प्रमुख नीति विस्तार
भारत सरकार ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) और एकीकृत पेंशन योजना (UPS) के तहत केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए लाइफ साइकिल 75 (LC75) और बैलेंस्ड लाइफ साइकिल (BLC) निवेश विकल्पों के विस्तार को मंजूरी दी है।
इस नीति का उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों को अधिक लचीलापन और इक्विटी भागीदारी प्रदान करना है, जिससे उन्हें गैर-सरकारी NPS सदस्यों के समान अवसर मिल सकें।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान तथ्य: राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) को 2004 में सरकारी कर्मचारियों के लिए शुरू किया गया था और यह पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा नियंत्रित की जाती है।
नए निवेश विकल्प
पहले सरकारी कर्मचारियों के पास सीमित निवेश विकल्प थे। नए विकल्प — LC75 और BLC — NPS के तहत निवेश के दायरे का विस्तार करते हैं।
- LC75 (अग्रेसिव लाइफ साइकिल): इसमें 75% तक इक्विटी एक्सपोज़र की अनुमति है, जो उम्र 35 से 55 वर्ष के बीच धीरे-धीरे घटता है।
- BLC (बैलेंस्ड लाइफ साइकिल): यह LC-50 का एक रूपांतर है, जिसमें इक्विटी घटाव 45 वर्ष की आयु से शुरू होता है, जिससे कर्मचारी अधिक समय तक इक्विटी में निवेशित रह सकते हैं।
ये मौजूदा विकल्पों जैसे डिफ़ॉल्ट स्कीम, स्कीम G (100% सरकारी प्रतिभूतियाँ), LC-25 और LC-50 के अतिरिक्त हैं।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान टिप: PFRDA वर्तमान में NPS ग्राहकों को उनकी जोखिम प्राथमिकता के आधार पर एक्टिव चॉइस और ऑटो चॉइस मॉडल चुनने की अनुमति देता है।
ग्लाइड पाथ को समझना
दोनों LC75 और BLC में एक ग्लाइड-पाथ मैकेनिज़्म लागू होता है — यह एक ऐसी रणनीति है जिसमें उम्र के साथ इक्विटी आवंटन घटता जाता है।
यह व्यवस्था सेवानिवृत्ति कोष को बाजार की अस्थिरता से सुरक्षित रखते हुए करियर के शुरुआती वर्षों में उच्च रिटर्न सुनिश्चित करती है।
उदाहरण के लिए, LC75 के तहत इक्विटी एक्सपोज़र शुरू में अधिक होता है और सेवानिवृत्ति के निकट पहुँचने पर स्वचालित रूप से घटता है, जिससे वृद्धि और स्थिरता के बीच संतुलन बनता है।
सरकारी कर्मचारियों के लिए लाभ
LC75 और BLC के समावेश से कई लाभ मिलते हैं:
- कर्मचारियों को अपने निवेश रणनीतियों पर अधिक नियंत्रण प्राप्त होता है।
- करियर के शुरुआती चरण के कर्मचारी LC75 के माध्यम से उच्च इक्विटी भागीदारी कर सकते हैं।
- दीर्घकालिक विकास दृष्टिकोण वाले कर्मचारी BLC के जरिए लंबे समय तक इक्विटी में बने रह सकते हैं।
- अधिक लचीलापन व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों के साथ बेहतर जोखिम-रिटर्न संतुलन सुनिश्चित करता है।
कुल मिलाकर, यह सुधार वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के अनुरूप सार्वजनिक पेंशन प्रबंधन को संरेखित करता है और वित्तीय साक्षरता एवं सेवानिवृत्ति नियोजन में सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देता है।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान तथ्य: 2025 तक, NPS कोष ₹10 लाख करोड़ से अधिक हो चुका है और यह पूरे भारत में5 करोड़ से अधिक ग्राहकों की सेवा कर रहा है।
प्रणालीगत प्रभाव
यह नीति अपडेट कर्मचारियों को सूचित निवेश निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाने पर सरकार के ध्यान को दर्शाता है।
अधिक ऑटो-चॉइस विकल्पों की पेशकश करके, यह उन ग्राहकों के लिए निर्णय-निर्माण को सरल बनाता है जो आयु या जोखिम प्रोफ़ाइल के आधार पर पूर्वनिर्धारित निवेश पथ पसंद करते हैं।
कुल मिलाकर, यह कदम सेवानिवृत्ति की तैयारी में सुधार करेगा, पेंशन सुधारों में विश्वास को मजबूत करेगा और दीर्घकालिक वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देगा।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
| नीति स्वीकृत करने वाला | भारत सरकार, अक्टूबर 2025 |
| नियामक प्राधिकरण | पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) |
| नए विकल्प | लाइफ साइकिल 75 (LC75) और बैलेंस्ड लाइफ साइकिल (BLC) |
| LC75 में अधिकतम इक्विटी एक्सपोज़र | 75% |
| इक्विटी घटने की आयु (LC75) | 35 से 55 वर्ष |
| इक्विटी घटने की आयु (BLC) | 45 वर्ष से प्रारंभ |
| डिफ़ॉल्ट निवेश विकल्प | PFRDA द्वारा परिभाषित सरकारी पैटर्न |
| कम जोखिम वाला विकल्प | स्कीम G (100% सरकारी प्रतिभूतियाँ) |
| विस्तार का उद्देश्य | NPS और UPS के तहत लचीलापन और इक्विटी एक्सपोज़र बढ़ाना |
| NPS प्रारंभ वर्ष | 2004 |





