NUDGE इनिशिएटिव को समझना
सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ डायरेक्ट टैक्सेज़ (CBDT) ने इनकम टैक्स फाइलिंग में अपनी मर्ज़ी से और समय पर करेक्शन को बढ़ावा देने के लिए NUDGE कैंपेन शुरू किया है। यह इनिशिएटिव टैक्सपेयर्स को उनके विदेशी एसेट्स और विदेशी इनकम डिस्क्लोज़र में संभावित गैप्स के बारे में अलर्ट करने के लिए एक नॉन-इंट्रूसिव, डेटा-ड्रिवन अप्रोच का इस्तेमाल करता है।
यह सिस्टम पहले से पहचाने गए डेटा के ज़रिए पता चले मिसमैच को हाईलाइट करता है, जिससे कोई भी फॉर्मल प्रोसीडिंग शुरू होने से पहले खुद से करेक्शन करने के लिए बढ़ावा मिलता है।
स्टैटिक GK फैक्ट: CBDT फाइनेंस मिनिस्ट्री में रेवेन्यू डिपार्टमेंट के तहत काम करता है।
फोकस के मुख्य एरिया
यह कैंपेन शेड्यूल FA और शेड्यूल FSI के तहत डिस्क्लोज़र पर ज़ोर देता है, जो विदेशी बैंक अकाउंट्स, ओवरसीज़ प्रॉपर्टीज़, फाइनेंशियल इंटरेस्ट्स और विदेश में कमाई गई इनकम से जुड़े हैं। इंटरनेशनल इन्फॉर्मेशन-शेयरिंग एग्रीमेंट की वजह से इन कैटेगरी पर अक्सर ग्लोबल स्क्रूटनी बढ़ती है।
स्टैटिक GK फैक्ट: भारत OECD के कॉमन रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड (CRS) में हिस्सा लेने वाला देश है।
सही जानकारी देना क्यों ज़रूरी है
भारत के टैक्स फ्रेमवर्क ने दूसरे अधिकार क्षेत्रों के साथ बेहतर डेटा एक्सचेंज के ज़रिए ऑफशोर इनकम पर अपनी निगरानी को मज़बूत किया है। अधिकारियों को अब विदेश में रखे एसेट्स के बारे में ज़्यादा साफ़ जानकारी मिलती है।
गलत या बिना जानकारी के जानकारी देने पर ब्लैक मनी (बिना जानकारी के विदेशी इनकम और एसेट्स) एक्ट, 2015 के तहत कड़ी सज़ा हो सकती है।
कैंपेन कैसे काम करता है
CBDT उन टैक्सपेयर्स को SMS और ईमेल नोटिफिकेशन भेजना शुरू करेगा जिन्हें संभावित गड़बड़ियों के लिए फ़्लैग किया गया है। ये अलर्ट लोगों को इनकम टैक्स पोर्टल पर मौजूद डेटा का इस्तेमाल करके अपनी फाइलिंग को दोबारा चेक करने और बदलने के लिए गाइड करेंगे।
कैंपेन में कम्प्लायंस की दिक्कतों से बचने के लिए अगले महीने के अंदर बदलाव पूरे करने के लिए बढ़ावा दिया जाता है। स्टैटिक GK टिप: सेक्शन 139(5) टैक्सपेयर्स को असेसमेंट पूरा होने से पहले अपने ITRs में बदलाव करने की इजाज़त देता है। टैक्सपेयर्स के लिए असर
जिन टैक्सपेयर्स की विदेशी इनकम या विदेश में फाइनेंशियल इंटरेस्ट है, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अपडेट के लिए अपनी रजिस्टर्ड कॉन्टैक्ट डिटेल्स पर नज़र रखें।
उन्हें पोर्टल पर लॉग इन करना चाहिए, अपनी जानकारी वेरिफ़ाई करनी चाहिए, और ज़रूरत पड़ने पर रिविज़न विंडो का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे भारत के बड़े ट्रांसपेरेंसी और कम्प्लायंस लक्ष्यों के साथ बेहतर तालमेल पक्का होता है।
डेटा-लेड गवर्नेंस की ओर बदलाव
NUDGE पहल डिजिटल टूल्स का इस्तेमाल करके कम्प्लायंस को आसान बनाने के लिए सरकार का एक बड़ा कदम है।
पेनल्टी के बजाय शुरुआती चेतावनियों को प्राथमिकता देकर, यह कैंपेन अकाउंटेबिलिटी बढ़ाते हुए अपनी मर्ज़ी से जानकारी देने के कल्चर को मज़बूत करता है।
स्टेटिक GK फैक्ट: इनकम टैक्स डिपार्टमेंट 1922 में उसी साल के इनकम-टैक्स एक्ट के तहत बनाया गया था।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| CBDT | भारत में प्रत्यक्ष कर प्रशासन की सर्वोच्च संस्था |
| अभियान का नाम | NUDGE (Non-intrusive Usage of Data to Guide and Enable) |
| मुख्य फोकस | विदेशी संपत्ति और विदेशी स्रोत आय का खुलासा |
| प्रमुख अनुसूचियाँ | ITR फॉर्म में शेड्यूल FA और शेड्यूल FSI |
| संबंधित प्रमुख कानून | ब्लैक मनी अधिनियम 2015 |
| चेतावनी का माध्यम | SMS और ईमेल सूचनाएँ |
| संशोधन प्रावधान | आयकर अधिनियम की धारा 139(5) |
| अंतरराष्ट्रीय प्रणाली | CRS (Common Reporting Standard) – वित्तीय जानकारी का अंतरराष्ट्रीय आदान-प्रदान |
| उद्देश्य | स्वैच्छिक कर अनुपालन को बढ़ावा देना |
| कार्यान्वयन निकाय | वित्त मंत्रालय (राजस्व विभाग) |





