अक्टूबर 7, 2025 7:44 अपराह्न

पंजाब के धान के खेतों पर फाल्स स्मट का संकट

चालू घटनाएँ: फॉल्स स्मट रोग, पंजाब धान फसलें, खरीफ 2025, बाढ़, फफूंद प्रकोप, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, मंडी खरीद, किसान आजीविका, गेहूं बुवाई में देरी, चीनी ड्वार्फ रोग

False Smut Crisis Hits Punjab Paddy Fields

पंजाब में फॉल्स स्मट का प्रकोप

खरीफ 2025 सीज़न में पंजाब की धान की फसलें फॉल्स स्मट रोग (स्थानीय रूप से हल्दी रोग) से गंभीर रूप से प्रभावित हुई हैं। राज्य के जिलों में भारी और लगातार बारिश के कारण बाढ़ आई, जिससे धान की फसलों में समय पर एंटी-फंगल छिड़काव नहीं हो सका। यह संक्रमण पकने और कटाई के चरणों में तेज़ी से फैल गया है, जिससे किसानों में व्यापक चिंता है।
स्टैटिक जीके तथ्य: फॉल्स स्मट Ustilaginoidea virens नामक फफूंद से होता है और इसे चावल की एक उभरती हुई वैश्विक बीमारी माना जाता है।

फसल क्षति का स्तर

फसल क्षति पर अलग-अलग रिपोर्ट सामने आई हैं। विधायकों और किसान संगठनों का दावा है कि कुछ क्षेत्रों में 25% तक नुकसान हुआ है, जबकि पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) के विशेषज्ञों के अनुसार यह 2–6% तक है। भले ही यह कम आँका गया हो, फिर भी पंजाब के 32.5 लाख हेक्टेयर धान क्षेत्र को देखते हुए नुकसान बड़ा माना जा रहा है।

आर्थिक असर

इस सीज़न के लिए पंजाब का धान खरीद लक्ष्य 180 लाख टन है। लेकिन बाढ़ ने अमृतसर, तरनतारन, कपूरथला और फिरोज़पुर जिलों में लगभग 5 लाख एकड़ कृषि भूमि को नष्ट कर दिया। इससे न केवल धान की पैदावार प्रभावित होगी बल्कि खेतों में रेत जमने के कारण रबी गेहूं की बुवाई भी देर से होगी।
स्टैटिक जीके टिप: पंजाब और हरियाणा मिलकर भारत के केंद्रीय खाद्यान्न पूल में 70% से अधिक चावल का योगदान करते हैं।

संस्थागत जिम्मेदारी

किसानों ने PAU और राज्य कृषि विभाग की आलोचना की है कि समय पर परामर्श और चेतावनी जारी नहीं की गईं। इस देरी के कारण एंटी-फंगल स्प्रे का मौका चूक गया। विशेषज्ञों ने रोग की मौजूदगी स्वीकार की है लेकिन इसके पैमाने को कम करके आंका है। पूर्व अधिकारियों ने चीनी ड्वार्फ रोग जैसे अन्य बिना रिपोर्ट किए गए प्रकोपों का भी उल्लेख किया, जिससे निगरानी तंत्र की कमजोरी सामने आई।

खरीद की स्थिति

संकट के बावजूद 15 सितंबर 2025 को धान की खरीद सामान्य से पहले शुरू कर दी गई। अब तक 1.96 लाख टन धान मंडियों में पहुँच चुका है और जैसे-जैसे कटाई बढ़ेगी, आगमन भी बढ़ने की उम्मीद है। यह प्रक्रिया किसानों की आय को स्थिर करने और राज्य में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
स्टैटिक जीके तथ्य: भारत में धान और गेहूं की खरीद एवं वितरण की मुख्य एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (FCI) है।

व्यापक कृषि चुनौतियाँ

पंजाब की कृषि लगातार बाढ़, भारी वर्षा और असामान्य मौसम जैसी जलवायु-जनित चुनौतियों के प्रति संवेदनशील बनी हुई है। ऐसे हालात पौधों के रोगों को बढ़ावा देते हैं और प्रबंधन को जटिल बनाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लंबे समय में जोखिम कम करने के लिए बेहतर रोग निगरानी, प्रभावी परामर्श तंत्र और लचीली फसल प्रणालियों को बढ़ावा देना जरूरी है।

