दिसम्बर 3, 2025 6:56 अपराह्न

2024 में मृतकों के अंगदान में तमिलनाडु की बढ़त

करंट अफेयर्स: तमिलनाडु, मृतक डोनर, ट्रांसटैन, ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, कैडेवर डोनेशन, नेशनल ऑर्गन नंबर, 2024 हेल्थ स्टैटिस्टिक्स

Tamil Nadu’s Rise in Deceased Organ Donation 2024

तमिलनाडु में बढ़ती रफ़्तार

तमिलनाडु 2024 में भी मृतकों के अंगदान में देश में सबसे आगे रहा, 268 मृतकों के साथ एक शानदार माइलस्टोन हासिल किया, जो राज्य द्वारा अब तक का सबसे ज़्यादा रिकॉर्ड है। यह परफॉर्मेंस हेल्थकेयर सिस्टम को मज़बूत करने और कैडेवर डोनेशन के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए राज्य के लंबे समय से चले आ रहे कमिटमेंट को दिखाता है। लगातार सुधार अस्पतालों, NGOs और सरकारी अधिकारियों के मिलकर काम करने को भी दिखाता है।

नेशनल कंट्रीब्यूशन और स्टेट रैंकिंग

भारत ने 2024 में 1,128 मृतक डोनर रिकॉर्ड किए, और अकेले तमिलनाडु ने 268 का योगदान दिया, जिससे ऑर्गन डोनेशन में उसकी लीडरशिप और मज़बूत हुई। तमिलनाडु के साथ, तेलंगाना (188), महाराष्ट्र (172), कर्नाटक (162), और गुजरात (119) में देश के लगभग 80% मृतक डोनर थे। यह डिस्ट्रीब्यूशन दिखाता है कि कैसे कुछ राज्यों ने असरदार सिस्टम बनाए हैं, जबकि कई दूसरे राज्यों को अभी भी डोनेशन सिस्टम को बढ़ाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

स्टैटिक GK फैक्ट: भारत का पहला सफल हार्ट ट्रांसप्लांट 1994 में चेन्नई में किया गया था, जो देश के ट्रांसप्लांट इकोसिस्टम के लिए एक टर्निंग पॉइंट था।

ऑर्गन और टिशू ट्रांसप्लांटेशन में बढ़ोतरी

तमिलनाडु ने 2024 में 1,446 ऑर्गन और टिशू ट्रांसप्लांट किए, जो इसके मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती को दिखाता है। डोनेट किए गए अंगों का हाई यूटिलाइजेशन रेट ICU, ट्रांसप्लांट टीमों और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम के बीच कोऑर्डिनेटेड कोशिशों को दिखाता है। क्विक ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर और ग्रीन कॉरिडोर सहित मजबूत लॉजिस्टिक्स सपोर्ट ने इस्केमिक टाइम को कम करने और ट्रांसप्लांट के नतीजों को बेहतर बनाने में मदद की है।

स्टैटिक GK टिप: ग्रीन कॉरिडोर का इस्तेमाल पहली बार तमिलनाडु में 2008 में तेजी से ऑर्गन ट्रांसपोर्ट को आसान बनाने के लिए किया गया था। TRANSTAN की सेंट्रल भूमिका

तमिलनाडु ट्रांसप्लांट अथॉरिटी (TRANSTAN) राज्य के ऑर्गन डोनेशन प्रोग्राम की रीढ़ बनी हुई है। यह रेगुलेटेड वेटलिस्ट और डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम के ज़रिए ऑर्गन का ट्रांसपेरेंट एलोकेशन पक्का करती है। TRANSTAN कैडेवर डोनेशन प्रोसेस में भरोसा बनाने के लिए पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन और हॉस्पिटल-बेस्ड ट्रेनिंग भी चलाती है। अथॉरिटी का आसान प्रोटोकॉल परिवारों के बीच भरोसा बढ़ाते हुए बराबर एक्सेस की इजाज़त देता है।

स्टैटिक GK फैक्ट: तमिलनाडु ने 2014 में TRANSTAN शुरू किया, जिससे यह भारत की शुरुआती स्टेट-लेवल ऑर्गन ट्रांसप्लांट अथॉरिटी में से एक बन गई।

पब्लिक अवेयरनेस और इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करना

पिछले कुछ सालों में परिवारों में अवेयरनेस काफी बढ़ी है, ब्रेन डेथ के मामलों में ज़्यादा लोग ऑर्गन डोनेट करने को तैयार हैं। ट्रेंड ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर द्वारा रेगुलर काउंसलिंग ने परिवारों को सोच-समझकर फैसले लेने के लिए बढ़ावा दिया है। क्रिटिकल केयर यूनिट, ब्रेन-डेथ सर्टिफिकेशन ट्रेनिंग और मल्टी-ऑर्गन रिट्रीवल सेंटर में इन्वेस्टमेंट ने भी राज्य की लगातार तरक्की में मदद की है। ऑर्गन डोनेशन के लिए आगे का रास्ता

