नवम्बर 12, 2025 3:03 पूर्वाह्न

राष्ट्रीय गिद्ध सर्वेक्षण भारत के वन्यजीव निगरानी में एक नया मील का पत्थर साबित हुआ

चालू घटनाएँ: वाइल्डलाइफ़ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (WII), अखिल भारतीय आकलन, संकटग्रस्त गिद्ध, वल्चर संरक्षण कार्ययोजना (2020–25), प्रजनन जनसंख्या, संरक्षित क्षेत्र, डाइक्लोफेनैक प्रतिबंध, गिप्स प्रजातियाँ, जैव विविधता निगरानी, पारिस्थितिक संतुलन

National Vulture Survey Marks a New Milestone in India’s Wildlife Monitoring

पूरे भारत में संकटग्रस्त गिद्धों का अध्ययन

वाइल्डलाइफ़ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (WII) ने पहली बार अखिल भारतीय स्तर पर संकटग्रस्त प्रजातियों का मूल्यांकन और निगरानी की है, जिसका केंद्र बिंदु गिद्ध रहे।
इस ऐतिहासिक अध्ययन ने चार अत्यंत संकटग्रस्त (Critically Endangered) गिद्ध प्रजातियों — व्हाइट-रम्प्ड वल्चर, इंडियन वल्चर, स्लेंडर-बिल्ड वल्चर और रेड-हेडेड वल्चर — की प्रजननशील वयस्क आबादी का अनुमान लगाया।

प्रमुख भौगोलिक निष्कर्ष

सर्वेक्षण में 17 राज्यों के 216 स्थलों को शामिल किया गया — यह भारत का अब तक का सबसे व्यापक गिद्ध निगरानी अभियान है।
परिणामों से पता चला कि लगभग 70% ऐतिहासिक स्थलों पर अब घोंसले नहीं पाए जाते, जिससे यह संकेत मिलता है कि गिद्धों का वितरण क्षेत्र काफी घट गया है।
संरक्षित क्षेत्र (Protected Areas) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, क्योंकि कुल दर्ज घोंसलों में से 54% इन्हीं क्षेत्रों में मिले, जिससे गिद्ध संरक्षण और आवास सुरक्षा में इनका महत्व उजागर हुआ।

Static GK Fact: भारत में कुल 9 गिद्ध प्रजातियाँ पाई जाती हैं — इनमें से 4 अत्यंत संकटग्रस्त, 3 संकटग्रस्त, और 2 लगभग संकटग्रस्त (Near Threatened) श्रेणी में हैं (IUCN रेड लिस्ट के अनुसार)।

प्रजाति-वार अवलोकन

इंडियन वल्चर (Gyps indicus): मुख्यतः मध्य प्रदेश और राजस्थान में पाया जाता है; यह चट्टानों पर घोंसले बनाने को प्राथमिकता देता है। मुखुंद्रा हिल्स टाइगर रिज़र्व इसका प्रमुख गढ़ है।
व्हाइटरम्प्ड वल्चर (Gyps bengalensis): इसकी आबादी हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा घाटी में केंद्रित है। सुरक्षित भोजन क्षेत्रों की कमी से इसका विस्तार सीमित रहा है।
स्लेंडरबिल्ड वल्चर (Gyps tenuirostris): मुख्यतः ऊपरी असम में प्रजनन करता है, जो इसके पूर्वोत्तर वितरण और वन-आधारित आवास पर निर्भरता को दर्शाता है।
रेडहेडेड वल्चर (Sarcogyps calvus): यह मध्य प्रदेश में विरल रूप से पाया जाता है। इसे घने, निर्बाध वनों की आवश्यकता होती है, लेकिन वनखंडन और कम जनसंख्या घनत्व इसके लिए खतरा हैं।

Static GK Tip: रेड-हेडेड वल्चर को अक्सर वन स्वास्थ्य का पारिस्थितिक सूचक (Ecological Indicator) माना जाता है, क्योंकि यह मानव हस्तक्षेप के प्रति अत्यंत संवेदनशील है।

खतरे और संरक्षण उपाय

1990 के दशक से गिद्धों की संख्या में आई तीव्र गिरावट का मुख्य कारण है डाइक्लोफेनैक विषाक्तता — यह एक पशु दर्दनिवारक दवा है, जो संक्रमित शव खाने वाले गिद्धों में गुर्दा विफलता का कारण बनती है।
इसके अलावा आवास विनाश, भोजन की कमी, और विद्युत तारों से करंट लगना ने स्थिति को और गंभीर बना दिया।
सरकार ने इसके प्रतिकार हेतु कई उपाय किए हैं — पशु चिकित्सा में डाइक्लोफेनैक, कीटोप्रोफेन और एसिक्लोफेनैक पर प्रतिबंध, तथा वल्चर संरक्षण कार्ययोजना (2020–2025) लागू की गई है।

Static GK Fact: वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत सभी गिद्ध प्रजातियों को अनुसूची-I (Schedule I) में रखा गया है, जिससे उन्हें सर्वोच्च कानूनी संरक्षण प्राप्त है।

