आधार मैस्कॉट के लिए राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार इकोसिस्टम का प्रतिनिधित्व करने वाले एक दृश्य प्रतीक (Mascot) की खोज के लिए राष्ट्रीय स्तर की डिजाइन प्रतियोगिता शुरू की है।
यह प्रतियोगिता MyGov प्लेटफ़ॉर्म पर आयोजित की जा रही है और यह 31 अक्टूबर 2025 तक सभी भारतीय नागरिकों के लिए खुली है।
प्रतिभागी — व्यक्तिगत या टीम के रूप में — ऐसे मौलिक डिज़ाइन प्रस्तुत कर सकते हैं जो विश्वास और डिजिटल समावेशिता (Digital Inclusivity) के प्रतीक के रूप में आधार की भावना को दर्शाते हों।
Static GK Fact: UIDAI की स्थापना 2009 में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के अंतर्गत की गई थी।
आधार मैस्कॉट का उद्देश्य
इस मैस्कॉट का उद्देश्य आधार संचार को सभी आयु वर्गों के लोगों से जोड़ना और इसके मूल्यों — विश्वास, समावेशिता और तकनीकी सशक्तिकरण — को रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत करना है।
यह भारत के हर नागरिक के लिए सुरक्षित और सुलभ डिजिटल पहचान प्रणाली प्रदान करने के आधार मिशन का प्रतीक होगा।
Static GK Tip: आधार दुनिया की सबसे बड़ी बायोमेट्रिक पहचान प्रणाली है, जिसमें 1.3 अरब से अधिक पंजीकरण किए जा चुके हैं।
प्रविष्टियों के लिए दिशा-निर्देश
सभी नागरिक — व्यक्तिगत रूप से या टीम के रूप में — MyGov पोर्टल के माध्यम से अपनी प्रविष्टियाँ भेज सकते हैं।
प्रत्येक प्रविष्टि में मैस्कॉट का नाम और एक कॉन्सेप्ट नोट शामिल होना चाहिए, जो यह बताए कि डिज़ाइन आधार के सिद्धांतों और मूल्यों को कैसे दर्शाता है।
सभी डिज़ाइन मौलिक (original) होने चाहिए और कॉपीराइट उल्लंघन से मुक्त होने चाहिए।
निर्धारित मानकों या मौलिकता के अभाव वाली प्रविष्टियाँ अयोग्य घोषित की जाएँगी।
मूल्यांकन प्रक्रिया में रचनात्मकता, दृश्य आकर्षण, प्रासंगिकता और मौलिकता को प्राथमिकता दी जाएगी।
पुरस्कार विवरण और सम्मान
इस प्रतियोगिता में कुल ₹1 लाख का पुरस्कार रखा गया है, जिसका वितरण इस प्रकार होगा —
• प्रथम पुरस्कार: ₹50,000
• द्वितीय पुरस्कार: ₹30,000
• तृतीय पुरस्कार: ₹20,000
विजेताओं को UIDAI द्वारा मान्यता प्रमाणपत्र भी प्रदान किए जाएँगे।
शीर्ष प्रविष्टि को आधार का आधिकारिक मैस्कॉट चुना जाएगा और इसे राष्ट्रीय जनजागरूकता अभियानों और डिजिटल प्रचार कार्यक्रमों में शामिल किया जाएगा।
Static GK Fact: आधार कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत 2010 में की गई थी, और पहला आधार नंबर महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में जारी किया गया था।
जनता से मजबूत जुड़ाव
मैस्कॉट की शुरुआत नागरिकों को भारत की डिजिटल अवसंरचना (Digital Infrastructure) से जोड़ने की दिशा में एक रचनात्मक पहल है।
यह प्रतियोगिता न केवल वित्तीय पुरस्कार प्रदान करती है बल्कि डिज़ाइनरों को एक राष्ट्रीय पहचान परियोजना में योगदान देने का अवसर भी देती है, जो शासन और सेवा वितरण की रीढ़ बन चुकी है।
Static GK Tip: MyGov प्लेटफ़ॉर्म की शुरुआत 2014 में की गई थी, ताकि नीति निर्माण में जनता की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए क्राउडसोर्स्ड विचारों और प्रतियोगिताओं का उपयोग किया जा सके।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
आयोजन संस्था | भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) |
प्रविष्टि मंच | माईगव (MyGov) पोर्टल |
प्रविष्टि की अंतिम तिथि | 31 अक्टूबर 2025 |
कुल पुरस्कार राशि | ₹1 लाख |
प्रथम पुरस्कार | ₹50,000 |
द्वितीय पुरस्कार | ₹30,000 |
तृतीय पुरस्कार | ₹20,000 |
उद्देश्य | आधार का आधिकारिक दृश्य प्रतीक (मैस्कॉट) बनाना |
प्रमुख मूल्यांकन मानक | रचनात्मकता, मौलिकता, प्रासंगिकता और दृश्य आकर्षण |
UIDAI का पर्यवेक्षण मंत्रालय | इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) |