कोरबा में SECL का मील का पत्थर
साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL), जो कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) की सहायक इकाई है, ने 5 अक्टूबर 2025 को कोरबा, छत्तीसगढ़ स्थित सेंट्रल वर्कशॉप में अपनी पहली सर्व-महिला संचालित सेंट्रल स्टोर यूनिट का उद्घाटन किया।
यह पहल स्पेशल कैंपेन 5.0 के अंतर्गत है, जो सरकार की समावेशन और दक्षता पर आधारित प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
यह स्टोर 8 महिला अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम द्वारा पूर्ण रूप से संचालित है, जो भारी उद्योगों में महिलाओं के नेतृत्व का एक नया अध्याय खोलती है।
इसका नेतृत्व सुश्री सपना इक्का, सीनियर मैनेजर (E&M) एवं आईआईटी (ISM) धनबाद की पूर्व छात्रा, कर रही हैं।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान तथ्य: कोल इंडिया लिमिटेड विश्व की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है, जिसका मुख्यालय कोलकाता में स्थित है।
स्टोर की कार्यात्मक विशेषताएँ
यह सेंट्रल स्टोर यूनिट स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति, लॉजिस्टिक्स और इन्वेंट्री नियंत्रण का कार्य संभालती है।
पारंपरिक इकाइयों के विपरीत, यह पूर्णतः महिलाओं द्वारा संचालित है, जिससे यह भारत के खनन क्षेत्र में अद्वितीय उदाहरण बन गई है।
इससे पहले SECL ने बिलासपुर में कोल इंडिया की पहली सर्व-महिला डिस्पेंसरी स्थापित की थी, जो लैंगिक समावेशन के प्रति उसकी निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान तथ्य: SECL कोल इंडिया की सबसे बड़ी उत्पादन इकाई है, जो CIL के कुल उत्पादन का 25% से अधिक योगदान देती है।
दक्षता के लिए डिजिटल एकीकरण
यह यूनिट एक SAP-आधारित डिजिटल इन्वेंट्री सिस्टम पर संचालित होती है, जो निम्नलिखित सुविधाएँ प्रदान करती है —
• रीयल-टाइम इन्वेंट्री ट्रैकिंग
• सामग्री प्रबंधन में पारदर्शिता
• स्वचालित ऑडिट और रिपोर्टिंग
यह प्रणाली औद्योगिक संचालन में दक्षता और जवाबदेही को बढ़ाती है।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान टिप: SAP (Systems, Applications, and Products) एक प्रसिद्ध Enterprise Resource Planning (ERP) सॉफ्टवेयर है, जिसका व्यापक उपयोग भारतीय सार्वजनिक उपक्रमों (PSUs) में किया जाता है।
व्यापक महत्व
कोरबा की यह स्टोर यूनिट केवल प्रतीकात्मक पहल नहीं है।
यह एक संरचनात्मक परिवर्तन को दर्शाती है, जहाँ महिलाओं को अब उन भूमिकाओं में रखा जा रहा है जो पारंपरिक रूप से पुरुष-प्रधान थीं।
यह कदम कौशल आधारित समावेशन और संगठनात्मक विविधता दोनों को सशक्त बनाता है।
साथ ही, यह पहल भारत की उस छवि को और सुदृढ़ करती है जहाँ “नारी शक्ति से राष्ट्र शक्ति” केवल नारा नहीं, बल्कि नीति बन चुका है।
राष्ट्रीय प्राथमिकताओं से तालमेल
यह पहल भारत सरकार के कई प्रमुख कार्यक्रमों से जुड़ी हुई है —
• स्पेशल कैंपेन 5.0 – नवाचार और समावेशन को बढ़ावा देना
• आत्मनिर्भर भारत – स्वदेशी क्षमताओं और आत्मनिर्भरता को सशक्त बनाना
• विकसित भारत @2047 – औद्योगिक विकास की दृष्टि स्थापित करना
• मिशन कर्मयोगी – प्रशासनिक दक्षता और व्यावसायिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करना
• नारी शक्ति वंदन – प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं के योगदान का सम्मान करना
स्थैतिक सामान्य ज्ञान तथ्य: मिशन कर्मयोगी भारत का राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम है, जिसे 2020 में प्रारंभ किया गया था।
दीर्घकालिक प्रभाव
यह पहल कोल इंडिया लिमिटेड की सीएसआर और गवर्नेंस प्रोफ़ाइल को मज़बूत करती है तथा सार्वजनिक उपक्रमों में विविधता को प्रोत्साहित करती है।
इसके साथ ही, यह अन्य PSUs को भी प्रेरित करती है कि वे महिला-नेतृत्व वाले संचालन मॉडल अपनाएँ, जिससे भारत के औद्योगिक क्षेत्र में व्यापक समावेशन का मार्ग प्रशस्त हो सके।
स्थैतिक उस्तादियन करंट अफेयर्स तालिका
विषय | विवरण |
आयोजन | पहली सर्व-महिला सेंट्रल स्टोर यूनिट का उद्घाटन |
तिथि | 5 अक्टूबर 2025 |
स्थान | सेंट्रल वर्कशॉप, SECL कोरबा, छत्तीसगढ़ |
संगठन | साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL), कोल इंडिया की सहायक इकाई |
अभियान | भारत सरकार का स्पेशल कैंपेन 5.0 |
इकाई प्रमुख | सुश्री सपना इक्का, सीनियर मैनेजर (E&M), IIT (ISM) धनबाद की पूर्व छात्रा |
टीम संरचना | 8 महिला अधिकारी और कर्मचारी |
पूर्व पहल | SECL द्वारा बिलासपुर में सर्व-महिला डिस्पेंसरी की स्थापना |
प्रयुक्त तकनीक | SAP आधारित डिजिटल इन्वेंट्री प्रणाली |
राष्ट्रीय संबद्धता | आत्मनिर्भर भारत, मिशन कर्मयोगी, विकसित भारत @2047 |