भारत के टेलीकॉम सेवाओं का नया युग
भारत दूरसंचार में एक नए युग में प्रवेश कर चुका है, जिसे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा शुरू की गई पहलों से दिशा मिल रही है। सुरक्षित मोबाइल सेवा से लेकर गांवों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुँचाने तक, ये योजनाएँ हर कोने तक डिजिटल सशक्तिकरण सुनिश्चित करती हैं। चाहे आप किसी ग्रामीण क्षेत्र में हों या शहर में, अब डिजिटल सेवाएं अधिक सुलभ, सुरक्षित और भरोसेमंद बन रही हैं।
मोबाइल सुरक्षा में सुधार: संचार साथी ऐप
संचार साथी मोबाइल ऐप एक महत्वपूर्ण पहल है, जो मोबाइल उपयोगकर्ताओं को सुरक्षा प्रदान करने में मदद करता है। यदि फोन खो जाए या कोई फर्जी सिम से धोखाधड़ी करे, तो यह ऐप फोन ब्लॉक करने, हैंडसेट की सत्यता जांचने और फ्रॉड की रिपोर्ट दर्ज करने की सुविधा देता है। Android और iOS दोनों पर उपलब्ध यह ऐप 90 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स को सुरक्षित अनुभव देने का लक्ष्य रखता है।
ग्रामीण डिजिटल अंतर को खत्म करना: NBM 2.0
नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन 2.0 (NBM 2.0) डिजिटल भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है। पहले चरण ने फाइबर ऑप्टिक केबल बिछाकर ब्रॉडबैंड उपभोक्ताओं की संख्या को 941 मिलियन तक पहुँचाया। अब NBM 2.0 का लक्ष्य है कि 2030 तक 1.7 लाख गांवों को 100 Mbps की स्पीड से जोड़ा जाए।
यह छात्रों, किसानों, ग्रामीण चिकित्सकों और शिक्षकों के लिए जीवन बदल देने वाली सुविधा है। मिशन का उद्देश्य 90% ग्रामीण स्कूलों और अस्पतालों को डिजिटल रूप से जोड़ना भी है।
सुदूर क्षेत्रों में बेहतर नेटवर्क: ICR योजना
पहले, कई दूर-दराज क्षेत्रों में नेटवर्क या सिग्नल की समस्या आम थी। अब, BSNL, Airtel और Reliance जैसी कंपनियाँ डिजिटल भारत निधि (DBN) के तहत बने टावरों को आपस में साझा करेंगी। इस इंट्रा सर्कल रोमिंग (ICR) नीति से 35,400 गांवों में 4G कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी। इससे सभी ऑपरेटरों को अलग-अलग टावर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी और लागत में भी कमी आएगी।
साइबर सुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार
सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है जितनी स्पीड। सरकार ने दूरसंचार क्षेत्र को सुरक्षित बनाने में ठोस कदम उठाए हैं। संचार साथी पहल के तहत अब तक 2.75 करोड़ फर्जी कनेक्शन काटे गए और 25 लाख से अधिक खोए हुए फोन बरामद किए गए। एक नया टूल 90% से अधिक फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को रोकने में सक्षम हुआ है।
ये पहलें दिखाती हैं कि सरकार हर उपयोगकर्ता के लिए सुरक्षित और पारदर्शी नेटवर्क सुनिश्चित करने को लेकर गंभीर है।
डिजिटल भारत के लिए साझेदारी और समर्पण
इन पहलों की सफलता सरकार, निजी टेलीकॉम कंपनियों और राज्य एजेंसियों की साझेदारी से संभव हुई है। यह विकसित भारत 2047 के सपने की दिशा में उठाया गया ठोस कदम है, जहाँ हर नागरिक को डिजिटल विकास के अवसर उपलब्ध होंगे।
Static GK Snapshot (प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु)
विषय | तथ्य |
संचार साथी ऐप | खोए फोन को ब्लॉक करने, फ्रॉड रिपोर्ट करने, हैंडसेट सत्यापन की सुविधा |
नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन 2.0 | 2030 तक 1.7 लाख गांवों में 100 Mbps स्पीड लाने का लक्ष्य |
इंट्रा सर्कल रोमिंग (ICR) | BSNL, Airtel, Reliance 4G टावरों को 35,400 गांवों में साझा करेंगे |
साइबर सुरक्षा उपलब्धियाँ | 2.75 करोड़ फर्जी कनेक्शन हटाए; 25 लाख+ फोन वापस मिले |
NBM 1.0 उपलब्धि | ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता संख्या बढ़कर 941 मिलियन हुई |