सबसे कमजोर जनजातियों के लिए जीवनरेखा: पीएम-जनमन का परिचय
नवंबर 2023 में शुरू किया गया पीएम–जनमन पैकेज भारत की अत्यंत वंचित जनजातीय समूहों (PVTGs) को मुख्यधारा की विकास प्रक्रिया में लाने की एक महत्वपूर्ण पहल है। ये जनजातियाँ प्रायः दूरस्थ, पहाड़ी और वन क्षेत्रों में निवास करती हैं और दशकों से बुनियादी सेवाओं से वंचित रही हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार आवास, पीने का पानी और सड़क जैसी बुनियादी सेवाओं का पूर्ण कवरेज सुनिश्चित करना चाहती है। यह पहल 18 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश में फैली 75 PVTG जनजातियों को कवर करती है।
मिशन की शुरुआत: एक उपयुक्त समय पर आरंभ
15 नवंबर 2023 को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर पीएम–जनमन योजना का औपचारिक शुभारंभ किया गया। यह दिन देश के लिए जनजातीय योगदान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। इस योजना की जड़ें केंद्रीय बजट 2022–23 में प्रस्तावित प्रधानमंत्री-PVTG विकास मिशन में हैं। इसके लिए ₹24,104 करोड़ की धनराशि आवंटित की गई है, जिसमें से ₹15,336 करोड़ केंद्र सरकार की हिस्सेदारी है।
योजना के प्रमुख उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य सबसे अधिक पिछड़े जनजातीय समुदायों की जीवन स्थिति में बदलाव लाना है। यह पहल केवल अवसंरचना तक सीमित नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका जैसे क्षेत्रों को भी शामिल करती है। सरकार का लक्ष्य है कि 100% PVTG बस्तियों तक बुनियादी सुविधाएँ पहुँचाई जाएँ, जिससे विकास की खाई को समाप्त किया जा सके।
योजना के घटक: प्रमुख हस्तक्षेप
पीएम-जनमन पैकेज 11 प्रमुख हस्तक्षेपों पर आधारित है। आवास सहायता प्रधानमंत्री आवास योजना–ग्रामीण के अंतर्गत दी जाती है, वहीं जल जीवन मिशन के माध्यम से स्वच्छ पेयजल पहुंचाया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मोबाइल मेडिकल यूनिट तैनात की गई हैं। आंगनवाड़ी केंद्र और छात्रावास के निर्माण से शिक्षा और बाल देखभाल को मजबूती मिल रही है। जहां बिजली नहीं है, वहां सौर ऊर्जा के माध्यम से रोशनी पहुँचाई जा रही है।
कार्यान्वयन की स्थिति: शुरुआती चुनौतियाँ और प्रगति
इस योजना को जनजातीय कार्य मंत्रालय की देखरेख में 9 अन्य मंत्रालयों और राज्य सरकारों के सहयोग से लागू किया जा रहा है। शुरुआत में पीएम–गतिशक्ति पोर्टल पर डेटा अद्यतन को लेकर कुछ अड़चनें थीं, लेकिन जल्द ही इन्हें दूर कर लिया गया। नवंबर 2024 तक 4 लाख से अधिक घरों को स्वीकृति दी जा चुकी है, जो योजना की तीव्र प्रगति को दर्शाता है।
दीर्घकालिक दृष्टिकोण और लक्ष्य
2023–24 से 2025–26 तक चलने वाली यह योजना एक मध्यम अवधि का मिशन है जिसका उद्देश्य स्थायी विकास है। सरकार चाहती है कि PVTG समुदाय भविष्य में राज्य पर निर्भर हुए बिना आत्मनिर्भर बनें। समय पर कार्यान्वयन और संसाधनों का सही उपयोग इस योजना की सफलता की कुंजी है।
Static GK Snapshot: पीएम-जनमन और जनजातीय विकास
तथ्य | विवरण |
लॉन्च की तारीख | 15 नवंबर 2023 (जनजातीय गौरव दिवस) |
लक्षित समूह | 75 PVTG समुदाय, 18 राज्य + 1 केंद्र शासित प्रदेश |
कुल बजट | ₹24,104 करोड़ (केंद्रीय हिस्सा: ₹15,336 करोड़) |
प्रमुख योजनाएँ | पीएम आवास योजना, जल जीवन मिशन, NHM, सौर विद्युतीकरण |
योजना की अवधि | 2023–24 से 2025–26 तक |