जीआरएन में भारत की भागीदारी
भारत ने हेल्थएआई ग्लोबल रेगुलेटरी नेटवर्क (GRN) से जुड़कर अपनी इंडिया एआई रणनीति को मजबूती दी है। इस नेटवर्क में ब्रिटेन और सिंगापुर जैसे सदस्य शामिल हैं, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में एआई के लिए समान सुरक्षा मानक तैयार करने पर काम कर रहे हैं। यह साझेदारी भारत को एआई–आधारित चिकित्सा नवाचारों को नियंत्रित करने के लिए वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाएँ अपनाने में मदद करेगी।
हेल्थएआई की भूमिका
हेल्थएआई जेनेवा स्थित एक गैर–लाभकारी संगठन है, जो एआई-संचालित स्वास्थ्य समाधानों तक समान पहुँच सुनिश्चित करता है। यह सरकारों, अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और स्वास्थ्य नेताओं के साथ मिलकर वैश्विक मानदंड तय करता है। इसका मुख्य फोकस एआई गवर्नेंस और विनियमन है ताकि डिजिटल तकनीकें स्वास्थ्य सेवाओं में सुरक्षित ढंग से बदलाव ला सकें।
स्थिर जीके तथ्य: जेनेवा में कई वैश्विक स्वास्थ्य संगठन स्थित हैं, जिनमें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का मुख्यालय भी शामिल है।
भारत के लिए लाभ
भारत की सदस्यता से उसे ग्लोबल पब्लिक रिपॉजिटरी ऑफ एआई–रिलेटेड रजिस्टर्ड सॉल्यूशंस फॉर हेल्थ तक पहुँच मिलेगी। इसमें विश्वभर की नियामक संस्थाएँ स्वीकृत एआई टूल्स साझा करती हैं। इससे भारतीय एजेंसियाँ इन समाधानों की तुलना, मूल्यांकन और अपनाने में सक्षम होंगी, विशेषकर क्लिनिकल निर्णय–निर्माण में।
स्थिर जीके तथ्य: इंडिया एआई को भारत सरकार ने 2021 में राष्ट्रीय एआई पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए शुरू किया था।
स्वास्थ्य में सुरक्षित एआई के लिए सिफारिशें
विशेषज्ञों ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि:
- नैतिक डेटा उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
- डोमेन विशेषज्ञों को एआई व्याख्या में शामिल किया जाए।
- मजबूत डिजिटल अवसंरचना विकसित की जाए।
- इंप्लीमेंटेशन रिसर्च से बड़े पैमाने पर तैनाती की चुनौतियाँ पहचानी जाएँ।
- स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को एआई अपनाने में प्रशिक्षण दिया जाए ताकि सिस्टम विश्वसनीय बने।
स्थिर जीके टिप: अमेरिका की FDA द्वारा स्वीकृत पहला एआई-आधारित चिकित्सा उपकरण 2018 में डायबिटिक रेटिनोपैथी का पता लगाने के लिए था।
रणनीतिक महत्व
GRN में शामिल होकर भारत ने खुद को वैश्विक स्वास्थ्य एआई शासन के जिम्मेदार भागीदार के रूप में स्थापित किया है। यह कदम भारत की उस राष्ट्रीय दृष्टि का समर्थन करता है, जिसमें प्रौद्योगिकी के जरिए समावेशी और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराई जा सकें और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को और गहरा किया जा सके।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
घटना | भारत का हेल्थएआई ग्लोबल रेगुलेटरी नेटवर्क (GRN) से जुड़ना |
तिथि | सितंबर 2025 |
प्रमुख साझेदार | ब्रिटेन, सिंगापुर, भारत |
संगठन | हेल्थएआई, जेनेवा-आधारित गैर-लाभकारी संस्था |
उद्देश्य | स्वास्थ्य क्षेत्र में एआई की सुरक्षा और शासन पर वैश्विक सहयोग |
रिपॉजिटरी एक्सेस | ग्लोबल पब्लिक रिपॉजिटरी ऑफ एआई-रिलेटेड हेल्थ सॉल्यूशंस |
राष्ट्रीय लिंक | इंडिया एआई रणनीति का समर्थन |
मुख्य सिफारिशें | नैतिक डेटा उपयोग, डोमेन विशेषज्ञता, डिजिटल अवसंरचना, अनुसंधान, प्रशिक्षण |
स्थिर जीके तथ्य | WHO मुख्यालय जेनेवा में है |
स्थिर जीके टिप | पहला FDA-स्वीकृत एआई चिकित्सा उपकरण (2018, डायबिटिक रेटिनोपैथी) |