उद्घाटन सत्र
14 सितम्बर 2025 को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति में आयोजित राष्ट्रीय महिला सशक्तिकरण सम्मेलन का उद्घाटन किया।
- आयोजन: महिला सशक्तिकरण पर संसदीय एवं विधायी समिति द्वारा।
- प्रतिभागी: सांसद, समाजसेवी नेता और नीतिगत विशेषज्ञ।
- सम्मेलन की शुरुआत स्मारिका (Souvenir) विमोचन और महिलाओं के योगदान पर आधारित प्रदर्शनी से हुई।
समावेशी विकास पर बल
अपने संबोधन में ओम बिड़ला ने कहा कि समावेशी विकास महिलाओं की समान भागीदारी के बिना संभव नहीं है।
- महिला सशक्तिकरण एक सामाजिक जिम्मेदारी और राष्ट्रीय प्राथमिकता दोनों है।
- सम्मेलन का फोकस था: महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता में अवसर उपलब्ध कराना।
ऐतिहासिक आरक्षण नीति
सम्मेलन का मुख्य विषय था संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण।
- यह ऐतिहासिक कानून विधायी संस्थाओं में महिलाओं के अल्प-प्रतिनिधित्व को दूर करने के लिए लाया गया है।
- ओम बिड़ला ने कहा कि यह आरक्षण तभी प्रभावी होगा जब इसे शिक्षा और आर्थिक अवसरों से मज़बूती मिलेगी।
स्थिर जीके तथ्य: महिला आरक्षण विधेयक पहली बार 1996 में संविधान (108वां संशोधन) विधेयक के रूप में पेश हुआ था, लेकिन 2023 में यह संविधान (106वां संशोधन) अधिनियम के रूप में पारित हुआ।
विषय और विचार-विमर्श
- सत्रों में चर्चा: महिलाओं की प्रतिनिधित्व स्थिति, लैंगिक-संवेदनशील नीतियाँ, और राज्यों व अन्य देशों के श्रेष्ठ अभ्यास।
- महिला नेताओं ने अपने राजनीतिक अनुभव साझा किए — संस्थागत बाधाओं से लेकर सामाजिक रूढ़ियों तक।
- विशेषज्ञ पैनलों ने कानूनी और नीतिगत उपकरणों पर विचार किया जो समानता और नेतृत्व अवसरों को बढ़ावा दें।
स्थिर जीके टिप: भारत ने 1966 में इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री चुना, जिससे वे लोकतांत्रिक सरकार का नेतृत्व करने वाली विश्व की दूसरी महिला बनीं।
व्यापक प्रभाव
- सम्मेलन ने रेखांकित किया कि महिलाओं का राजनीतिक सशक्तिकरण सीधे राष्ट्रीय विकास से जुड़ा है।
- एक-तिहाई सीटों के आरक्षण से भारत लैंगिक-संतुलित शासन की दिशा में बड़ा कदम उठा रहा है।
- नागरिक समाज की भागीदारी ने यह दिखाया कि संरचनात्मक असमानताओं को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।
स्थिर जीके तथ्य: 2025 तक रवांडा और मेक्सिको ने अपनी विधानसभाओं में लगभग लैंगिक समानता प्राप्त कर ली है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| आयोजन | राष्ट्रीय महिला सशक्तिकरण सम्मेलन |
| तिथि | 14 सितम्बर 2025 |
| स्थान | तिरुपति, आंध्र प्रदेश |
| उद्घाटनकर्ता | लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला |
| आयोजक | संसदीय एवं विधायी समिति (महिला सशक्तिकरण) |
| मुख्य विषय | 33% महिला आरक्षण विधायिकाओं में |
| गतिविधियाँ | स्मारिका विमोचन, प्रदर्शनी |
| अवधि | दो दिन |
| केंद्रित क्षेत्र | महिला प्रतिनिधित्व, लैंगिक-संवेदनशील नीतियाँ, श्रेष्ठ अभ्यास |
| महत्व | शासन और नीति निर्माण में महिलाओं की भूमिका को मज़बूत करना |





