रणनीतिक दशक की मजबूती
भारत और जापान ने 29–30 अगस्त 2025 को 15वां वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित किया। जापान के प्रधानमंत्री इशिबा शिगेरू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेज़बानी की। इस दौरान दोनों देशों ने विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को दोहराया। 70 से अधिक संवाद तंत्रों के साथ यह साझेदारी एशिया की सबसे मजबूत कड़ियों में से एक बन गई है, जिसमें रक्षा, अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक आदान–प्रदान शामिल हैं।
स्थिर जीके तथ्य: भारत और जापान ने 1952 में राजनयिक संबंध स्थापित किए।
रक्षा और सुरक्षा पर फोकस
दोनों देशों ने संयुक्त सुरक्षा सहयोग घोषणा पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य सैन्य आपसी सहयोग को बढ़ाना है। वीर गार्जियन, तरंग शक्ति और मिलन अभ्यासों ने परिचालन समन्वय को मजबूत किया। साथ ही, समुद्री सुरक्षा और रक्षा तकनीक विकास को प्राथमिकता दी गई।
स्थिर जीके तथ्य: जापान की सेल्फ–डिफेंस फोर्सेस 1954 में संविधान के अनुच्छेद 9 के तहत बनी थीं।
आर्थिक और तकनीकी साझेदारी
भारत–जापान आर्थिक सुरक्षा पहल की शुरुआत की गई, जिसमें सेमीकंडक्टर, दूरसंचार और दवाओं की आपूर्ति श्रृंखला को मज़बूत करना शामिल है। क्रिटिकल मिनरल्स पर समझौता ज्ञापन हुआ। जापान ने भारत में ¥10 ट्रिलियन निजी निवेश का वादा किया, जो पहले लक्ष्य का दोगुना है। साथ ही, व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) को उन्नत करने पर सहमति बनी।
स्थिर जीके तथ्य: भारत-जापान CEPA 2011 में हस्ताक्षरित हुआ था।
लोगों और टैलेंट का आदान-प्रदान
शिखर सम्मेलन में मानव संसाधन आदान–प्रदान कार्ययोजना पेश की गई। इसके तहत 5 वर्षों में 5 लाख लोगों के आदान-प्रदान का लक्ष्य है, जिनमें 50,000 कुशल भारतीय जापान जाएँगे। भारत ने फुकुओका में नया वाणिज्य दूतावास खोला। जापानी भाषा शिक्षा और कौशल निर्माण कार्यक्रमों का विस्तार भी घोषित किया गया।
डिजिटल और AI नवाचार
सम्मेलन की एक बड़ी उपलब्धि थी भारत–जापान डिजिटल पार्टनरशिप 2.0। इसमें AI सहयोग पहल, बड़े भाषा मॉडल, स्टार्टअप इनक्यूबेशन और डेटा सेंटर विकास पर ज़ोर दिया गया। शैक्षणिक और औद्योगिक साझेदारियों से तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
स्वच्छ ऊर्जा और अवसंरचना
दोनों देशों ने क्लीन एनर्जी साझेदारी दोहराई और स्वच्छ हाइड्रोजन और अमोनिया पर घोषणा की। जापान ने मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल के लिए शिंकानसेन E10 ट्रेनें उपलब्ध कराने की घोषणा की। संयुक्त क्रेडिटिंग मैकेनिज़्म (JCM) के ज़रिए सतत विकास का समर्थन किया जाएगा।
स्थिर जीके टिप: भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना मुंबई-अहमदाबाद लाइन 2017 में जापानी सहयोग से शुरू हुई थी।
क्षेत्रीय और वैश्विक दृष्टिकोण
भारत और जापान ने फ्री एंड ओपन इंडो–पैसिफिक (FOIP), आसियान की केंद्रीयता और क्वाड पहल का समर्थन किया। दोनों ने यूक्रेन और गाज़ा में शांति की अपील की, उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों की निंदा की और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सुधार की आवश्यकता दोहराई।
स्थिर जीके तथ्य: भारत और जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के साथ क्वाड के सदस्य हैं।
75 वर्षों की ओर
दोनों नेताओं ने 2027 में भारत–जापान राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाने का निर्णय लिया। वर्ष 2025 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहयोग की 40वीं वर्षगांठ भी है, जिसमें LUPEX चंद्र मिशन जैसी परियोजनाएँ आकार ले रही हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| शिखर सम्मेलन तिथि | 29–30 अगस्त 2025 |
| मेज़बान नेता | इशिबा शिगेरू (जापान के प्रधानमंत्री) |
| भारतीय नेता | नरेंद्र मोदी (भारत के प्रधानमंत्री) |
| मुख्य घोषणा | संयुक्त सुरक्षा सहयोग घोषणा |
| निवेश लक्ष्य | भारत में ¥10 ट्रिलियन जापानी निजी निवेश |
| टैलेंट एक्सचेंज लक्ष्य | 5 लाख लोग, जिनमें 50,000 भारतीय |
| नया वाणिज्य दूतावास | फुकुओका, जापान |
| हाई-स्पीड रेल | मुंबई-अहमदाबाद परियोजना के लिए शिंकानसेन E10 ट्रेनें |
| क्षेत्रीय फोकस | फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक, आसियान केंद्रीयता, क्वाड |
| प्रमुख मील का पत्थर | 2027 में 75 वर्ष राजनयिक संबंध |





