रिकॉर्ड तोड़ने वाला पल
विराट कोहली ने अपना 52वां ODI शतक बनाकर इतिहास रच दिया, और सचिन तेंदुलकर के 49 ODI शतकों के आइकॉनिक रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। यह माइलस्टोन पारी 30 नवंबर, 2025 को रांची में भारत बनाम साउथ अफ्रीका के पहले ODI में आई, जिससे कोहली एक ही इंटरनेशनल फॉर्मेट में 50+ शतक बनाने वाले पहले पुरुष क्रिकेटर बन गए।
इस उपलब्धि ने ODI क्रिकेट के आंकड़ों में एक बड़ा बदलाव किया, जिससे कोहली का मॉडर्न युग के सबसे महान बल्लेबाजों में एक दर्जा पक्का हो गया।
स्टैटिक GK फैक्ट: कोहली के इसे पार करने से पहले सचिन तेंदुलकर ने लगभग एक दशक तक सबसे ज़्यादा ODI शतकों का रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दबदबा
कोहली का शतक साउथ अफ्रीका के खिलाफ उनका छठा ODI शतक भी बन गया, जो प्रोटियाज के खिलाफ किसी भी बल्लेबाज का सबसे ज़्यादा शतक है। इससे पहले, यह रिकॉर्ड तेंदुलकर और डेविड वॉर्नर के नाम था, जिन्होंने पांच-पांच सेंचुरी बनाई थीं।
इस पारी में कोहली की ट्रेडमार्क फ्लूएंसी, कंट्रोल्ड अग्रेसन और शार्प स्ट्राइक रोटेशन देखने को मिली। टॉप-टियर बॉलिंग अटैक के खिलाफ उनकी कंसिस्टेंसी इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत की रीढ़ के तौर पर उनकी जगह को मजबूत करती है।
मैच हाइलाइट्स
कोहली का शांत शतक रांची ODI में सबसे शानदार परफॉर्मेंस था। हालांकि ऑफिशियली कितने रन बने, यह नहीं बताया गया, लेकिन सेंचुरी की इस उपलब्धि की पुष्टि हो गई, जिससे ODI में उनका दबदबा और बढ़ गया।
उनके कुल ODI शतक अब 52 हो गए हैं, जो क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा हैं। इस बीच, उनके इंटरनेशनल शतकों की संख्या 83 हो गई, जो तेंदुलकर के सभी फॉर्मेट के 100 के रिकॉर्ड के बाद दूसरे नंबर पर है।
स्टैटिक GK फैक्ट: सचिन तेंदुलकर 100 इंटरनेशनल शतक बनाने वाले अकेले क्रिकेटर हैं, यह रिकॉर्ड 2012 में बना था।
कोहली की ODI लेगेसी
2008 में अपने डेब्यू के बाद से, विराट कोहली ने अब तक के सबसे कंसिस्टेंट ODI करियर में से एक बनाया है। रन बनाने की उनकी काबिलियत, मेंटल टफनेस और पिचों के हिसाब से ढलने की काबिलियत ने उन्हें मॉडर्न बैटिंग की चर्चाओं में सबसे आगे रखा है।
52 सेंचुरी होम और अवे सीरीज़, ICC टूर्नामेंट, हाई-प्रेशर चेज़ और उन इनिंग्स में शामिल हैं जहाँ कोहली ने इंडिया को बड़े टोटल तक पहुँचाया।
स्टैटिक GK टिप: इंडिया ने अपना पहला ODI 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था, जिससे इंडियन क्रिकेट के इस फॉर्मेट की शुरुआत हुई।
नए माइलस्टोन्स के करीब
कोहली अब 28,000 इंटरनेशनल रन के करीब हैं, यह कामयाबी सिर्फ सचिन तेंदुलकर और कुमार संगकारा ने ही हासिल की है। उन्हें इस एलीट मार्क तक पहुँचने के लिए साउथ अफ्रीका सीरीज़ से पहले 337 रन चाहिए थे।
36 साल की उम्र में उनका परफॉर्मेंस उनके फिटनेस कल्चर को भी दिखाता है, जिसे इंडियन टीम के एथलेटिक स्टैंडर्ड्स को बदलने में काफी असरदार माना जाता है। कोहली का डिसिप्लिन और मैच की तैयारी अगली पीढ़ी के लिए बेंचमार्क सेट करती रहती है।
लगातार बेहतरीन प्रदर्शन
कोहली की 52वीं ODI सेंचुरी चैंपियंस ट्रॉफी के सफल कैंपेन के बाद आई, जिससे यह पक्का होता है कि उनका फॉर्म अभी भी कम नहीं हुआ है। रनों की उनकी भूख और कॉम्पिटिटिवनेस उन्हें भारत के लंबे समय के क्रिकेट रोडमैप का सेंटर बनाती है।
हर पारी के साथ, कोहली क्रिकेट के कई युगों को जोड़ते रहते हैं — तेंदुलकर युग से लेकर मॉडर्न पावर-प्ले एनालिटिक्स तक — और साथ ही टॉप-ऑर्डर बैट्समैन के लिए लंबे समय तक टिके रहने का मतलब फिर से बताते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| ODI शतक रिकॉर्ड | कोहली के नाम 52 ODI शतकों का विश्व रिकॉर्ड |
| पूर्व रिकॉर्ड | तेंदुलकर के 49 ODI शतक |
| मैच स्थल | रांची, भारत |
| प्रतिद्वंद्वी टीम | दक्षिण अफ्रीका |
| दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध रिकॉर्ड | कोहली के 6 ODI शतक |
| अंतरराष्ट्रीय शतक | कोहली के कुल 83 अंतरराष्ट्रीय शतक |
| सभी प्रारूपों में शतक लीडर | सचिन तेंदुलकर — 100 शतक |
| कोहली का पदार्पण वर्ष | 2008 |
| नया मील का पत्थर | 28,000 अंतरराष्ट्रीय रन के करीब |
| रिकॉर्ड के समय आयु | 36 वर्ष |





