कोयला और लिग्नाइट खदानों को मान्यता
NLC इंडिया लिमिटेड (NLCIL) को 2023-24 के कोयला मंत्रालय सर्वेक्षण में कई लिग्नाइट और कोयला खदानों के लिए फाइव–स्टार रेटिंग से सम्मानित किया गया। यह उपलब्धि कंपनी के सुरक्षा, पर्यावरण और सतत खनन मानकों के पालन को दर्शाती है।
शीर्ष प्रदर्शन करने वाली खदानें
- लिग्नाइट माइन 1A (नेवेली)
- तालाबीरा II और III कोयला खदानें (ओडिशा)
- बारसिंगार लिग्नाइट माइन (राजस्थान)
इन खदानों ने संचालन दक्षता, तकनीकी नवाचार, सुरक्षा और पर्यावरण मानकों के अनुपालन में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
Static GK तथ्य: NLC इंडिया लिमिटेड (पूर्व में नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन) की स्थापना 1956 में हुई थी। यह एक नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, जिसका मुख्यालय नेवेली, तमिलनाडु में है।
फोर-स्टार रेटिंग खदानें
- नेवेली की लिग्नाइट माइन I और II को फोर–स्टार रेटिंग प्राप्त हुई।
यह कंपनी के कई प्रोजेक्ट्स में उत्पादन और स्थिरता के संतुलन को दर्शाता है।
कोयला मंत्रालय की स्टार रेटिंग नीति
कोयला मंत्रालय खदानों का मूल्यांकन सात मानकों पर करता है:
- खनन संचालन
- पर्यावरण संरक्षण
- तकनीकी अपनाव
- आर्थिक प्रदर्शन
- पुनर्वास और पुनर्स्थापन
- कर्मचारी कल्याण और अनुपालन
- सुरक्षा उपाय
Static GK टिप: कोयला मंत्रालय का गठन नवंबर 1972 में हुआ था, ताकि भारत में कोयला और लिग्नाइट के अन्वेषण, उत्पादन, आपूर्ति और विकास की निगरानी की जा सके।
मान्यता का महत्व
- यह उपलब्धि सतत खनन प्रथाओं में NLCIL की नेतृत्व क्षमता को सिद्ध करती है।
- कंपनी की विश्वसनीयता और पर्यावरण–हितैषी कार्यप्रणाली को मजबूत करती है।
- कोयला क्षेत्र में ऐसी रेटिंग्स प्रतिस्पर्धा और सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देती हैं।
ऊर्जा क्षेत्र में योगदान
NLCIL भारत की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- इसकी खदानें थर्मल पावर उत्पादन और औद्योगिक उपयोग का समर्थन करती हैं।
- लगातार आधुनिकीकरण के साथ कंपनी भारत को सस्ती और भरोसेमंद ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है।
Static GK तथ्य: भारत, चीन के बाद, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कोयला उत्पादक है और कोयला भारत की 50% से अधिक बिजली उत्पादन में योगदान करता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
संगठन | NLC इंडिया लिमिटेड (NLCIL) |
मुख्यालय | नेवेली, तमिलनाडु |
स्थापना | 1956 |
मंत्रालय | कोयला मंत्रालय |
सर्वेक्षण वर्ष | 2023-24 |
फाइव-स्टार खदानें | लिग्नाइट माइन 1A (नेवेली), तालाबीरा II व III (ओडिशा), बारसिंगार (राजस्थान) |
फोर-स्टार खदानें | लिग्नाइट माइन I और II (नेवेली) |
मूल्यांकन मानक | 7 (संचालन, पर्यावरण, तकनीक, आर्थिक, पुनर्वास, कर्मचारी अनुपालन, सुरक्षा) |
मंत्रालय गठन | 1972 |
वैश्विक स्थिति | भारत दूसरा सबसे बड़ा कोयला उत्पादक |