सुंदरबन टाइगर रिज़र्व का विस्तार
राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) ने पश्चिम बंगाल सरकार के प्रस्ताव को मंज़ूरी देकर सुंदरबन टाइगर रिज़र्व (STR) को आकार के लिहाज से भारत का दूसरा सबसे बड़ा रिज़र्व बना दिया है। यह अब केवल आंध्र प्रदेश का नागार्जुनसागर–श्रीशैलम रिज़र्व से छोटा है।
भारत में वर्तमान में 58 टाइगर रिज़र्व हैं, जो प्रोजेक्ट टाइगर नेटवर्क का हिस्सा हैं और बंगाल टाइगर संरक्षण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
स्थैतिक जीके तथ्य: प्रोजेक्ट टाइगर 1973 में शुरू हुआ था और यह विश्व के सबसे बड़े संरक्षण अभियानों में से एक है।
कानूनी ढाँचा और प्रक्रिया
टाइगर रिज़र्व का गठन वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 38V के तहत होता है।
- राज्य सरकार प्रस्ताव लाती है।
- NTCA (राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण) समीक्षा करता है।
- राज्य अधिसूचना जारी करता है।
सीमाओं में बदलाव के लिए धारा 38W के अनुसार NTCA और NBWL दोनों की मंज़ूरी आवश्यक है।
स्थैतिक जीके तथ्य: NTCA की स्थापना 2005 में की गई थी ताकि बाघ संरक्षण को कानूनी मज़बूती मिले।
सुंदरबन टाइगर रिज़र्व की विशेषताएँ
सुंदरबन, पश्चिम बंगाल के दक्षिणी ज़िलों में स्थित, दुनिया का एकमात्र मैंग्रोव वन है जो बड़ी बाघ आबादी को सहारा देता है।
- दक्षिण में बंगाल की खाड़ी,
- पूर्व में बांग्लादेश (हरीनभंगा, रायमंगल और कालिंदी नदियों से सीमांकित),
- पश्चिम में मतला नदी,
- उत्तर–पश्चिम में बिद्या और गोमड़ी नदियाँ इसकी सीमा तय करती हैं।
इसका कोर नेशनल पार्क यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और पूरा रिज़र्व सुंदरबन बायोस्फीयर रिज़र्व का हिस्सा है।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारतीय सुंदरबन लगभग 4,200 वर्ग किमी में फैला है, जबकि पूरा पारिस्थितिकी तंत्र भारत और बांग्लादेश मिलाकर और भी बड़ा है।
विस्तार का महत्व
विस्तार के साथ STR, भारत की टाइगर कंज़र्वेशन रणनीति में और अहम हो गया है।
- भारत के पास दुनिया की 75% से अधिक बाघ आबादी है।
- सुंदरबन प्रजाति संरक्षण और पारिस्थितिक स्थिरता दोनों में अहम भूमिका निभाता है।
मैंग्रोव वनों से चक्रवातों से सुरक्षा, कटाव से रक्षा और खारे पानी के मगरमच्छ, फिशिंग कैट और प्रवासी पक्षियों जैसे जीवों को आवास मिलता है।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत की 2022 टाइगर जनगणना में कुल 3,167 बाघ दर्ज किए गए, जो दुनिया में सबसे अधिक हैं।
विकास और संरक्षण का संतुलन
जहाँ STR का विस्तार पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान दिखाता है, वहीं अन्य राज्य तकनीकी नवाचार की ओर बढ़ रहे हैं।
उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र ने हाल ही में TuTr Hyperloop Pvt Ltd (IIT मद्रास स्टार्टअप) के साथ भारत की पहली हाइपरलूप परियोजना शुरू करने के लिए समझौता किया।
दोनों कदम यह दर्शाते हैं कि भारत इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और पारिस्थितिक जिम्मेदारी का संतुलन साधने की दिशा में काम कर रहा है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| भारत में टाइगर रिज़र्व की संख्या | 58 |
| सबसे बड़ा टाइगर रिज़र्व | नागार्जुनसागर–श्रीशैलम (आंध्र प्रदेश) |
| दूसरा सबसे बड़ा टाइगर रिज़र्व | सुंदरबन टाइगर रिज़र्व (पश्चिम बंगाल) |
| संबंधित कानून | वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 |
| प्राधिकरण | राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) |
| विस्तार अनुमोदन संस्था | राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) |
| प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत | 1973 |
| यूनेस्को दर्जा | विश्व धरोहर स्थल (1987) |
| भारत में बाघ आबादी (2022) | 3,167 |
| STR की विशेषता | दुनिया का एकमात्र मैंग्रोव टाइगर आवास |





