रिपोर्ट का अवलोकन
भारत के महा पंजीयक (Registrar General of India – RGI) द्वारा गृह मंत्रालय के अधीन तैयार की गई “वाइटल स्टैटिस्टिक्स ऑफ इंडिया 2023″ रिपोर्ट में देशभर में जन्म और मृत्यु से संबंधित महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं।
यह रिपोर्ट नागरिक पंजीकरण प्रणाली (Civil Registration System – CRS) पर आधारित है, जो देश में निरंतर रूप से जन्म और मृत्यु जैसे जीवन घटनाओं का रिकॉर्ड रखती है।
जन्म से संबंधित प्रमुख निष्कर्ष
2023 में पंजीकृत जन्मों की संख्या में 2022 की तुलना में 0.9% की कमी दर्ज की गई।
जन्म का पंजीकरण स्तर (Level of Registration – LoR) 98.4% रहा, जो भारत में लगभग सार्वभौमिक पंजीकरण कवरेज को दर्शाता है।
शहरी क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक जन्म दर्ज किए गए।
जन्म के समय लिंग अनुपात (Sex Ratio at Birth – SRB), (सिक्किम को छोड़कर), प्रति 1000 पुरुषों पर 928 महिलाएँ रहा — जो लिंग असंतुलन में हल्की गिरावट को दर्शाता है।
राज्यवार, अरुणाचल प्रदेश का SRB 1,085 सबसे अधिक था, जबकि झारखंड का 899 सबसे कम दर्ज हुआ।
स्थैतिक जीके तथ्य: SRB (Sex Ratio at Birth) एक महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय संकेतक है जो लिंग समानता और जन्म के समय महिला जीवितता दर को मापने में मदद करता है।
मृत्यु से संबंधित प्रमुख निष्कर्ष
2023 में पंजीकृत मौतों में 2022 की तुलना में 0.1% की मामूली वृद्धि देखी गई।
मृत्यु का पंजीकरण स्तर (LoR) 97.2% तक पहुँच गया, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में मृत्यु दर शहरी क्षेत्रों से अधिक रही।
संस्थागत मृत्यु दर (Institutional Deaths) 74.7% रही, जो स्वास्थ्य सेवाओं तक बढ़ती पहुँच को दर्शाती है।
हालाँकि, शिशु मृत्यु दर में वृद्धि दर्ज की गई है, जो मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों को और मजबूत करने की आवश्यकता को इंगित करती है।
स्थैतिक जीके टिप: सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (Sample Registration System – SRS), CRS का पूरक है, जो जनन और मृत्यु दर से संबंधित संकेतक नमूना सर्वेक्षणों के माध्यम से प्रदान करता है।
संस्थागत और क्षेत्रीय उपलब्धियाँ
कुल 21 राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों ने 100% जन्म पंजीकरण हासिल किया, जबकि 19 राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों ने 100% मृत्यु पंजीकरण प्राप्त किया।
ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में पुरुषों के बीच जन्म और मृत्यु पंजीकरण दरें महिलाओं की तुलना में अधिक रहीं।
यह प्रदर्शन भारत के डिजिटल शासन ढाँचे (Digital Governance Framework) में हुई प्रगति को रेखांकित करता है — विशेष रूप से 2023 में किए गए संशोधन (Amendment 2023) के बाद, जिसने इलेक्ट्रॉनिक पंजीकरण (Digital Registration) को सक्षम बनाया।
नागरिक पंजीकरण प्रणाली (CRS) के बारे में
नागरिक पंजीकरण प्रणाली (Civil Registration System) भारत की एकीकृत प्रणाली है जो जन्म, मृत्यु और मृतजन्म (Still Births) की रिपोर्टिंग को दर्ज करती है।
यह प्रणाली जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम (Registration of Births and Deaths Act), 1969 के तहत संचालित होती है, जिसके अंतर्गत स्थानीय रजिस्ट्रार को इन घटनाओं की सूचना देना अनिवार्य है।
2023 के संशोधन (Amendment 2023) ने इस प्रणाली को डिजिटल स्वरूप में परिवर्तित किया, जिससे राष्ट्रीय और राज्य स्तर के डेटाबेस (National & State-level Databases) तैयार किए जा रहे हैं।
इस सुधार ने डेटा की विश्वसनीयता, पारदर्शिता और नीति-निर्माण के लिए पहुंच को और मजबूत किया है।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत के महा पंजीयक और जनगणना आयुक्त का कार्यालय (Office of the Registrar General & Census Commissioner of India) 1949 में स्थापित किया गया था, जो भारत की जनगणना और CRS के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
रिपोर्ट जारी करने वाली संस्था | भारत के महा पंजीयक (Registrar General of India), गृह मंत्रालय |
रिपोर्ट वर्ष | 2023 |
जन्म के समय लिंग अनुपात (SRB) (सिक्किम को छोड़कर) | प्रति 1000 पुरुषों पर 928 महिलाएँ |
सबसे उच्च SRB | अरुणाचल प्रदेश (1,085) |
सबसे निम्न SRB | झारखंड (899) |
जन्म पंजीकरण स्तर (LoR) | 98.4% |
मृत्यु पंजीकरण स्तर (LoR) | 97.2% |
संस्थागत मृत्यु दर | 74.7% |
100% जन्म पंजीकरण वाले राज्य/केन्द्रशासित प्रदेश | 21 |
100% मृत्यु पंजीकरण वाले राज्य/केन्द्रशासित प्रदेश | 19 |
कानूनी ढाँचा | जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम (RBD Act), 1969 (संशोधित 2023) |
मुख्य सुधार | डिजिटल पंजीकरण एवं राष्ट्रीय डेटाबेस का निर्माण |