अक्टूबर 5, 2025 5:18 पूर्वाह्न

भारत का खाद्यान्न भंडारण वृद्धि 2025

चालू घटनाएँ: भारतीय खाद्य निगम (FCI), सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS), प्राथमिक कृषि ऋण समिति (PACS), कृषि अवसंरचना कोष (AIF), कोल्ड स्टोरेज, स्टील साइलो, प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना, कटाई उपरांत हानि, विकेन्द्रीकृत भंडारण, सहकारी क्षेत्र

India’s Food Grain Storage Growth 2025

भंडारण की बढ़ती आवश्यकता

भारत के 2024-25 में 354 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन ने भंडारण की महत्ता को उजागर किया है। गेहूँ का उत्पादन 117 मिलियन टन और चावल का उत्पादन 149 मिलियन टन तक पहुँच गया। कुशल भंडारण से अपव्यय घटता है, मूल्य स्थिरता बनी रहती है और किसानों की आय सुरक्षित रहती है।
स्थिर जीके तथ्य: भारत, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेहूँ और चावल उत्पादक देश है।

केंद्रीकृत भंडारण प्रणाली

भारतीय खाद्य निगम (FCI) न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर अनाज की खरीद करता है और उन्हें ढके हुए गोदामों तथा आधुनिक साइलो में संग्रहीत करता है। यह प्रणाली सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) की रीढ़ है। मध्य 2025 तक FCI और राज्य एजेंसियाँ 917 लाख मीट्रिक टन से अधिक का भंडारण प्रबंधित कर रही थीं, जिससे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मज़बूत हुई।

कोल्ड स्टोरेज का विस्तार

कोल्ड चेन सुविधाएँ फलों, सब्ज़ियों, दुग्ध और मांस जैसे नाशवान उत्पादों को संरक्षित करती हैं। भारत में वर्तमान में 8,815 कोल्ड स्टोरेज हैं, जिनकी क्षमता 402 लाख मीट्रिक टन से अधिक है। प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PMKSY) और कृषि अवसंरचना कोष (AIF) जैसी योजनाएँ कोल्ड स्टोरेज और रेफ्रिजरेटेड ट्रांसपोर्ट के विस्तार को बढ़ावा देती हैं।
स्थिर जीके टिप: भारत में सबसे अधिक कोल्ड स्टोरेज सुविधाएँ उत्तर प्रदेश में हैं।

PACS की भूमिका विकेन्द्रीकृत भंडारण में

प्राथमिक कृषि ऋण समितियाँ (PACS) गाँव स्तर पर संचालित होती हैं, जिससे परिवहन लागत और कटाई उपरांत हानि कम होती है। ये गोदाम, खरीद केंद्र और फेयर प्राइस शॉप्स के रूप में काम करती हैं। 73,000 से अधिक PACS को कंप्यूटरीकृत किया जा चुका है, और विस्तार परियोजनाएँ ग्रामीण भंडारण को और मज़बूत बना रही हैं।

सरकारी योजनाएँ और क्षमता निर्माण

  • कृषि अवसंरचना कोष (AIF): ₹73,000 करोड़ से अधिक की 27 लाख परियोजनाएँ स्वीकृत।
  • कृषि विपणन अवसंरचना (AMI): लगभग 50,000 वेयरहाउस का निर्माण।
  • प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PMKSY): 1,601 खाद्य प्रसंस्करण और कोल्ड चेन परियोजनाएँ स्वीकृत।
  • पूँजी निवेश अनुदान योजना: कठिन क्षेत्रों में कोल्ड स्टोरेज निर्माण को सहायता।

आधुनिक तकनीक का उपयोग

भारत स्टील साइलो और मशीनीकृत बल्क हैंडलिंग तकनीक से भंडारण हानि को घटा रहा है। मध्य 2025 तक 27 लाख टन क्षमता वाले साइलो कार्यरत थे, और और भी निर्माणाधीन हैं। FCI खाली ज़मीन पर गोदाम बनाकर संपत्ति मुद्रीकरण कर रहा है। विशेष ध्यान पूर्वोत्तर राज्यों पर दिया जा रहा है।

