नया टूरिज्म आइकॉन
विशाखापत्तनम में देश का सबसे लंबा कैंटिलीवर ग्लास स्काईवॉक शुरू हुआ है, जो सुंदर कैलासगिरी हिलटॉप में एक सिग्नेचर अट्रैक्शन जोड़ता है। लगभग 862 फीट की ऊंचाई पर बना यह स्ट्रक्चर बंगाल की खाड़ी, शहर के स्काईलाइन और आसपास की हरी-भरी पहाड़ियों का शानदार व्यू दिखाता है। यह विशाखापत्तनम की कोस्टल टूरिज्म हब के तौर पर बढ़ती पहचान को और मजबूत करता है।
स्टेटिक GK फैक्ट: कैलासगिरी आंध्र प्रदेश के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले हिल पार्कों में से एक है और इसमें मशहूर शिव-पार्वती की मूर्ति है, जो एक बड़ा ट्रैवल लैंडमार्क है।
लॉन्च और डेवलपमेंट
इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन VMRDA ने किया, जो शहर के टूरिज्म डेवलपमेंट रोडमैप में एक अहम मील का पत्थर है। लगभग आठ महीने में बना यह स्काईवॉक, विशाखापत्तनम में पब्लिक मनोरंजन की सुविधाओं को अपग्रेड करने की एक बड़ी कोशिश का हिस्सा है। अधिकारियों ने बताया कि इस पुल से नए टूरिस्ट फ्लो को बढ़ावा मिलने और कैलासगिरी विज़िटर सर्किट को बेहतर बनाने की उम्मीद है।
इंजीनियरिंग की ताकत
इंजीनियरों ने इस अट्रैक्शन को मज़बूत हाई-स्ट्रेंथ ग्लास का इस्तेमाल करके डिज़ाइन किया है, जो भारी दबाव और असर को झेल सकता है। स्काईवॉक 250 km/h तक की हवा की स्पीड झेलने के लिए बनाया गया है, जो आंध्र तट पर पिछले साइक्लोन के अनुभवों से लिए गए सुरक्षा सुधारों को दिखाता है। हालांकि यह बनावट के हिसाब से 100 से ज़्यादा लोगों को सपोर्ट कर सकता है, लेकिन सुरक्षा और बेहतर भीड़ मैनेजमेंट के लिए एक बार में सिर्फ़ 40 विज़िटर को ही एंट्री दी जाती है।
स्टैटिक GK टिप: बंगाल की खाड़ी के गर्म पानी की वजह से भारत के पूर्वी तट पर अक्सर हाई-इंटेंसिटी वाले साइक्लोन आते हैं, जिससे तटीय राज्यों में हवा रोकने वाला कंस्ट्रक्शन ज़रूरी हो जाता है।
विज़िटर एक्सपीरियंस
एक डिटेल्ड टोपोग्राफिक सर्वे ने कैलासगिरी पर सबसे अच्छी जगह की पहचान करने में मदद की ताकि पैनोरमिक विज़िबिलिटी पक्की हो सके। कैंटिलीवर डिज़ाइन की वजह से स्ट्रक्चर बिना किसी सीधे सहारे के बाहर की ओर बढ़ सकता है, जिससे विज़िटर्स को नीचे और आगे का नज़ारा बिना किसी रुकावट के मिलता है। ट्रांसपेरेंट वॉकवे का मकसद टूरिस्ट्स के लिए रोमांच वाला लेकिन सुरक्षित अनुभव बनाना है, जिसमें एडवेंचर के साथ सुंदर नज़ारे देखने को मिलते हैं।
डिज़ाइन और सेफ्टी इंटीग्रेशन
स्ट्रक्चर में कई लेयर वाले सेफ्टी फ़ीचर्स हैं, जैसे एंटी-स्किड सरफेस, हाई-ग्रेड रेलिंग सिस्टम और VMRDA स्टाफ़ द्वारा रियल-टाइम मॉनिटरिंग। ग्लास पैनल को साफ़-सफ़ाई बनाए रखने के लिए मज़बूत किया गया है, साथ ही माहौल के दबाव का भी सामना करना पड़ता है। अधिकारियों ने ज़ोर दिया कि प्रोजेक्ट के हर स्टेज पर खूबसूरती और पब्लिक सेफ्टी दोनों का ध्यान रखा गया।
विशाखापत्तनम टूरिज़्म को बढ़ावा
स्काईवॉक से घरेलू और विदेशी दोनों तरह के विज़िटर्स के आने की उम्मीद है, जिससे शहर की टूरिज़्म रेवेन्यू बढ़ाने की स्ट्रैटेजी को मदद मिलेगी। कैलासगिरी में पहले से ही अपने रोपवे, व्यू पॉइंट्स और लैंडस्केप वाली जगहों की वजह से काफ़ी लोग आते हैं, और नया स्ट्रक्चर एक खास फ़ीचर जोड़ता है जो पहाड़ी की टूरिज़्म में अहमियत को और मज़बूत करता है।
स्टेटिक GK फैक्ट: विशाखापत्तनम भारत के सबसे पुराने शिपयार्ड, हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड का घर है, जो इसे इंडस्ट्रियल और टूरिज़्म की अहमियत का एक अनोखा मेल बनाता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| स्काईवॉक स्थान | कैलासगिरी हिलटॉप, विशाखापट्टनम |
| ऊँचाई | ज़मीन से लगभग 862 फीट |
| संरचना प्रकार | कैंटिलीवर ग्लास स्काईवॉक |
| क्षमता | प्रवेश सीमा 40 आगंतुक |
| इंजीनियरिंग विशेषता | 250 किमी/घं तक की हवाओं को सहन करने में सक्षम |
| उपयोग की गई सामग्री | हाई-स्ट्रेंथ टफेंड ग्लास |
| परियोजना प्राधिकरण | VMRDA |
| निर्माण अवधि | लगभग आठ महीनों में पूर्ण |
| पर्यटन प्रभाव | कैलासगिरी विज़िटर सर्किट को मजबूत करता है |
| भौगोलिक महत्व | बंगाल की खाड़ी और पहाड़ी श्रृंखलाओं का दृश्य प्रदान करता है |