स्टैटिक उस्तादियन करंट अफेयर्स तालिका

विषय विवरण
रोग धान में फॉल्स स्मट (हल्दी रोग)
रोगजनक Ustilaginoidea virens फफूंद
प्रभावित राज्य पंजाब (अमृतसर, तरनतारन, कपूरथला, फिरोज़पुर)
अनुमानित क्षति धान की 2–25% फसल
धान का क्षेत्र 32.5 लाख हेक्टेयर
बाढ़ का प्रभाव 5 लाख एकड़ भूमि नष्ट
खरीद लक्ष्य 180 लाख टन धान
खरीद शुरू 15 सितंबर 2025
प्रारंभिक खरीद 1.96 लाख टन
मुख्य संस्था पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU)
False Smut Crisis Hits Punjab Paddy Fields
  1. फाल्स स्मट रोग ने पंजाब के 2025 के खरीफ धान के मौसम को बुरी तरह प्रभावित किया।
  2. यूस्टिलाजिनोइडिया विरेन्स नामक कवक इस उभरते हुए चावल रोग का कारण बनता है।
  3. भारी वर्षा और बाढ़ ने फसलों में फफूंद संक्रमण को और बिगाड़ दिया।
  4. किसानों ने कुछ जिलों में 25% तक उपज हानि की सूचना दी।
  5. पंजाब के5 लाख हेक्टेयर धान की फसल को अलग-अलग नुकसान हुआ।
  6. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) ने 2-6% नुकसान का अनुमान लगाया।
  7. 5 लाख एकड़ से अधिक कृषि भूमि बाढ़ में डूब गई और नष्ट हो गई।
  8. पंजाब का खरीद लक्ष्य 180 लाख टन धान है।
  9. 15 सितंबर 2025 को मंडी में जल्दी खरीद शुरू हुई।
  10. 96 लाख टन से अधिक धान की खरीद जल्दी की गई।
  11. बाढ़ के कारण रेत जमा होने से रबी गेहूं की बुवाई में देरी हुई।
  12. किसानों ने कमज़ोर सलाह और रोग प्रबंधन में देरी को ज़िम्मेदार ठहराया।
  13. चीनी बौना रोग के प्रकोप की भी रिपोर्ट नहीं की गई।
  14. भारतीय खाद्य निगम (FCI) धान की ख़रीद का प्रबंधन करता है।
  15. विशेषज्ञ रोग निगरानी और लचीली फ़सल प्रणालियों पर ज़ोर देते हैं।
  16. पंजाब, हरियाणा के साथ मिलकर भारत के चावल उत्पादन में 70% से ज़्यादा का योगदान देता है।
  17. जलवायु परिवर्तन और बाढ़ से पौधों की बीमारियों की संभावना और बढ़ जाती है।
  18. यह संकट समय पर राज्य-स्तरीय हस्तक्षेप की आवश्यकता को दर्शाता है।
  19. मज़बूत कृषि-सलाहकार नेटवर्क भविष्य में होने वाले प्रकोपों ​​को रोक सकते हैं।
  20. पंजाब को भविष्य में लचीलेपन के लिए जलवायु-अनुकूल कृषि अपनानी चाहिए।

Q1. धान में झूठा झुलसा (False smut) रोग किस फफूंद से होता है?


Q2. पीएयू (PAU) के विशेषज्ञों ने फसल क्षति का कितना अनुमान लगाया?


Q3. झूठा झुलसा रोग का प्रकोप किस राज्य में हुआ है?


Q4. प्रकोप के बावजूद पंजाब में धान की खरीद कब शुरू हुई?


Q5. भारत में धान की खरीद की जिम्मेदारी किस एजेंसी की है?


Your Score: 0

Current Affairs PDF October 7

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

News of the Day

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.