भारतीय कृषि में एक नया “सुनहरा” अध्याय
14 जनवरी 2025, पोंगल और मकर संक्रांति के अवसर पर, भारत सरकार ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का नई दिल्ली में औपचारिक रूप से उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल द्वारा उद्घाटित यह बोर्ड, भारत की मसाला अर्थव्यवस्था को एक नई ऊँचाई देने के लिए गठित किया गया है।
इसका उद्देश्य हल्दी की खेती, अनुसंधान, निर्यात, और किसान समर्थन को एकीकृत करना है — ताकि भारत हल्दी को आयुर्वेद और जैविक कृषि आधारित वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित कर सके।
20 राज्यों के 14 लाख से अधिक किसानों को लाभ
भारत विश्व की 70% से अधिक हल्दी का उत्पादन करता है, फिर भी कई किसान बाज़ार पहुंच और मूल्य सुरक्षा से वंचित रहते हैं।
इस समस्या को हल करने के लिए:
- बोर्ड का मुख्यालय निजामाबाद, तेलंगाना में स्थापित किया गया है
- श्री पल्ले गंगा रेड्डी को पहले अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है
यह बोर्ड किसानों को बाजार से जोड़ने, GI टैग वाले उत्पादों को बढ़ावा देने, और संगठनात्मक सहायता प्रदान करेगा।
तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, मेघालय जैसे राज्यों के किसान अब उच्च उपज वाली किस्मों का प्रशिक्षण, मूल्य निर्धारण प्लेटफॉर्म, और जैविक प्रमाणन सहायता प्राप्त कर सकेंगे।
निर्यात रणनीति और वैश्विक ब्रांडिंग
भारत वैश्विक हल्दी बाज़ार में 62% हिस्सेदारी रखता है। FY24 में 1.62 लाख टन हल्दी का निर्यात किया गया, जिसकी कीमत $226.5 मिलियन रही।
अब जब प्राकृतिक प्रतिरक्षा उत्पादों और प्लांट–बेस्ड सप्लीमेंट्स की मांग बढ़ रही है, बोर्ड इन बिंदुओं पर काम करेगा:
- नए अंतरराष्ट्रीय बाजारों की पहचान
- गुणवत्ता प्रमाणीकरण में सुधार
- GI आधारित ब्रांडिंग (जैसे – लाकाडोंग हल्दी, मेघालय)
- निर्यातकों को व्यापारिक खुफिया सहायता
$7 ट्रिलियन वैश्विक स्वास्थ्य उद्योग को लक्ष्य बनाते हुए, वेलनेस और न्यूट्रास्युटिकल सेक्टर पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
नवाचार और परंपरा का संगम
बोर्ड का लक्ष्य केवल कच्ची हल्दी तक सीमित नहीं है। यह CSIR, कृषि विश्वविद्यालयों और निजी प्रयोगशालाओं के साथ सहयोग कर हल्दी के नवीन उपयोगों पर काम करेगा:
- औषधीय और स्वास्थ्य उत्पादों में उपयोग
- सौंदर्य प्रसाधन और स्किनकेयर
- टेक्सटाइल डाई और फूड प्रिज़र्वेशन
भारत में हल्दी की 30 से अधिक किस्में पाई जाती हैं। बोर्ड का एक लक्ष्य उच्च करक्यूमिन वाली नई किस्में विकसित करना भी है ताकि उद्योग उपयोग के लिए विशिष्ट हल्दी उत्पाद तैयार किए जा सकें और भारत मूल्यवर्धित वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा कर सके।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान (GK) स्नैपशॉट – प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु
विषय | विवरण |
उद्घाटन तिथि | 14 जनवरी 2025 |
मुख्यालय स्थान | निजामाबाद, तेलंगाना |
पहले अध्यक्ष | श्री पल्ले गंगा रेड्डी |
भारत का वैश्विक हल्दी उत्पादन हिस्सा | 70% से अधिक |
FY24 निर्यात मात्रा | 1.62 लाख टन |
FY24 निर्यात मूल्य | $226.5 मिलियन |
प्रसिद्ध GI टैग हल्दी | लाकाडोंग हल्दी – मेघालय (उच्च करक्यूमिन सामग्री) |
लाभार्थी राज्य | 20 राज्य – जिनमें TN, MH, AP, MP, TS, मेघालय शामिल |