तमिलनाडु का मॉडल दिखाता है कि मज़बूत गवर्नेंस, ट्रेंड मेडिकल टीम और साफ़ प्रोटोकॉल से मृतक ऑर्गन डोनेशन को काफ़ी बढ़ावा मिल सकता है। दूसरे राज्यों में भी इस मॉडल को अपनाने से देश भर में ट्रांसप्लांट की संख्या बढ़ सकती है और वेटिंग लिस्ट का बोझ कम हो सकता है। इस रफ़्तार को बनाए रखने के लिए लगातार जागरूकता बढ़ाना और हॉस्पिटल को तैयार रखना ज़रूरी होगा।

Static Usthadian Current Affairs Table

Topic Detail
तमिलनाडु मृत दाता (2024) 268 दाता — राज्य का अब तक का सर्वोच्च आंकड़ा
भारत के कुल मृत दाता (2024) 1,128 दाता
शीर्ष योगदान देने वाले राज्य तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात
तमिलनाडु अंग व ऊतक प्रत्यारोपण (2024) 1,446 प्रत्यारोपण
TRANSTAN की भूमिका अंग दान प्रबंधन और पारदर्शी आवंटन सुनिश्चित करना
शीर्ष पाँच राज्यों का हिस्सा राष्ट्रीय मृत दाताओं का लगभग 80%
प्रमुख स्वास्थ्य प्रणाली विशेषता अंग परिवहन के लिए ग्रीन कॉरिडोर का उपयोग
राष्ट्रीय महत्व तमिलनाडु मृत (काडेवर) अंग दान में भारत का अग्रणी राज्य बना हुआ
ब्रेन-डेथ प्रोटोकॉल अस्पताल-आधारित प्रशिक्षण के माध्यम से सुदृढ़
अवसंरचना समर्थन मल्टी-ऑर्गन रिट्रीवल सेंटर और ICU तत्परता
Tamil Nadu’s Rise in Deceased Organ Donation 2024
  1. तमिलनाडु में 2024 में 268 डोनर मरे।
  2. भारत में उसी साल 1,128 डोनर मरे।
  3. टॉप पाँच राज्यों ने देश के लगभग 80% डोनर दिए।
  4. तमिलनाडु ने 2024 में 1,446 ऑर्गन/टिशू ट्रांसप्लांट किए।
  5. भारत का पहला हार्ट ट्रांसप्लांट (1994) चेन्नई में हुआ था।
  6. TRANSTAN तमिलनाडु में ऑर्गन डोनेशन की देखरेख करता है।
  7. TRANSTAN (2014) को ट्रांसपेरेंट एलोकेशन के लिए बनाया गया था।
  8. ग्रीन कॉरिडोर टाइमक्रिटिकल ऑर्गन ट्रांसपोर्ट को तेज़ करते हैं।
  9. ग्रीन कॉरिडोर का पहला इस्तेमाल 2008 में तमिलनाडु में किया गया था।
  10. बेहतर ICU रेडीनेस से डोनेशन की संख्या बढ़ाने में मदद मिली।
  11. ब्रेनडेथ डोनेशन के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ी है।
  12. कोऑर्डिनेटर परिवारों को सोच-समझकर फ़ैसले लेने की सलाह देते हैं।
  13. मल्टीऑर्गन रिट्रीवल सेंटर ने ट्रांसप्लांट कैपेसिटी बढ़ाई है।
  14. तमिलनाडु कैडेवर डोनेशन में भारत का लीडर बना हुआ है।
  15. आसान लॉजिस्टिक्स से ऑर्गन इस्केमिक टाइम कम हुआ है।
  16. TN में हॉस्पिटल और NGO अच्छे से मिलकर काम करते हैं।
  17. दूसरे राज्यों को ऐसे सिस्टम को बढ़ाने में मुश्किलें होती हैं।
  18. TN का मॉडल मज़बूत गवर्नेंस और प्रोटोकॉल के फ़ायदे दिखाता है।
  19. पूरे देश में इसे दोहराने से ऑर्गन वेटलिस्ट कम हो सकती है।
  20. जागरूकता और इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने से तरक्की बनी रहेगी।

Q1. 2024 में तमिलनाडु में कितने मृत दाताओं (Deceased Donors) को दर्ज किया गया?


Q2. भारत के कुल मृत दाताओं में लगभग 80% योगदान किन पाँच राज्यों का था?


Q3. 2024 में तमिलनाडु में कुल कितने अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण किए गए?


Q4. तमिलनाडु में अंग आवंटन और निगरानी की ज़िम्मेदारी किस प्राधिकरण की है?


Q5. कौन-सी प्रणाली अंगों को तेजी से प्रत्यारोपण केंद्रों तक पहुँचाने में मदद करती है?


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