अक्टूबर 26, 2025 5:42 अपराह्न

राजमार्ग निगरानी में एआई-संचालित क्रांति

चालू घटनाएँ: NHAI, एआई आधारित मॉनिटरिंग, 3D नेटवर्क सर्वे व्हीकल्स, डेटा लेक, सड़क सुरक्षा, निवारक रखरखाव, डिजिटल हाईवे इन्वेंटरी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, अवसंरचना पारदर्शिता, स्मार्ट रोड प्रबंधन

AI-Powered Revolution in Highway Monitoring

NHAI की तकनीकी प्रगति

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने देश के 23 राज्यों में एआई-सक्षम 3D नेटवर्क सर्वे व्हीकल्स (NSVs) तैनात किए हैं, जो 20,933 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों को कवर करेंगे।
यह पहल सड़क सुरक्षा और रखरखाव के क्षेत्र में भारत के लिए एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि है और देश की स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर विकास नीति के अनुरूप है।
स्थिर जीके तथ्य: NHAI की स्थापना 1995 में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अधिनियम के तहत की गई थी और यह सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के अधीन कार्य करता है।

नेटवर्क सर्वे वाहनों की कार्यप्रणाली

नेटवर्क सर्वे व्हीकल्स (NSVs) अत्याधुनिक तकनीक से लैस वाहन हैं, जिनमें 3D लेज़र स्कैनर और सेंसर सिस्टम लगे हैं।
ये वाहन बिना मानव हस्तक्षेप के स्वतः दरारें, गड्ढे, पैच और सड़क की सतह की खामियों का पता लगा सकते हैं।
इससे मैनुअल त्रुटियाँ कम होती हैं और डेटा संग्रह की गति बढ़ती है
ये वाहन सभी मौसम और ट्रैफिक परिस्थितियों में काम कर सकते हैं और उच्च-रिज़ॉल्यूशन सड़क प्रोफाइल तैयार कर सटीक रखरखाव योजना में मदद करते हैं।

डेटा एकीकरण और एआई आधारित विश्लेषण

NSVs द्वारा एकत्र किया गया सारा डेटा NHAI के “डेटा लेक” प्लेटफ़ॉर्म पर अपलोड किया जाता है — यह एक एआई-सक्षम डिजिटल विश्लेषण प्रणाली है, जो बड़े पैमाने पर राजमार्ग डेटा की व्याख्या करती है।
यह प्रणाली विशेषज्ञों को सड़क की क्षति की गंभीरता और स्थान के आधार पर समय पर मरम्मत योजनाएँ तैयार करने में मदद करती है।
स्थिर जीके टिप: भारत का राजमार्ग नेटवर्क दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा है — यह 6.3 मिलियन किलोमीटर लंबा है और देश के लगभग 65% माल परिवहन को जोड़ता है।
एआई एकीकरण के माध्यम से NHAI एक डिजिटल रोड इन्वेंटरी भी बना रहा है, जिससे संपत्ति प्रबंधन और पारदर्शिता में सुधार होगा।

सड़क सुरक्षा और रखरखाव में सुधार

यह पहल निवारक रखरखाव (Preventive Maintenance) पर केंद्रित है — जिससे सड़क की खराबी को पहले से पहचानकर बड़े हादसों या मरम्मत खर्च से बचा जा सके।
एआई एल्गोरिद्म और 3D इमेजरी के संयोजन से अब NHAI रियल टाइम में सड़क की गुणवत्ता और पेवमेंट डिग्रेडेशन रेट का विश्लेषण कर सकता है।
इससे संसाधनों का कुशल उपयोग और जोखिम क्षेत्रों की प्राथमिक पहचान संभव हो पाती है।

पारदर्शिता और स्मार्ट शासन

यह एआई-आधारित प्रणाली सार्वजनिक अवसंरचना प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाती है।
मैनुअल रिपोर्टिंग पर निर्भरता घटाकर, यह प्रणाली देरी और असंगतियों को कम करती है।
यह पहल भारत की डिजिटल इंडिया दृष्टि के अनुरूप है और डेटा-आधारित सतत शासन (Smart Governance) को प्रोत्साहित करती है।
स्थिर जीके तथ्य: डेटा लेक परियोजना भारत सरकार की भारतमाला परियोजना (Bharatmala Pariyojana, 2017) का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश के सड़क नेटवर्क और कनेक्टिविटी को सुधारना है।

