परिचय
भारत सरकार अक्टूबर 2025 से पूरे देश के स्कूलों में मॉडल यूथ ग्राम सभा (MYGS) पहल शुरू करेगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक भागीदारी के माध्यम से स्थानीय स्वशासन की कार्यप्रणाली से परिचित कराना है। मॉडल यूनाइटेड नेशंस से प्रेरित, MYGS अनुभवात्मक अधिगम पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसमें स्कूलों में ग्राम सभा की बैठकें आयोजित की जाती हैं। स्टैटिक जीके तथ्य: ग्राम सभा पंचायती राज प्रणाली का आधार है, जिसे 1992 के 73वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम द्वारा अनिवार्य किया गया था।
पहल का उद्देश्य
MYGS को युवाओं में लोकतांत्रिक मूल्यों और नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को यह समझाना है कि विकास और सामाजिक न्याय को आकार देने में जमीनी शासन का कितना महत्व है। कक्षा की पढ़ाई को व्यावहारिक अभ्यासों से जोड़कर, यह पहल स्कूल के पाठ्यक्रम में पहले से शामिल पंचायती राज अध्याय को और समृद्ध करती है।
दायरा और कवरेज
योजना की शुरुआत में 1,100 से अधिक स्कूलों को शामिल किया जाएगा, जिनमें जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV), एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS) और महाराष्ट्र व कर्नाटक के कुछ जिला परिषद स्कूल शामिल हैं। पंचायती राज मंत्रालय नोडल एजेंसी होगी, जो शिक्षा मंत्रालय और जनजातीय कार्य मंत्रालय के साथ समन्वय में कार्य करेगी। लक्षित समूह में कक्षा 9 से 12 तक के छात्र शामिल होंगे। स्टैटिक जीके तथ्य: जवाहर नवोदय विद्यालयों की स्थापना 1985 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत ग्रामीण प्रतिभाशाली बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए की गई थी।
भूमिकाएँ और ज़िम्मेदारियाँ
छात्र सक्रिय रूप से सरपंच, वार्ड सदस्य, ग्राम सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायक नर्स दाई (ANM) और जूनियर इंजीनियर जैसी भूमिकाएँ निभाएँगे। मॉक ग्राम सभा बैठकों के माध्यम से वे मुद्दों पर चर्चा करेंगे, बजट तैयार करेंगे और विकास योजनाएँ बनाएँगे। यह संरचना छात्रों को जमीनी स्तर पर निर्णय लेने की प्रक्रिया का अनुभव कराएगी।
प्रशिक्षण और वित्तीय सहयोग
प्रत्येक स्कूल के दो शिक्षकों को इन अभ्यासों का मार्गदर्शन करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। सुचारू कार्यान्वयन के लिए मंत्रालय प्रत्येक स्कूल को ₹20,000 प्रदान करेगा। पहला चरण केंद्र सरकार के स्कूलों पर केंद्रित होगा, जबकि राज्य सरकार के स्कूलों को बाद के चरणों में शामिल किया जाएगा। स्टैटिक जीके टिप: भारत में पंचायती राज प्रणाली पहली बार 1959 में राजस्थान में शुरू की गई थी।
प्रतियोगिताएँ और प्रोत्साहन
प्रशिक्षण के बाद, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी, जिनमें JNV और EMRS के लिए अलग-अलग श्रेणियाँ होंगी। विजेताओं को ₹50 लाख से ₹1 करोड़ तक की पुरस्कार राशि मिलेगी, साथ ही सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए जाएँगे। ये प्रोत्साहन छात्रों को स्थानीय लोकतंत्र और शासन की अवधारणाओं से गहराई से जुड़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
तैयारी के कदम
औपचारिक शुरुआत से पहले पंचायती राज मंत्रालय ने शिक्षा और जनजातीय कार्य मंत्रालयों के साथ परामर्श किया। पायलट प्रोजेक्ट JNV बागपत (उत्तर प्रदेश) और EMRS अलवर (राजस्थान) में संचालित किए गए। इन पायलट प्रोजेक्ट्स से मिली प्रतिक्रियाओं ने MYGS की संरचना और क्रियान्वयन योजना को और बेहतर बनाने में मदद की। स्टैटिक जीके तथ्य: 73वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम ने पंचायती राज संस्थाओं को संवैधानिक दर्जा दिया और ग्रामीण शासन को सशक्त बनाया।
स्टैटिक उस्तादियन करंट अफेयर्स तालिका
विषय | विवरण |
पहल | मॉडल यूथ ग्राम सभा (MYGS) |
लॉन्च तिथि | अक्टूबर 2025 |
नोडल मंत्रालय | पंचायती राज मंत्रालय |
सहयोगी मंत्रालय | शिक्षा मंत्रालय, जनजातीय कार्य मंत्रालय |
शामिल स्कूल | 1,100 (JNV, EMRS, जिला परिषद स्कूल) |
लक्षित समूह | कक्षा 9 से 12 के छात्र |
शिक्षक प्रशिक्षण | प्रत्येक स्कूल से दो शिक्षक प्रशिक्षित |
वित्तीय सहयोग | ₹20,000 प्रति स्कूल |
प्रतियोगिताएँ | क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएँ |
पुरस्कार राशि | ₹50 लाख से ₹1 करोड़ |
पायलट प्रोजेक्ट्स | JNV बागपत (UP), EMRS अलवर (राजस्थान) |