एक दूरदर्शी नेता की स्मृति में
भारत के उपराष्ट्रपति ने हाल ही में पासुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके तमिल गौरव तथा स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान को याद किया।
1908 में पासुम्पोन (रामनाथपुरम ज़िला, तमिलनाडु) में जन्मे थेवर कोंडैयनकोट्टई मरावर कुल से थे, जो अपनी वीरता और योद्धा परंपरा के लिए प्रसिद्ध है।
स्थिर जीके तथ्य: थेवर की जन्मतिथि 30 अक्टूबर पूरे तमिलनाडु में थेवर जयंती के रूप में मनाई जाती है, जिसमें विशाल शोभा यात्राएँ और सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
प्रारंभिक जीवन और राजनीतिक सफर
धनी भूमिधर परिवार में जन्मे थेवर बचपन से ही राष्ट्रवादी विचारों से प्रभावित थे।
उनकी राजनीतिक यात्रा 1927 में शुरू हुई, जब देश में स्वतंत्रता आंदोलन गति पकड़ रहा था।
उनकी सुभाष चंद्र बोस के प्रति गहरी श्रद्धा थी, और दोनों के बीच घनिष्ठ राजनीतिक मित्रता थी।
स्थिर जीके टिप: बोस के कांग्रेस से अलग होकर 1939 में फॉरवर्ड ब्लॉक गठन के बाद, थेवर दक्षिण भारत के शुरुआती नेताओं में से एक थे जिन्होंने इस विचारधारा को अपनाया।
सामाजिक सुधारों के अग्रदूत
थेवर ने मंदिर प्रवेश आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे वंचित समुदायों को मंदिरों में प्रवेश का अधिकार मिला।
उन्होंने क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट (CTA) को निरस्त कराने के लिए संघर्ष किया — यह औपनिवेशिक कानून कई समुदायों को “वंशानुगत अपराधी” घोषित करता था।
उनके प्रयासों ने सामाजिक समानता और जातीय एकता को बढ़ावा दिया।
उनकी नेतृत्व क्षमता से कांग्रेस पार्टी को दक्षिण तमिलनाडु के ग्रामीण क्षेत्रों में गहरी जड़ें जमाने में मदद मिली।
राजनीतिक विरासत और सेवा
1952–1957 के बीच थेवर विधानसभा सदस्य (MLA) रहे और बाद में 1957 से 1963 तक सांसद (MP) के रूप में कार्य किया।
उनका नेतृत्व निडरता और करुणा का प्रतीक था — उन्होंने समाज के वंचित तबकों के अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष किया।
जनता ने उन्हें अनेक उपाधियों से नवाज़ा —
“Lion of the South”, “Netaji of the South”, और “Uncrowned Monarch”।
उनकी मृत्यु के बाद भी वे मरावर गौरव और तमिल पहचान के प्रतीक बने हुए हैं।
स्थिर जीके तथ्य: थेवर की समाधि थेवर थिडल (Thevar Thidal), पासुम्पोन गाँव में स्थित है — जहाँ हर वर्ष हजारों श्रद्धालु थेवर जयंती पर दर्शन करने आते हैं।
स्थायी प्रासंगिकता
थेवर के आदर्श — नेतृत्व, राष्ट्रवाद, साहस और करुणा — आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं।
उनका जीवन अन्याय के विरुद्ध संघर्ष और मातृभूमि के प्रति निष्ठा का प्रतीक रहा, जिसने तमिलनाडु के सामाजिक-राजनीतिक इतिहास पर अमिट छाप छोड़ी।
स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका
| विषय | विवरण |
| पूरा नाम | पासुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर |
| जन्म | 30 अक्टूबर 1908, पासुम्पोन, रामनाथपुरम, तमिलनाडु |
| निधन | 30 अक्टूबर 1963 |
| राजनीतिक संबंध | फॉरवर्ड ब्लॉक (पूर्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) |
| निकट सहयोगी | सुभाष चंद्र बोस |
| प्रमुख आंदोलन | मंदिर प्रवेश आंदोलन, क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट का निरसन |
| प्रतिनिधित्व की गई सीटें | अरुप्पुकोट्टई (विधानसभा), रामनाथपुरम (लोकसभा) |
| उत्सव | थेवर जयंती |
| प्राप्त उपाधियाँ | साउथ का शेर, साउथ का नेताजी, अनक्राउनड मोनार्क |
| समाधि स्थल | थेवर थिडल, पासुम्पोन, तमिलनाडु |





