ऐतिहासिक पनडुब्बी मिशन के साथ भारत गहराइयों में कदम रखेगा
भारत वर्ष 2025 के अंत तक अपने पहले मानव चालित सबमर्सिबल मिशन की शुरुआत करने जा रहा है, जो उसे गहरे समुद्री अनुसंधान करने वाले चुनिंदा देशों की सूची में शामिल कर देगा। प्रारंभिक चरण में यह यान 500 मीटर की गहराई तक जाएगा, और 2026 तक इसे 6,000 मीटर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह मिशन भारत की अंतरिक्ष (गगनयान) और समुद्र विज्ञान के क्षेत्र में समानांतर प्रगति को रेखांकित करता है।
डीप ओशन मिशन: सतह के नीचे भारत की दृष्टि
डीप ओशन मिशन भारत सरकार की एक रणनीतिक पहल है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य नीली अर्थव्यवस्था को गति देना, समुद्री संसाधनों की खोज करना और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना है। इस मिशन के तहत भारत अब उन 6 देशों की सूची में शामिल है जिनके पास मानव चालित गहरे समुद्री मिशनों की तकनीकी क्षमता है।
स्वदेशी तकनीक से निर्मित भारत का पनडुब्बी यान
इस परियोजना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित है। डिज़ाइन से लेकर परीक्षण तक का कार्य भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों द्वारा किया जा रहा है। यह आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का एक और उदाहरण है, जो भारत की वैज्ञानिक क्षमताओं और इंजीनियरिंग कौशल को दर्शाता है।
मिशन के उद्देश्य: विज्ञान और सतत विकास का संगम
यह सबमर्सिबल यान भारतीय महासागर की गहराइयों से दुर्लभ खनिज और धातुएं एकत्र करेगा और समुद्री जैव विविधता का अध्ययन करेगा। इससे क्लाइमेट स्टडी, स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों की पहचान और समुद्री पारिस्थितिकी की सुरक्षा में योगदान मिलेगा। इन उद्देश्यों से यह मिशन विज्ञान और सतत विकास के मेल का प्रतीक बन जाता है।
महामारी के कारण हुई देरी, पर अब तेज़ी से प्रगति
कोविड-19 महामारी के कारण मिशन की प्रगति में कुछ रुकावटें आई थीं, लेकिन अब पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के नेतृत्व में वैज्ञानिकों और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम द्वारा तेज़ी से कार्य किया जा रहा है ताकि इसे समय पर लॉन्च किया जा सके।
समुद्री विज्ञान के क्षितिज का विस्तार
यह मिशन न केवल तकनीकी रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) की बेहतर समझ, गहरे समुद्री संसाधनों की खोज और समुद्री शिक्षा व अनुसंधान के लिए नए अवसर भी प्रदान करेगा। यह भारत के समुद्री विज्ञान को विश्व मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
Static GK Snapshot (स्थैतिक सामान्य ज्ञान)
श्रेणी | विवरण |
मिशन का नाम | डीप ओशन मिशन |
लॉन्च की समयसीमा | 2025 के अंत में (500 मीटर), लक्ष्य: 6,000 मीटर तक 2026 में |
नेतृत्व | पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत सरकार |
मुख्य उद्देश्य | खनिज अन्वेषण, जैव विविधता अध्ययन, समुद्री पारिस्थितिकी |
विकास | पूरी तरह स्वदेशी तकनीक |
संबंधित मिशन | गगनयान – अंतरिक्ष और समुद्र तकनीक में समानांतर |
वैश्विक परिप्रेक्ष्य | भारत अब मानव चालित गहरे समुद्र मिशन वाले 6 देशों में शामिल |