स्टंटिंग का अर्थ
स्टंटिंग (Stunting) उस स्थिति को कहते हैं जब पाँच साल से कम उम्र के बच्चे अपनी आयु के हिसाब से कम ऊँचाई के होते हैं। यह केवल कद से जुड़ा नहीं है, बल्कि कुल विकास और स्वास्थ्य का संकेत है।
2025 में भारत में स्टंटिंग दर 37% है, जबकि 2016 में यह 38.4% थी। यह बताता है कि राष्ट्रीय योजनाओं के बावजूद प्रगति बहुत धीमी रही है।
स्थैतिक जीके तथ्य: वैश्विक स्तर पर दक्षिण एशिया और सहारा के दक्षिणी अफ्रीका में स्टंटिंग की सबसे अधिक दर पाई जाती है।
विकास पर असर
स्टंटिंग से पीड़ित बच्चों की सीखने की क्षमता कमज़ोर, वयस्क होने पर उत्पादकता घट जाती है, और गरीबी का खतरा बढ़ जाता है।
करीब आधे स्टंटेड बच्चे जन्म से ही छोटे होते हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि इसका संबंध गर्भावस्था और प्रसव पूर्व देखभाल से है।
मातृ स्वास्थ्य और शिक्षा की भूमिका
- गर्भावस्था से पहले और दौरान माँ का स्वास्थ्य स्टंटिंग रोकने में सबसे अहम है।
- एनीमिया, कम उम्र में गर्भधारण, और किशोरावस्था में मातृत्व बच्चों में जोखिम बढ़ा देता है।
भारत में 15–19 वर्ष की 7% महिलाएँ पहले ही मातृत्व की ओर बढ़ चुकी हैं। - माँ की शिक्षा भी निर्णायक भूमिका निभाती है – शिक्षित माँ के बच्चों में स्टंटिंग का खतरा कम होता है।
स्थैतिक जीके टिप: PCPNDT अधिनियम 1994 प्रसव पूर्व देखभाल को नियंत्रित करने और लिंग-आधारित भेदभाव रोकने के लिए लाया गया था।
भोजन और शिशु पोषण
- केवल 11% बच्चे (2 साल से कम) को सही विविधता और आवृत्ति वाला आहार मिलता है।
- 64% शिशुओं (6 माह से कम) को ही पूरी तरह स्तनपान कराया जाता है।
- बढ़ते सीज़ेरियन प्रसव (2021 में 22% से अधिक) स्तनपान की शुरुआत में देरी करते हैं, जिससे पोषण का लाभ घटता है।
स्वच्छता और संक्रमण का प्रभाव
- लगभग 19% भारतीय परिवार अब भी खुले में शौच करते हैं।
- इससे बच्चों को बार–बार संक्रमण होता है और पोषक तत्वों का अवशोषण कमज़ोर पड़ जाता है।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत ने स्वच्छ भारत मिशन 2014 शुरू किया था ताकि खुले में शौच की समस्या घटे।
सामाजिक और आर्थिक असमानताएँ
- स्टंटिंग दर अधिकतर गरीब और आदिवासी क्षेत्रों में अधिक है।
- वहाँ प्रोटीन और सूक्ष्म पोषक तत्वों वाले आहार की कमी है और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच सीमित है।
- पोषण अभियान (2018) और आंगनवाड़ी भोजन योजनाओं में अंडे शामिल करने जैसे कदम उपयोगी रहे, लेकिन कार्यान्वयन की कमी और असमान कवरेज बड़ी चुनौती है।
आगे की राह
स्टंटिंग कम करने के लिए आवश्यक है –
- मातृ देखभाल को मजबूत करना
- आहार में विविधता लाना
- स्वच्छता और साफ पानी उपलब्ध कराना
- गरीबी और असमानता घटाना
महिलाओं को शिक्षा और पोषण योजनाओं से सशक्त बनाना ही इस समस्या का स्थायी समाधान है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
स्टंटिंग दर 2025 | 37% (5 वर्ष से कम बच्चों में) |
स्टंटिंग दर 2016 | 38.4% |
POSHAN अभियान शुरू | 2018 |
वार्षिक लक्ष्य | हर साल 2% अंक की कमी |
विशुद्ध स्तनपान दर | 64% (6 माह से कम) |
सीज़ेरियन प्रसव | 22% (2021) |
खुले में शौच | 19% परिवार |
किशोर गर्भधारण | 15–19 वर्ष की 7% महिलाएँ |
न्यूनतम स्वीकार्य आहार | केवल 11% बच्चों (2 साल से कम) को |
प्रमुख योजना | POSHAN अभियान, आंगनवाड़ी पोषण योजना |