डिजिटल डिफेंस के ज़रिए रूपांतरण
भारतीय सेना ने अपने डिकेड ऑफ ट्रांसफॉर्मेशन विज़न के तहत टेरियर साइबर क्वेस्ट 2025 की शुरुआत नई दिल्ली में की है। यह राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता साइबर और डिजिटल युद्ध क्षमताओं को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसका आयोजन आईआईटी मद्रास, इंडियन आर्मी रिसर्च सेल (IARC) और साइबरपीस के साथ साझेदारी में किया जा रहा है, जिसमें विश्वविद्यालयों, उद्योग और सरकारी संस्थानों की प्रतिभाएँ भाग ले रही हैं।
स्थैटिक GK तथ्य: भारतीय सेना का गठन एक स्वतंत्र बल के रूप में 26 जनवरी 1950 को हुआ था।
पहल का उद्देश्य
इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य AI, ML, क्वांटम कंप्यूटिंग और साइबर सुरक्षा में स्वदेशी नवाचार को बढ़ावा देना है। यह युवाओं को भविष्य के डिजिटल वॉरियर बनने के लिए प्रेरित करता है और राष्ट्रीय रक्षा प्रौद्योगिकियों की मज़बूत नींव रखता है।
प्रतियोगिता के मुख्य ट्रैक
बग हंटिंग चैलेंज
यह 36 घंटे का लाइव हैकाथॉन है जिसमें प्रतिभागी BOSS Linux ऑपरेटिंग सिस्टम पर सुरक्षा खामियाँ ढूँढने का प्रयास करते हैं। यह अभ्यास सेना के IT नेटवर्क की विश्वसनीयता और साइबर डिफेंस तैयारी को मज़बूत करता है।
डेटाथॉन ट्रैक
इसमें प्रतिभागी बड़े डाटा सेट्स पर काम करके थ्रेट फोरकास्टिंग और एनॉमली डिटेक्शन के उपकरण बनाते हैं। यह सेना की ऑपरेशनल साइबर इंटेलिजेंस को सीधा सहयोग देता है।
स्थैटिक GK टिप: BOSS (भारत ऑपरेटिंग सिस्टम सॉल्यूशंस) को सी–डैक ने विकसित किया था।
भविष्य उन्मुख समस्या समाधान
इस प्रतियोगिता में वास्तविक परिदृश्यों को शामिल किया गया है जैसे:
- ड्रोन उड़ानों में विसंगति पहचानना
- क्वांटम तकनीक से प्रेरित मैलवेयर रोकना
- रैनसमवेयर का मुकाबला करना
ये कार्य आधुनिक सेनाओं के सामने आने वाले डिजिटल युद्धक्षेत्र की झलक प्रस्तुत करते हैं।
फिनाले और सम्मान
अंतिम चरण में बग हंटिंग ट्रैक के फाइनलिस्ट अटैक बनाम डिफेंस हैकाथॉन में हिस्सा लेंगे। वहीं डेटा ट्रैक के प्रतिभागी AI और ML आधारित डीपफेक डिटेक्शन सिस्टम 36 घंटे के भीतर तैयार करेंगे।
विजेताओं को भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी सम्मानित करेंगे। यह सेना के तकनीक–प्रधान रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र की ओर बढ़ते कदम का प्रतीक है।
स्थैटिक GK तथ्य: भारतीय थलसेना प्रमुख का पद 1955 में स्थापित किया गया था।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
कार्यक्रम का नाम | टेरियर साइबर क्वेस्ट 2025 |
आयोजक | भारतीय सेना, आईआईटी मद्रास, IARC, साइबरपीस |
लॉन्च शहर | नई दिल्ली |
मुख्य क्षेत्र | AI, ML, क्वांटम कंप्यूटिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी |
ट्रैक 1 | BOSS Linux पर बग हंटिंग चैलेंज |
ट्रैक 2 | डेटाथॉन – प्रेडिक्टिव थ्रेट इंटेलिजेंस |
ग्रैंड फिनाले | अटैक-डिफेंस हैकाथॉन और डीपफेक डिटेक्शन मॉडल |
मुख्य अतिथि | जनरल उपेंद्र द्विवेदी |
उद्देश्य | रक्षा और साइबर सुरक्षा में स्वदेशी नवाचार |
स्थैटिक GK नोट | BOSS Linux – सी-डैक; भारतीय सेना – 1950 |