स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका

विषय (Topic) विवरण (Detail)
क्रियान्वयन एजेंसी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI)
प्रयुक्त तकनीक 3D लेज़र आधारित नेटवर्क सर्वे वाहन (NSVs)
कवरेज 23 राज्यों में 20,933 किमी
मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा, निवारक रखरखाव, डेटा-आधारित प्रबंधन
एआई प्लेटफ़ॉर्म NHAI का डेटा लेक
संबंधित मंत्रालय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH)
लॉन्च वर्ष 2025
मुख्य लाभ रियल-टाइम मॉनिटरिंग और सक्रिय रखरखाव प्रबंधन
संबंधित योजना भारतमाला परियोजना
स्थिर तथ्य भारत का राजमार्ग नेटवर्क विश्व में दूसरा सबसे बड़ा
AI-Powered Revolution in Highway Monitoring
  1. एनएचएआई ने 23 राज्यों में एआई-आधारित 3डी नेटवर्क सर्वेक्षण वाहन (एनएसवी) शुरू किए।
  2. यह परियोजना भारत में 20,933 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों को कवर करती है।
  3. यह निवारक रखरखाव और सड़क सुरक्षा सुधारों का समर्थन करती है।
  4. एनएसवी सड़क की खामियों का पता लगाने के लिए 3डी लेजर स्कैनर और सेंसर का उपयोग करते हैं।
  5. यह पहल डिजिटल इंडिया और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के लक्ष्यों के अनुरूप है।
  6. विश्लेषण के लिए डेटा एनएचएआई के एआई-आधारित डेटा लेक प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जाता है।
  7. डेटा लेक भारतमाला परियोजना (2017) का हिस्सा है।
  8. एनएचएआई की स्थापना 1995 में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के तहत हुई थी।
  9. भारत का सड़क नेटवर्क 63 लाख किलोमीटर है, जो दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा है।
  10. एआई उपकरण वास्तविक समय में दरारों, गड्ढों और सड़कों की गिरावट का पता लगाने में मदद करते हैं।
  11. यह प्रणाली राजमार्गों के लिए डेटा-संचालित परिसंपत्ति प्रबंधन को सक्षम बनाती है।
  12. निवारक रखरखाव मरम्मत लागत और दुर्घटना जोखिम को कम करता है।
  13. यह तकनीक बुनियादी ढाँचे की निगरानी में पारदर्शिता बढ़ाती है।
  14. यह मैन्युअल निरीक्षण त्रुटियों को कम करता है और निर्णय लेने में सुधार करता है।
  15. यह कार्यक्रम डिजिटल नवाचार के माध्यम से सतत शासन का समर्थन करता है।
  16. एआई एल्गोरिदम फुटपाथ की गुणवत्ता और क्षरण दर का आकलन करते हैं।
  17. यह पहल भारत के स्मार्ट रोड गवर्नेंस की ओर बदलाव को दर्शाती है।
  18. MoRTH देशव्यापी रोलआउट और रखरखाव गतिविधियों की देखरेख करता है।
  19. यह राष्ट्रीय राजमार्गों की एक डिजिटल सूची स्थापित करता है।
  20. यह परियोजना भारत के एआई-संचालित बुनियादी ढाँचा प्रबंधन में एक मील का पत्थर है।

Q1. एआई-आधारित 3D नेटवर्क सर्वे व्हीकल्स (NSVs) किस एजेंसी द्वारा लॉन्च किए गए?


Q2. NHAI किस मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है?


Q3. NHAI के डाटा लेक (Data Lake) सिस्टम का मुख्य उद्देश्य क्या है?


Q4. Data Lake पहल किस कार्यक्रम का हिस्सा है?


Q5. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की स्थापना कब हुई थी?


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