नेटवर्क का शुभारंभ
भारत ने 2025 में BioE3 नीति (Economy, Environment, Employment) के तहत अपनी पहली राष्ट्रीय बायोफाउंड्री नेटवर्क (NBN) की शुरुआत की। इस पहल का अनावरण केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किया। इसका उद्देश्य भारत को सतत बायोटेक्नोलॉजी का वैश्विक केंद्र बनाना और 2030 तक $300 बिलियन बायोइकोनॉमी का लक्ष्य हासिल करना है।
स्थिर जीके तथ्य: जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) की स्थापना 1986 में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत हुई थी।
नेटवर्क की विशेषताएँ
राष्ट्रीय बायोफाउंड्री नेटवर्क छह प्रमुख बायोटेक्नोलॉजी संस्थानों का सहयोगी राष्ट्रीय मंच है। यह बायोटेक नवाचारों के डिज़ाइन, प्रोटोटाइपिंग, परीक्षण और स्केल–अप के लिए एकीकृत इकोसिस्टम प्रदान करता है। इसके मुख्य क्षेत्र हैं:
- सिंथेटिक बायोलॉजी
- जीन एडिटिंग (CRISPR-Cas9)
- क्लाइमेट–स्मार्ट कृषि
- ग्रीन बायोटेक्नोलॉजी
स्थिर जीके तथ्य: CRISPR-Cas9 तकनीक 2012 में विकसित हुई और आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी में क्रांति लाई।
पहल के उद्देश्य
इस नेटवर्क के प्रमुख उद्देश्य हैं:
- स्वदेशी बायोमैन्युफैक्चरिंग क्षमता को मजबूत करना।
- BioE3 नीति के अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और रोजगार लक्ष्यों के अनुरूप काम करना।
- अनुसंधान को तेजी से बाज़ार–तैयार उत्पादों में बदलना।
- स्टार्ट–अप्स, युवाओं और उद्यमिता को प्रोत्साहित करना।
- भारत को सतत बायोटेक्नोलॉजी का वैश्विक नेता बनाना।
बायोफाउंड्री नेटवर्क की मुख्य विशेषताएँ
- छह संस्थानों को जोड़ने वाली सहयोगी संरचना।
- डिज़ाइन से लेकर परीक्षण और स्केलिंग तक एंड–टू–एंड सुविधाएँ।
- सिंथेटिक बायोलॉजी और CRISPR में अत्याधुनिक शोध।
- युवाओं के लिए BioE3 Challenge के माध्यम से नवाचार कोष।
- अंतरराष्ट्रीय बायोफाउंड्री नेटवर्क्स के साथ साझेदारी।
- स्टार्ट–अप इनक्यूबेशन और रोजगार सृजन के अवसर।
- सस्टेनेबिलिटी दृष्टिकोण – अपशिष्ट कमी, संसाधन दक्षता और जलवायु लचीलापन।
स्थिर जीके टिप: भारत का बायोटेक सेक्टर वैश्विक उद्योग का लगभग 3% है और यह दुनिया के शीर्ष 12 बायोटेक डेस्टिनेशंस में शामिल है।
भारत के लिए महत्व
NBN की स्थापना भारत की बायोटेक्नोलॉजी रोडमैप में एक ऐतिहासिक मोड़ है। यह नवाचार और वाणिज्यीकरण को एकीकृत ढाँचे में लाता है और बायोमैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भरता को मज़बूत करता है। यह पहल भारत के जलवायु लक्ष्यों और आत्मनिर्भर भारत दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिससे नवाचार सीधे सतत विकास, रोजगार और वैश्विक नेतृत्व में योगदान देगा।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
लॉन्च वर्ष | 2025 |
नीतिगत ढाँचा | BioE3 नीति (अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, रोजगार) |
लक्ष्य | 2030 तक $300 बिलियन बायोइकोनॉमी |
लॉन्चकर्ता | केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह |
संस्थान | NBN के तहत 6 बायोटेक्नोलॉजी संस्थान |
प्रमुख क्षेत्र | सिंथेटिक बायोलॉजी, जीन एडिटिंग, ग्रीन बायोटेक्नोलॉजी |
मुख्य विशेषता | डिज़ाइन, प्रोटोटाइपिंग, परीक्षण, स्केलिंग की एंड-टू-एंड सुविधा |
नवाचार समर्थन | युवाओं के लिए BioE3 Challenge |
वैश्विक साझेदारी | अंतरराष्ट्रीय बायोफाउंड्री नेटवर्क से सहयोग |
रोजगार प्रभाव | स्टार्ट-अप इनक्यूबेशन और बायोटेक रोजगार सृजन |