महत्व
स्मॉल इंडस्ट्री डे हर वर्ष 30 अगस्त को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य भारत की आर्थिक वृद्धि, रोजगार सृजन और नवाचार में लघु उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देना है। ये इकाइयाँ स्थानीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, जो औद्योगिक विकेंद्रीकरण और जमीनी स्तर पर विकास को बढ़ावा देती हैं।
स्थिर जीके तथ्य: 2007 में मंत्रालय ऑफ स्मॉल–स्केल इंडस्ट्रीज (SSI) का नाम बदलकर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय कर दिया गया।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
30 अगस्त 2000 को भारत सरकार के SSI मंत्रालय ने एक व्यापक नीति पैकेज की घोषणा की थी, जिसमें छोटे उद्योगों के लिए ऋण सुविधा, तकनीकी उन्नयन और विपणन सहायता शामिल थी। यह क्षेत्रीय असमानता को दूर करने और छोटे उद्योगों को संगठित समर्थन देने की दिशा में एक रणनीतिक मोड़ था।
स्थिर जीके तथ्य: 1954 की प्रथम पंचवर्षीय योजना ने पहली बार लघु उद्योगों को बेरोजगारी और क्षेत्रीय असमानता के समाधान के रूप में मान्यता दी।
आर्थिक प्रभाव
- 2024 तक, भारतीय MSMEs ने देश के GDP में लगभग1% योगदान दिया।
- ये भारत के कुल निर्यात में79% हिस्सेदारी रखते हैं।
- MSMEs शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में रोजगार उत्पन्न करते हुए लचीलेपन और उद्यमशीलता आधारित विकास को आगे बढ़ाते हैं।
वैश्विक संदर्भ
भारत जहाँ 30 अगस्त को स्मॉल इंडस्ट्री डे मनाता है, वहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 27 जून को अंतरराष्ट्रीय MSME डे घोषित किया है। यह वैश्विक स्तर पर MSMEs की भूमिका को समावेशी विकास के इंजन के रूप में मान्यता देता है।
स्थिर जीके तथ्य: 2017 को UN ने “सतत पर्यटन विकास का अंतरराष्ट्रीय वर्ष” घोषित किया था, जिसमें MSMEs की भूमिका को विशेष रूप से रेखांकित किया गया।
नवाचार और भविष्य की दृष्टि
लघु उद्योग अब नवाचार केंद्र बनते जा रहे हैं। वे डिजिटल उपकरण, लीन मैन्युफैक्चरिंग और कौशल–आधारित कार्यशैली अपनाकर प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ रहे हैं।
सरकारी योजनाएँ जैसे डिजिटल MSME, क्लस्टर विकास कार्यक्रम और उद्यम पंजीकरण MSMEs को वैश्विक बाजार में और अधिक प्रतिस्पर्धी बना रही हैं।
स्थिर जीके टिप: भारत का पहला MSME बिज़नेस कॉन्क्लेव हर वर्ष आयोजित होता है, जहाँ नीति और उद्योग जगत का संवाद होता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
मनाने की तिथि | 30 अगस्त 2025 |
नीति की शुरुआत | 2000 |
GDP योगदान (2024) | लगभग 30.1% |
निर्यात हिस्सेदारी (2024) | लगभग 45.79% |
वैश्विक दिवस | अंतरराष्ट्रीय MSME डे – 27 जून (UN) |
प्रमुख पहल | डिजिटल MSME, क्लस्टर विकास कार्यक्रम, उद्यम पंजीकरण |