पारिस्थितिक महत्व

गिद्ध प्राकृतिक सफाईकर्मी (Nature’s Clean-up Crew) हैं — वे मृत पशुओं के शवों को शीघ्रता से साफ कर संक्रामक रोगों के प्रसार को रोकते हैं।
इनकी कमी से पारिस्थितिक संतुलन और सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
WII के इस पहले राष्ट्रीय गिद्ध आकलन से भारत के पास अब वैज्ञानिक आधार उपलब्ध है, जिससे प्रवृत्तियों का पता लगाना, संवेदनशील क्षेत्र चिन्हित करना, और साक्ष्य-आधारित संरक्षण योजनाएँ बनाना संभव होगा।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय (Topic) विवरण (Detail)
सर्वेक्षण एजेंसी वाइल्डलाइफ़ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (WII)
सर्वे कवरेज 17 राज्यों के 216 स्थल
मुख्य प्रजातियाँ व्हाइट-रम्प्ड, इंडियन, स्लेंडर-बिल्ड और रेड-हेडेड गिद्ध
संरक्षित क्षेत्रों का योगदान कुल घोंसलों में से 54% PAs में पाए गए
मुख्य खतरे डाइक्लोफेनैक विषाक्तता, आवास क्षति, बिजली के तारों से मृत्यु
कानूनी संरक्षण अनुसूची-I, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972
संरक्षण योजना वल्चर संरक्षण कार्ययोजना (2020–2025)
गिद्धों की भूमिका पारिस्थितिक व सार्वजनिक स्वास्थ्य संतुलन बनाए रखना
मुख्य क्षेत्र मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, ऊपरी असम
IUCN स्थिति भारत में चार अत्यंत संकटग्रस्त गिद्ध प्रजातियाँ

National Vulture Survey Marks a New Milestone in India’s Wildlife Monitoring
  1. भारतीय वन्यजीव संस्थान ने भारत के पहले राष्ट्रीय गिद्ध सर्वेक्षण का नेतृत्व किया।
  2. इस सर्वेक्षण में 17 राज्यों के 216 स्थलों को शामिल किया गया।
  3. मुख्य प्रजातियों में सफेद पूंछ वाला गिद्ध, भारतीय गिद्ध, पतली चोंच वाला गिद्ध तथा लाल सिर वाला गिद्ध सम्मिलित हैं।
  4. पाया गया कि लगभग 70 प्रतिशत ऐतिहासिक घोंसले वाले क्षेत्रों में अब घोंसलों का निर्माण नहीं हो रहा है।
  5. संरक्षित क्षेत्रों में देश के कुल घोंसलों का लगभग 54 प्रतिशत हिस्सा पाया गया।
  6. भारत में गिद्धों की नौ प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें से चार को अति संकटग्रस्त श्रेणी में रखा गया है।
  7. भारतीय गिद्ध (जिप्स इंडिकस) का प्रमुख प्रजनन क्षेत्र मध्य प्रदेश और राजस्थान है।
  8. सफेद पूंछ वाले गिद्धों की सबसे अधिक संख्या हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा क्षेत्र में दर्ज की गई।
  9. पतली चोंच वाले गिद्ध मुख्य रूप से ऊपरी असम के वनों में प्रजनन करते हैं।
  10. लाल सिर वाला गिद्ध प्रायः मध्य भारत के वनों में विरल रूप से पाया जाता है।
  11. मुख्य खतरों में डाइक्लोफेनाक विषाक्तता, आवास विनाश तथा विद्युत तारों से झटका लगना शामिल हैं।
  12. सरकार ने डाइक्लोफेनाक, कीटोप्रोफेन और एसिक्लोफेनाक जैसी दवाओं के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है।
  13. भारत गिद्ध संरक्षण कार्य योजना (2020–2025) के अंतर्गत संरक्षण कार्य कर रहा है।
  14. सभी गिद्ध वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची–I के अंतर्गत पूर्णतः संरक्षित हैं।
  15. गिद्ध मृत जानवरों के शवों को खाकर बीमारियों के प्रसार को रोकते हैं।
  16. उनकी घटती संख्या से पारिस्थितिक तंत्र और जनस्वास्थ्य संतुलन को गंभीर खतरा उत्पन्न हो रहा है।
  17. लाल सिर वाला गिद्ध वनों के पारिस्थितिक स्वास्थ्य का संकेतक माना जाता है।
  18. भारतीय वन्यजीव संस्थान की यह रिपोर्ट संरक्षण नीति निर्माण हेतु वैज्ञानिक आधार प्रदान करती है।
  19. यह सर्वेक्षण संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान तथा केंद्रित संरक्षण पुनर्प्राप्ति योजनाओं में सहायक है।
  20. यह पहल भारत की जैव विविधता संरक्षण के प्रति वैश्विक प्रतिबद्धता को सशक्त रूप से प्रदर्शित करती है।

Q1. भारत का पहला अखिल-भारतीय गिद्ध सर्वेक्षण किस एजेंसी ने किया?


Q2. इस सर्वेक्षण में कितने स्थलों और राज्यों को शामिल किया गया था?


Q3. किस पशु-चिकित्सा दवा के कारण गिद्धों की सामूहिक मृत्यु हुई?


Q4. भारत में गिद्धों को किस अधिनियम के तहत संरक्षण प्राप्त है?


Q5. भारत की गिद्ध पुनर्प्राप्ति योजना का नाम क्या है?


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