स्वर्णमुखी नदी की पृष्ठभूमि
स्वर्णमुखी नदी 130 किमी लंबी पूर्वमुखी नदी है, जो पकाला से निकलकर बंगाल की खाड़ी में मिलती है। यह नदी तिरुपति और श्रीकालहस्ती जैसे प्रमुख धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरों से होकर गुजरती है। नदी सिंचाई, पेयजल आपूर्ति और स्थानीय जैव विविधता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है।
Static GK तथ्य: स्वर्णमुखी दक्षिण आंध्र प्रदेश की प्रमुख नदियों में से एक है, जिसने ऐतिहासिक रूप से मंदिर नगरों और कृषि को सहारा दिया है।
अतिक्रमण और चुनौतियाँ
वर्षों से बड़े पैमाने पर अवैध अतिक्रमणों ने नदी के प्रवाह को बाधित किया। नदी किनारे, बफर जोन, नहरों और टैंकों पर भूमाफियाओं ने कब्ज़ा कर लिया। कई प्लॉट फर्जी सर्वे नंबरों से दर्ज किए गए, विशेषकर पिछली सरकार के कार्यकाल में।
इन अतिक्रमणों ने बाढ़ की स्थिति को और बिगाड़ा। 2021 की भारी बाढ़ में हज़ारों लोग विस्थापित हुए, जिनमें से कई के पास भूमि के आधिकारिक दस्तावेज़ तक नहीं थे।
ऑपरेशन SWARNA का शुभारंभ
तिरुपति शहरी विकास प्राधिकरण (TUDA) ने राज्य सरकार के सहयोग से ऑपरेशन SWARNA (Swarnamukhi Waterbody Action for River and Nala Awareness) शुरू किया है। यह आंध्र प्रदेश की पहली समर्पित नदी पुनर्स्थापन परियोजना है।
एक ड्रोन सर्वेक्षण के ज़रिए थोंडवाड़ा से श्रीकालहस्ती तक नदी की मैपिंग की जाएगी। नदी के दोनों ओर 50 मीटर का बफर ज़ोन सुरक्षित क्षेत्र घोषित होगा। अभियान का उद्देश्य अवैध अतिक्रमण हटाना और प्राकृतिक प्रवाह बहाल करना है।
कानूनी और संस्थागत उपाय
यह परियोजना TUDA, सिंचाई, सर्वेक्षण और राजस्व विभागों के संयुक्त कार्यबल के तहत संचालित होगी। इसका ढांचा हैदराबाद के HYDRAA मॉडल जैसा होगा, जिसमें सख्त प्रवर्तन की व्यवस्था है।
अतिक्रमणकारियों, भ्रष्ट अधिकारियों और भूमाफियाओं पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, व्हिसलब्लोअर्स को फर्जी रजिस्ट्रेशन और अवैध ज़मीन सौदों की जानकारी देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
Static GK टिप: TUDA की स्थापना 1981 में तिरुपति और आसपास के क्षेत्रों के नियोजित विकास के लिए की गई थी।
पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व
ऑपरेशन SWARNA के तहत तिरुचनूर नदी तट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहाँ पद्मावथी अम्मावारी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जल प्रवाह नियंत्रित करने हेतु एक नया कुल्वर्ट बनाया जाएगा।
यह परियोजना नदी पुनर्जीवन के साथ-साथ पर्यटन और धार्मिक महत्व को भी बढ़ावा देगी, जिससे तिरुपति की आध्यात्मिक और आर्थिक पहचान और मजबूत होगी।
व्यापक महत्व
ऑपरेशन SWARNA जलाशयों और नदियों को शहरी विस्तार से बचाने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। इसके ज़रिए आंध्र प्रदेश विकास, पारिस्थितिकी और धरोहर संरक्षण के बीच संतुलन बनाने का प्रयास कर रहा है।
Static GK तथ्य: भारत में राष्ट्रीय नदी दिवस हर साल 25 नवम्बर को मनाया जाता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
ऑपरेशन SWARNA | TUDA द्वारा स्वर्णमुखी नदी पुनर्जीवन पहल |
नदी की लंबाई | 130 किमी (पकाला से बंगाल की खाड़ी तक) |
प्रभावित नगर | तिरुपति और श्रीकालहस्ती |
बाढ़ घटना | 2021 की बाढ़ में लोग विस्थापित |
ड्रोन सर्वेक्षण | थोंडवाड़ा से श्रीकालहस्ती तक |
बफर ज़ोन | नदी के दोनों ओर 50 मीटर |
संस्थागत ढांचा | TUDA, सिंचाई, सर्वेक्षण, राजस्व विभाग का संयुक्त कार्यबल |
प्रवर्तन मॉडल | हैदराबाद HYDRAA जैसा |
पर्यटन योजना | तिरुचनूर नदी तट पर सौंदर्यीकरण और कुल्वर्ट निर्माण |
Static GK नोट | TUDA की स्थापना 1981 में तिरुपति विकास हेतु |