बिहार बना अव्वल
एक ऐतिहासिक उपलब्धि में, बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर ज़िले ने Inspire Award 2025 रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया, जहाँ से 7,403 छात्र नवाचार प्रस्तुत किए गए।
मुज़फ़्फ़रपुर ने बेंगलुरु, जयपुर और लखनऊ जैसे तकनीकी केंद्रों को पीछे छोड़ दिया, जो बिहार की शैक्षिक प्रगति का बड़ा मील का पत्थर है।
यह रैंकिंग 13 सितम्बर 2025 को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा जारी की गई, जिसमें छोटे जिलों की छात्र-आधारित नवाचार में बढ़ती भूमिका को रेखांकित किया गया।
स्थैतिक GK तथ्य: DST की स्थापना 1971 में भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए की गई थी।
बिहार के दो ज़िले शीर्ष 10 में
मुज़फ़्फ़रपुर की सफलता के साथ ही, वैशाली ज़िले ने भी छठा स्थान पाकर (5,805 आइडिया) टॉप 10 में जगह बनाई। इससे साबित हुआ कि बिहार अब जमीनी स्तर पर विज्ञान शिक्षा को मजबूत कर रहा है।
शीर्ष पाँच ज़िले:
- मुज़फ़्फ़रपुर – 7,403
- बेंगलुरु अर्बन – 7,306
- बागलकोट – 6,826
- जयपुर – 6,311
- लखनऊ – 6,182
उत्तर प्रदेश के ज़िले – हरदोई, इलाहाबाद, प्रतापगढ़ और उन्नाव भी शीर्ष 10 सूची में रहे।
स्थैतिक GK टिप: बिहार नालंदा विश्वविद्यालय का घर है, जो विश्व के सबसे प्राचीन शिक्षण केंद्रों में से एक है।
Inspire Award – MANAK योजना को समझना
Inspire Award – MANAK (Million Minds Augmenting National Aspiration and Knowledge) DST की प्रमुख योजना है, जिसे राष्ट्रीय नवाचार फाउंडेशन (NIF) के सहयोग से चलाया जाता है।
इसका उद्देश्य है:
- मौलिक और सामाजिक दृष्टि से प्रासंगिक विचारों को प्रोत्साहित करना।
- कक्षा 6 से 10 तक के छात्रों को आर्थिक सहायता देना।
- जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विचारों को प्रदर्शित करने के अवसर प्रदान करना।
स्थैतिक GK तथ्य: Inspire Award योजना 2010 में शुरू की गई थी।
मुज़फ़्फ़रपुर की सफलता के कारण
मुज़फ़्फ़रपुर की उपलब्धि सुनियोजित रणनीति और जिला स्तर पर समन्वय का परिणाम है।
- स्कूलों में विशेष नवाचार सत्र आयोजित हुए।
- हेडमास्टर और विज्ञान शिक्षकों की सक्रिय भूमिका रही।
- सरकारी और निजी दोनों स्कूलों ने भाग लिया।
- जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) ने निगरानी की।
- ब्लॉक और ज़िला स्तर के नोडल अधिकारियों ने सहयोग किया।
- नियमित समीक्षा और फॉलो-अप से अधिकतम प्रस्तुति सुनिश्चित हुई।
इस संरचित दृष्टिकोण ने छात्र-आधारित नवाचार के लिए मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र तैयार किया।
प्रमुख निष्कर्ष
Inspire Award 2025 ने दिखाया कि छोटे ज़िले नवाचार में बड़े महानगरों को भी पछाड़ सकते हैं। बिहार का प्रदर्शन बताता है कि जमीनी स्तर की योजना और सामूहिक प्रयास से छात्र रचनात्मकता को राष्ट्रीय मान्यता दिलाई जा सकती है।
स्थैतिक GK टिप: भारत 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाता है, सी.वी. रमण की रमण प्रभाव की खोज की याद में।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
आयोजन | Inspire Award – MANAK 2025 |
घोषित करने वाली संस्था | विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) |
प्रथम स्थान ज़िला | मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार – 7,403 आइडिया |
द्वितीय स्थान ज़िला | बेंगलुरु अर्बन, कर्नाटक – 7,306 आइडिया |
छठा स्थान ज़िला | वैशाली, बिहार – 5,805 आइडिया |
सहयोगी संस्था | राष्ट्रीय नवाचार फाउंडेशन (NIF) |
छात्र पात्रता | कक्षा 6 से 10 |
योजना शुरू होने का वर्ष | 2010 |
उद्देश्य | छात्रों में नवाचार और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना |
रैंकिंग तिथि | 13 सितम्बर 2025 |