दुबई बैठक में भारत की भूमिका
8 सितंबर 2025 को दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में 28वीं यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस की शुरुआत हुई, जिसमें 192 देशों से 2,000 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। भारत की ओर से केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने प्रतिनिधित्व किया और डाक क्षेत्र में नवाचार, समावेशन और स्थिरता की आवश्यकता पर जोर दिया।
Static GK तथ्य: यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU) की स्थापना 1874 में बर्न, स्विट्ज़रलैंड में हुई थी और यह विश्व की सबसे पुरानी वैश्विक संस्थाओं में से एक है।
भारत की प्रमुख प्राथमिकताएँ
भारत ने UPU की 2026–2029 रणनीतिक रोडमैप में सक्रिय योगदान देने का वचन दिया। प्रमुख फोकस क्षेत्रों में शामिल हैं:
- डाक प्रणालियों में डिजिटल सुधार
- पर्यावरण अनुकूल लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा
- सुरक्षित ई-कॉमर्स मॉडल की स्थापना
भारत ने काउंसिल ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन और पोस्टल ऑपरेशन्स काउंसिल के लिए अपना नामांकन भी प्रस्तुत किया ताकि भविष्य की डाक नीतियों को आकार देने में अपनी भूमिका मजबूत कर सके।
Static GK तथ्य: भारत 1874 से UPU का संस्थापक सदस्य है।
अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों को सुदृढ़ करना
कांग्रेस के दौरान, सिंधिया ने जापान, स्पेन, पुर्तगाल और क्षेत्रीय संगठनों जैसे पैन अफ्रीकन पोस्टल यूनियन और कैरेबियन पोस्टल यूनियन के प्रतिनिधियों से चर्चा की। इन वार्ताओं में सीमा-पार लॉजिस्टिक्स, डिजिटल टूल्स को सशक्त बनाने और दक्षिण-दक्षिण सहयोग को गहरा करने पर जोर दिया गया। भारत अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के कई देशों के साथ डाक और वित्तीय सहयोग बढ़ाने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी कर रहा है।
UPI-UPU एकीकरण की उपलब्धि
इस कांग्रेस की सबसे बड़ी उपलब्धि UPI-UPU एकीकरण परियोजना की शुरुआत रही। यह पहल डाक विभाग, एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड और UPU द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई है। इसका उद्देश्य है:
- अंतरराष्ट्रीय प्रेषण की लागत को कम करना
- भारत के ग्रामीण घरों तक तेजी से धन प्रेषण पहुंचाना
- प्रवासी श्रमिकों और प्रवासी भारतीयों के लिए वैश्विक वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना
Static GK टिप: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को एनपीसीआई ने 2016 में लॉन्च किया था और यह दुनिया के सबसे लोकप्रिय इंस्टेंट पेमेंट प्लेटफॉर्म्स में से एक बन चुका है।
इंडिया पोस्ट का रूपांतरण
करीब 6.8 लाख गांवों में उपस्थिति के साथ, इंडिया पोस्ट विश्व का सबसे बड़ा डाक नेटवर्क है। सरकार इसे एक बहुआयामी लॉजिस्टिक्स और सेवा केंद्र में बदल रही है, जिसमें शामिल है:
- छह नए विशेषीकृत बिजनेस यूनिट्स का निर्माण
- पासपोर्ट सेवा केंद्र, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर और डिजिटल पहचान जैसी सेवाओं का विस्तार
- नए डाक प्रबंधन सॉफ्टवेयर और ग्राहक सेवा टूल्स का परिचय
सिंधिया ने कहा कि इंडिया पोस्ट आज भी अद्वितीय सार्वजनिक विश्वास और पहुंच बनाए हुए है, जिसे निजी क्षेत्र की कोई संस्था टक्कर नहीं दे सकती।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
आयोजन | 28वीं यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस, दुबई |
भारत का प्रतिनिधित्व | ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया, संचार मंत्री |
सहभागी देश | 192 UPU सदस्य राष्ट्र |
भारत का रणनीतिक फोकस | डिजिटल परिवर्तन, स्थिरता, सुरक्षित ई-कॉमर्स |
भारत की उम्मीदवारी | UPU काउंसिल ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन और पोस्टल ऑपरेशन्स काउंसिल |
मुख्य लॉन्च | UPI-UPU एकीकरण परियोजना |
परियोजना साझेदार | डाक विभाग, एनपीसीआई इंटरनेशनल, UPU |
इंडिया पोस्ट पहुंच | 6.8 लाख गांव, विश्व का सबसे बड़ा डाक नेटवर्क |
प्रमुख सहयोगी देश | जापान, स्पेन, पुर्तगाल, पैन अफ्रीकन व कैरेबियन पोस्टल यूनियन्स |
Static GK तथ्य | UPU की स्थापना 1874 में, मुख्यालय बर्न, स्विट्ज़रलैंड |