सार्वजनिक क्षेत्र उत्कृष्टता की पहचान
29 अगस्त 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने नई दिल्ली में SCOPE एमिनेंस अवार्ड्स 2022–23 प्रदान किए। इन पुरस्कारों को स्टैंडिंग कॉन्फ्रेंस ऑफ पब्लिक एंटरप्राइजेज (SCOPE) ने शुरू किया था, ताकि केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (CPSEs) को शासन, नवाचार और स्थिरता में उनकी उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया जा सके। राष्ट्रपति ने कहा कि विकसित भारत 2047 की परिकल्पना को साकार करने में CPSEs की भूमिका निर्णायक है।
स्थिर जीके तथ्य: SCOPE की स्थापना 1973 में CPSEs के सर्वोच्च प्रतिनिधि निकाय के रूप में की गई थी।
राष्ट्र निर्माण में सार्वजनिक उपक्रमों की भूमिका
स्वतंत्रता के बाद से सार्वजनिक क्षेत्र भारत की औद्योगिक वृद्धि, अवसंरचना निर्माण और सामाजिक समानता का आधार रहा है। CPSEs ने क्षेत्रीय संतुलन, रोजगार सृजन और आर्थिक समावेशिता को बढ़ावा दिया। वे केवल आर्थिक ही नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माण की भावना का भी प्रतिनिधित्व करते हैं।
स्थिर जीके तथ्य: 1956 का औद्योगिक नीति संकल्प भारतीय अर्थव्यवस्था में सार्वजनिक क्षेत्र की अग्रणी भूमिका पर केंद्रित था।
CPSEs की प्रमुख उपलब्धियाँ
पुरस्कार समारोह में CPSEs की कई उपलब्धियों को रेखांकित किया गया।
- उन्होंने आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियानों को मज़बूती दी।
- रक्षा क्षेत्र में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उपयोग की गई आकाशतीर प्रणाली को स्वदेशी तकनीकी नवाचार का उदाहरण बताया गया।
- उनकी उपस्थिति कृषि, खनन, अन्वेषण, विनिर्माण, प्रसंस्करण और सेवाओं तक फैली है।
महत्वपूर्ण यह है कि ये सफलताएँ पारदर्शिता, नैतिकता और कॉर्पोरेट गवर्नेंस मानकों को बनाए रखते हुए हासिल की गईं।
स्थिर जीके टिप: भारत में 250 से अधिक CPSEs परिचालन में हैं, जो लाखों लोगों को रोजगार देते हैं।
SCOPE की भूमिका
SCOPE एमिनेंस अवार्ड्स का उद्देश्य केवल लाभ को नहीं बल्कि सतत विकास और सामाजिक उत्तरदायित्व जैसी मूल्यों को भी मान्यता देना है। SCOPE, CPSEs को ऐसे सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करता है जो राष्ट्रीय प्राथमिकताओं से मेल खाती हों।
राष्ट्रपति मुर्मु ने इस दृष्टिकोण की सराहना की और कहा कि गैर–आर्थिक योगदान की मान्यता सार्वजनिक उपक्रमों की दीर्घकालिक विश्वसनीयता को मजबूत करती है।
स्थिर जीके तथ्य: CPSEs अपनी गतिविधियों से भारत के GDP में 6–7% योगदान करते हैं।
विकसित भारत 2047 की राह
ये पुरस्कार इस उम्मीद को मज़बूत करते हैं कि CPSEs भारत के आर्थिक परिवर्तन के केंद्र में बने रहेंगे। उनकी तकनीकी निवेश क्षमता, अनुकूलनशीलता और समावेशी विकास मॉडल उन्हें भारत के अमृत काल की परिकल्पना—2047 तक पूर्ण विकसित राष्ट्र—के लक्ष्य का प्रमुख साझेदार बनाती है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| आयोजन | SCOPE एमिनेंस अवार्ड्स 2022–23 का वितरण |
| तिथि | 29 अगस्त 2025 |
| स्थान | नई दिल्ली |
| प्रस्तुतकर्ता | राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु |
| संस्थापक संस्था | स्टैंडिंग कॉन्फ्रेंस ऑफ पब्लिक एंटरप्राइजेज (SCOPE) |
| पुरस्कार केंद्रित | शासन, नवाचार, स्थिरता, सामाजिक उत्तरदायित्व |
| प्रमुख पहल | ऑपरेशन सिंदूर में आकाशतीर प्रणाली |
| राष्ट्रीय अभियान जुड़े | आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया |
| CPSEs की भूमिका | राष्ट्र निर्माण, औद्योगीकरण, अवसंरचना, समावेशिता |
| दीर्घकालिक दृष्टि | विकसित भारत 2047 |





