वदेशी चिप विकास को बढ़ावा देना |
| उद्योग संपर्क | शिक्षाविद–उद्योग सहयोग को मजबूत करना |
| राष्ट्रीय प्रासंगिकता | सेमीकंडक्टर आयात निर्भरता को कम करना |





