TANSHA की स्थापना
तमिलनाडु स्टेट हाईवेज अथॉरिटी (TANSHA) की औपचारिक स्थापना राज्य सरकार द्वारा 2024 में की गई। 19 सितंबर 2025 को चेन्नई में मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने इस अथॉरिटी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अथॉरिटी का आधिकारिक लोगो भी जारी किया।
अथॉरिटी का उद्देश्य
TANSHA का निर्माण तमिलनाडु भर में सड़क अवसंरचना विकास को तेज करने के लिए किया गया है। यह प्रमुख परियोजनाओं की योजना और क्रियान्वयन के लिए केंद्रीय निकाय के रूप में कार्य करेगा। अथॉरिटी का मुख्य फोकस फोर लेन कॉरिडोर और एक्सप्रेसवे बनाकर राज्य में विश्वस्तरीय परिवहन सुविधाएँ उपलब्ध कराना है।
पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल
राज्य सरकार ने TANSHA को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत संरचित किया है। इस दृष्टिकोण से निजी क्षेत्र का निवेश और विशेषज्ञता राज्य संसाधनों के साथ मिलकर काम करेंगे। यह मॉडल परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने और सड़क विकास में लागत दक्षता सुनिश्चित करने में सहायक होगा।
स्थैतिक तथ्य: भारत में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के तहत राजमार्गों के लिए PPP मॉडल व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
तमिलनाडु के लिए महत्व
TANSHA का शुभारंभ तमिलनाडु की अवसंरचना यात्रा में एक मील का पत्थर है। अथॉरिटी के समर्पित दर्जे के साथ, राज्य बिना नौकरशाही देरी के परियोजनाओं को लागू कर सकेगा। बेहतर सड़कें और एक्सप्रेसवे राज्य में व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक वृद्धि को बढ़ावा देंगे।
स्थैतिक टिप: तमिलनाडु के पास भारत के सबसे लंबे राज्य राजमार्ग नेटवर्क में से एक है, जो 62,000 किमी से अधिक फैला हुआ है।
व्यापक परिप्रेक्ष्य
TANSHA की स्थापना भारत में आधुनिक परिवहन नेटवर्क को बढ़ावा देने की राष्ट्रीय पहल के अनुरूप है। यह भारतमाला परियोजना जैसी योजनाओं को पूरक करता है और तमिलनाडु की लॉजिस्टिक्स और विनिर्माण केंद्र बनने की महत्वाकांक्षा को समर्थन देता है। बेहतर सड़कें यात्रा समय को कम करने और सड़क सुरक्षा को बढ़ाने में भी सहायक होंगी।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
अथॉरिटी का नाम | तमिलनाडु स्टेट हाईवेज अथॉरिटी (TANSHA) |
स्थापना वर्ष | 2024 |
उद्घाटन तिथि | 19 सितंबर 2025 |
उद्घाटनकर्ता | मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन |
स्थल | चेन्नई |
लोगो विमोचन | उद्घाटन के दौरान किया गया |
मुख्य फोकस | सड़क अवसंरचना परियोजनाएँ |
प्रमुख परियोजनाएँ | फोर लेन कॉरिडोर और एक्सप्रेसवे |
कार्यान्वयन मॉडल | पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप |
महत्व | संपर्क, व्यापार और औद्योगिक वृद्धि को बढ़ावा |