पीएमयूवाई का विस्तार
भारत सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के अंतर्गत अतिरिक्त 25 लाख एलपीजी कनेक्शन को मंज़ूरी दी है। इस कदम के साथ पीएमयूवाई कनेक्शनों की कुल संख्या 10.58 करोड़ हो गई है। यह विस्तार ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में स्वच्छ ईंधन तक पहुँच को और मजबूत करता है।
स्थैतिक तथ्य: पीएमयूवाई की शुरुआत 2016 में महिलाओं (बीपीएल परिवार) को 8 करोड़ बिना जमा एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए की गई थी।
उद्देश्य और लाभ
योजना का लक्ष्य घर के भीतर धुआँ प्रदूषण को कम करना, महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार करना और पर्यावरण-अनुकूल ईंधन को बढ़ावा देना है।
लाभार्थियों को नकद सहायता, पहली मुफ्त एलपीजी रिफिल और स्टोव मिलता है।
प्रति 14.2 किलो सिलेंडर पर ₹300 की लक्षित सब्सिडी सालाना 12 बार तक दी जाती है।
स्थैतिक टिप: योजना के अंतर्गत सिलेंडर, रेगुलेटर, होज़ और इंस्टॉलेशन चार्ज शामिल कर बिना जमा कनेक्शन उपलब्ध कराए जाते हैं।
उज्ज्वला 2.0 और प्रवासी सहायता
2021 में लॉन्च की गई उज्ज्वला 2.0 के तहत 1.6 करोड़ अतिरिक्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान किए गए। इसमें प्रवासी परिवारों के लिए विशेष प्रावधान शामिल हैं, जिससे अस्थायी या स्थानांतरित घरों में रहने वाली महिलाएँ भी स्वच्छ ईंधन का लाभ उठा सकें।
स्थैतिक तथ्य: योजना का कार्यान्वयन पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoPNG), ऑयल मार्केटिंग कंपनियाँ (OMCs) और राज्य सरकारें मिलकर करती हैं।
पात्रता मानदंड
- बीपीएल परिवार से कम से कम एक वयस्क महिला (18 वर्ष या उससे अधिक आयु) होनी चाहिए।
- परिवार के पास पहले से एलपीजी कनेक्शन नहीं होना चाहिए।
- जिन परिवारों में वयस्क महिला सदस्य नहीं है या पहले से एलपीजी कनेक्शन है, वे पात्र नहीं हैं।
वित्तीय सहायता और कवरेज
- ₹1600 का नकद समर्थन2 किलो सिलेंडर के लिए।
- ₹1150 का नकद समर्थन 5 किलो सिलेंडर के लिए।
- पहली रिफिल और स्टोव मुफ्त।
- लक्षित सब्सिडी से बार-बार ईंधन खर्च में कमी आती है, जिससे यह अधिक सुलभ होता है।
स्थैतिक टिप: पीएमयूवाई भारत के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के अनुरूप है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सशक्तिकरण और स्वच्छ ऊर्जा पहुँच को बढ़ावा देता है।
प्रभाव
योजना से ग्रामीण भारत में एलपीजी की पैठ में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पारंपरिक ईंधनों पर निर्भरता घटी है और स्वास्थ्य परिणामों में सुधार हुआ है।
25 लाख नए कनेक्शन जोड़ने से पीएमयूवाई अपने 10.35 करोड़ लक्षित लक्ष्य के और करीब पहुँची है।
स्थैतिक तथ्य: 2025 तक पीएमयूवाई ने महिलाओं को 10.58 करोड़ से अधिक एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
योजना विस्तार | पीएम उज्ज्वला योजना |
मंत्रालय | पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoPNG) |
योजना की शुरुआत | 2016 |
उज्ज्वला 2.0 लॉन्च | 2021 |
विस्तार के बाद कुल कनेक्शन | 10.58 करोड़ |
स्वीकृत अतिरिक्त कनेक्शन | 25 लाख |
पात्रता | बीपीएल परिवार की वयस्क महिला (18+), जिनके पास एलपीजी कनेक्शन नहीं है |
नकद सहायता | ₹1600 (14.2 किलो सिलेंडर), ₹1150 (5 किलो सिलेंडर) |
सब्सिडी | ₹300 प्रति 14.2 किलो सिलेंडर, सालाना 12 रिफिल |
कार्यान्वयन एजेंसियाँ | MoPNG, OMCs, राज्य सरकारें |