तमिलनाडु तटीय पुनर्स्थापन मिशन
तमिलनाडु–सस्टेनेबल कोस्टल एंड ओशन रिसोर्स एफिशिएंसी (TN–SHORE) तटीय पारिस्थितिक तंत्र को मज़बूत बनाने की एक बड़ी पहल है। ₹1,675 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटना और स्थानीय आजीविकाओं में सुधार करना है। इसमें विश्व बैंक ₹1,000 करोड़ का योगदान करेगा, जबकि शेष राशि तमिलनाडु सरकार देगी।
स्थैतिक तथ्य: विश्व बैंक की स्थापना 1944 में हुई थी और इसका मुख्यालय वॉशिंगटन डी.सी. में है।
मैंग्रोव पुनर्स्थापन पर फोकस
मैंग्रोव चक्रवातों, तूफानी लहरों और तटीय क्षरण के विरुद्ध प्राकृतिक ढाल का कार्य करते हैं। टीएन–शोर के अंतर्गत 1,000 हेक्टेयर मैंग्रोव पुनर्स्थापित किए जाएँगे, जिसमें 300 हेक्टेयर नए वृक्षारोपण और 700 हेक्टेयर क्षतिग्रस्त मैंग्रोव क्षेत्र का पुनर्जीवन शामिल है। सरकार ने इस पुनर्स्थापन के प्रारंभिक चरण के लिए ₹38 करोड़ आवंटित किए हैं।
स्थैतिक टिप: भारत का सबसे बड़ा मैंग्रोव वन सुंदरबन है, जो पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में फैला है।
समुदाय और स्थानीय परिषदों की भूमिका
इस कार्यक्रम की विशेषता यह है कि विश्व बैंक की धनराशि सीधे ग्राम मैंग्रोव परिषदों को दी जाएगी। इससे विकेन्द्रीकृत वित्तीय निर्णय लेने की प्रक्रिया सुनिश्चित होगी और स्थानीय स्वामित्व को बढ़ावा मिलेगा। समुदायों को शामिल करके यह परियोजना पारिस्थितिक लक्ष्यों को आजीविका अवसरों जैसे मत्स्य पालन, ईको-टूरिज्म और सतत जलीय कृषि से जोड़ती है।
पर्यावरणीय और आर्थिक लाभ
मैंग्रोव पुनर्स्थापन से न केवल जैव विविधता की रक्षा होगी बल्कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव भी कम होगा। स्वस्थ मैंग्रोव कार्बन सिंक की तरह काम करते हैं और भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित करते हैं। ये मछलियों और शंख-सीपियों के प्रजनन स्थल भी प्रदान करते हैं, जिससे तटीय आबादी के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
स्थैतिक तथ्य: मैंग्रोव विश्व की भूमि का लगभग 0.15% क्षेत्र घेरते हैं, लेकिन वे उष्णकटिबंधीय वनों की तुलना में पाँच गुना अधिक कार्बन संचित कर सकते हैं।
तटीय संरक्षण में तमिलनाडु
तमिलनाडु का तट 1,000 किमी से अधिक लंबा है और यह प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है। गजा (2018) और थेनी (2011) जैसे चक्रवातों ने तटीय बफर्स के महत्व को उजागर किया। टीएन–शोर के माध्यम से राज्य पारिस्थितिकी तंत्र पुनर्स्थापन, अवसंरचना विकास और सामुदायिक सशक्तिकरण को एकीकृत कर जलवायु अनुकूलन का एक मॉडल प्रस्तुत कर रहा है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
परियोजना का नाम | तमिलनाडु–सस्टेनेबल कोस्टल एंड ओशन रिसोर्स एफिशिएंसी (TN–SHORE) |
कुल लागत | ₹1,675 करोड़ |
विश्व बैंक योगदान | ₹1,000 करोड़ |
तमिलनाडु सरकार योगदान | ₹675 करोड़ |
मैंग्रोव पुनर्स्थापन लक्ष्य | 1,000 हेक्टेयर |
नया वृक्षारोपण | 300 हेक्टेयर |
क्षतिग्रस्त क्षेत्र पुनर्जीवन | 700 हेक्टेयर |
मैंग्रोव हेतु प्रारंभिक आवंटन | ₹38 करोड़ |
फंड प्रबंधन | सीधे ग्राम मैंग्रोव परिषदों को |
तमिलनाडु तटरेखा | 1,000 किमी से अधिक |