पुरस्कार वितरण
डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार का 31वाँ संस्करण चेन्नई में प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित करता है जो प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा और सतत प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं। स्टैटिक जीके तथ्य: एम.एस. स्वामीनाथन पुरस्कार की स्थापना 1999 में पर्यावरण संरक्षण और सतत कृषि में योगदान को सम्मानित करने के लिए की गई थी।
सहज समृद्धा की मान्यता
मैसूर की सामुदायिक संगठन सहज समृद्धा को पारंपरिक धान किस्मों और मोटे अनाज (मिलेट्स) के संरक्षण के लिए सम्मानित किया गया। उनके प्रयास किसानों की भागीदारी और बीज संरक्षण के माध्यम से जैव विविधता को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं।
स्टैटिक जीके टिप: मोटे अनाज जलवायु-सहनशील फसलें हैं जो खाद्य सुरक्षा और पोषण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
इस संगठन ने सामुदायिक बीज बैंक और किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक लागू किए हैं। इनके प्रयासों ने पारंपरिक फसलों को पुनर्जीवित किया और स्थानीय कृषि पद्धतियों को मजबूत बनाया।
व्यक्तिगत योगदान
कलाईஞर नगर के वीरप्पन, जो एक इरुलर मछुआरे हैं, को मड क्रैब संवर्धन (Mud Crab Propagation) में उनके कार्य के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्होंने सतत जलीय कृषि तकनीकों में छात्रों को प्रशिक्षण देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
स्टैटिक जीके तथ्य: इरुलर समुदाय तमिलनाडु में परंपरागत रूप से मछली पकड़ने और वन-आधारित आजीविका के लिए जाना जाता है।
वीरप्पन के कार्यक्रम स्थानीय मत्स्य संसाधनों को बढ़ाने के साथ-साथ पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने का लक्ष्य रखते हैं। उनके प्रयास सामुदायिक संरक्षण और जलीय कृषि में व्यावहारिक शिक्षा के महत्व को उजागर करते हैं।
महत्व
यह पुरस्कार संगठनों और व्यक्तियों दोनों के पर्यावरणीय स्थिरता में योगदान को मान्यता देता है। यह भारत की पारिस्थितिकी संरचना में जैव विविधता संरक्षण और पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों के महत्व को दर्शाता है।
स्टैटिक जीके टिप: भारत दुनिया के 17 मेगा-बायोडायवर्स देशों में से एक है, जिससे स्थानीय संरक्षण प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
ऐसी पहलों के माध्यम से समुदाय पारंपरिक फसलों और जलीय प्रजातियों की रक्षा करने में सक्षम होते हैं, जिससे जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध मजबूती आती है। ये पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं के पुनरुत्पादन के लिए भी प्रेरणा देते हैं।
स्टैटिक उस्तादियन करंट अफेयर्स तालिका
विषय | विवरण |
पुरस्कार का नाम | डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार |
संस्करण | 31वाँ |
स्थान | चेन्नई |
संगठनात्मक विजेता | सहज समृद्धा, मैसूर |
योगदान | पारंपरिक धान और मोटे अनाज का सामुदायिक संरक्षण |
व्यक्तिगत विजेता | वीरप्पन, इरुलर मछुआरा |
योगदान | मड क्रैब संवर्धन और सतत जलीय कृषि प्रशिक्षण |
सामुदायिक फोकस | जैव विविधता संरक्षण और पारंपरिक ज्ञान |
महत्व | सतत कृषि और पारिस्थितिक संतुलन को बढ़ावा |
वर्ष | 2025 |