सहकारी क्षेत्र की पहल

सहकारी क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा अनाज भंडारण योजना 2023 में शुरू हुई। 11 राज्यों में पायलट प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं और 500 PACS को विस्तार के लिए चुना गया है। यह योजना PACS को बहु-सेवा केंद्रों में बदल देगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था, प्रसंस्करण और भंडारण क्षमता मज़बूत होगी।

स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका

विषय विवरण
खाद्यान्न उत्पादन 2024-25 354 मिलियन टन
गेहूँ उत्पादन 117 मिलियन टन
चावल उत्पादन 149 मिलियन टन
FCI और राज्य भंडारण क्षमता 2025 917 लाख मीट्रिक टन
भारत में कोल्ड स्टोरेज की संख्या 8,815
कोल्ड स्टोरेज क्षमता 402 लाख मीट्रिक टन
कंप्यूटरीकृत PACS 73,000 से अधिक
AIF स्वीकृत परियोजनाएँ 1.27 लाख, ₹73,000 करोड़ मूल्य
स्टील साइलो की कार्यरत क्षमता 2025 27 लाख टन
सहकारी भंडारण योजना 11 राज्यों में पायलट लागू

India’s Food Grain Storage Growth 2025
  1. भारत ने 2024-25 में 354 मिलियन टन खाद्यान्न का उत्पादन किया।
  2. गेहूँ का उत्पादन 117 मिलियन टन और चावल का उत्पादन 149 मिलियन टन तक पहुँच गया।
  3. चीन के बाद भारत चावल और गेहूँ का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।
  4. मूल्य स्थिरता और किसान आय समर्थन के लिए भंडारण महत्वपूर्ण है।
  5. एफसीआई गोदामों और स्टील साइलो में अनाज का भंडारण करता है।
  6. 2025 के मध्य तक भंडारण 917 लाख मीट्रिक टन तक पहुँच गया।
  7. कोल्ड चेन फलों, सब्जियों, डेयरी और मांस को संरक्षित करती हैं।
  8. भारत में 402 लाख मीट्रिक टन क्षमता वाले 8,815 कोल्ड स्टोरेज हैं।
  9. उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक कोल्ड स्टोरेज हैं।
  10. पीएमकेएसवाई और एआईएफ कोल्ड स्टोरेज और खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा देते हैं।
  11. पैक्स गाँव स्तर पर भंडारण का विकेंद्रीकरण करते हैं जिससे नुकसान कम होता है।
  12. पारदर्शिता के लिए 73,000 से अधिक पैक्स (PACS) को कम्प्यूटरीकृत किया गया है।
  13. AIF ने ₹73,000 करोड़ मूल्य की27 लाख परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
  14. AMI योजना 50,000 गोदामों के निर्माण में सहायता करती है।
  15. PMKSY योजना के तहत 1,601 कोल्ड चेन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
  16. 27 लाख टन क्षमता वाले स्टील साइलो 2025 में चालू होंगे।
  17. परिसंपत्ति मुद्रीकरण से FCI की खाली पड़ी जमीनों पर गोदाम बनाने की अनुमति मिलती है।
  18. सहकारी अनाज भंडारण योजना 2023 में पायलट परियोजनाओं के साथ शुरू हुई।
  19. बहु-सेवा केंद्र विस्तार के लिए 500 पैक्स (PACS) का चयन किया गया।
  20. भंडारण सुधार खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण लचीलापन बढ़ाते हैं।

Q1. भारत का खाद्यान्न उत्पादन 2024–25 में कितना रहा?


Q2. भारत में सबसे अधिक कोल्ड स्टोरेज सुविधाएँ किस राज्य में हैं?


Q3. 2025 में भारत के चालू स्टील साइलो की क्षमता कितनी है?


Q4. खाद्य प्रसंस्करण और कोल्ड चेन परियोजनाओं को कौन-सी सरकारी योजना वित्तपोषित करती है?


Q5. ग्रामीण भंडारण पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कितनी प्राथमिक कृषि साख समितियों (PACS) का कंप्यूटरीकरण किया गया है?


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