सिंचाई उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार
तमिलनाडु के सेय्यार बाँध और कोडिवेरी बाँध को मलेशिया के कुआला लंपुर में आयोजित इंटरनेशनल कमीशन ऑन इरिगेशन एंड ड्रेनेज (ICID) की बैठक में अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हुई है। ये पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ पारंपरिक सिंचाई कार्य श्रेणी में दिए गए, जिससे यह सिद्ध होता है कि भारत कृषि का समर्थन करने वाली जल प्रणालियों को बनाए रखने में विशेषज्ञ है।
पारंपरिक सिंचाई का महत्व
दोनों बाँध सदियों पुराने सिंचाई तंत्र हैं जो आज भी हजारों किसानों की सेवा कर रहे हैं। सेय्यार बाँध, सेय्यार नदी पर और कोडिवेरी बाँध, भवानी नदी पर निर्मित है। ये बाँध इंजीनियरिंग कौशल और सामुदायिक जल प्रबंधन का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। इनकी मान्यता दर्शाती है कि पारंपरिक तरीक़े आज भी आधुनिक समय में कृषि को बनाए रखने में सक्षम हैं।
स्थिर जीके तथ्य: भवानी नदी, कावेरी नदी की प्रमुख सहायक नदी है, जो तमिलनाडु और केरल से होकर बहती है।
ICID की भूमिका
इंटरनेशनल कमीशन ऑन इरिगेशन एंड ड्रेनेज (ICID) की स्थापना 1950 में हुई थी और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह संगठन 80 से अधिक सदस्य देशों के साथ मिलकर सतत सिंचाई, जल निकासी और बाढ़ प्रबंधन को बढ़ावा देता है। इसके पुरस्कार उन सिंचाई संरचनाओं को दिए जाते हैं जो विरासत और प्रभावी जल उपयोग का संतुलन दर्शाते हैं।
स्थिर जीके टिप: ICID हर साल 24 जून को विश्व सिंचाई और जल निकासी दिवस मनाता है।
तमिलनाडु की सिंचाई विरासत
तमिलनाडु अपने पारंपरिक जलाशयों, नहरों और जाँच बाँधों (check dams) के नेटवर्क के लिए प्रसिद्ध है। सेय्यार और कोडिवेरी को मिली यह मान्यता राज्य की जल संरक्षण विरासत को और मजबूत करती है। ये संरचनाएँ न केवल फसलों के लिए सिंचाई जल देती हैं, बल्कि पीने के पानी की आपूर्ति और भूजल पुनर्भरण में भी मदद करती हैं।
व्यापक महत्व
ICID में भारत की सफलता इसे जल प्रबंधन में एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करती है। कृषि जब मानसून पर निर्भर रहती है, तो सिंचाई कार्य खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत आवश्यक हो जाते हैं। तमिलनाडु के बाँधों को मिला पुरस्कार यह रेखांकित करता है कि हमें पारंपरिक संरचनाओं की सुरक्षा के साथ आधुनिक प्रणालियों का भी निर्माण करना चाहिए।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
आयोजन | कुआला लंपुर, मलेशिया में ICID बैठक |
पुरस्कृत संरचनाएँ | सेय्यार बाँध और कोडिवेरी बाँध |
पुरस्कार श्रेणी | सर्वश्रेष्ठ पारंपरिक सिंचाई कार्य |
सेय्यार बाँध स्थान | सेय्यार नदी पर, तमिलनाडु |
कोडिवेरी बाँध स्थान | भवानी नदी पर, तमिलनाडु |
ICID मुख्यालय | नई दिल्ली, भारत |
ICID स्थापना वर्ष | 1950 |
वैश्विक सदस्य | 80 से अधिक देश |
भवानी नदी | कावेरी नदी की सहायक नदी |
महत्व | भारत की सिंचाई विरासत को मान्यता |