उच्च न्यायालय का हस्तक्षेप
मदुरै पीठ मद्रास उच्च न्यायालय ने तमिलनाडु सरकार को आदेश दिया है कि अवैध होर्डिंग्स, आर्चेस, बैनर और फ्लेक्स–बोर्ड्स को कड़ाई से हटाया जाए। यह निर्देश नागरिकों की सुरक्षा और स्वतंत्र आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए दिया गया है।
अधिकारियों की जवाबदेही
अदालत ने स्पष्ट किया कि यदि ये संरचनाएँ बनी रहती हैं तो पुलिस अधिकारी, राजस्व विभाग और स्थानीय निकाय जिम्मेदार होंगे। अनुपालन न करने को कर्तव्य की उपेक्षा और लापरवाही माना जाएगा।
जन सुरक्षा की चिंता
अवैध होर्डिंग्स अक्सर पैदल मार्ग अवरुद्ध करते हैं और चालकों की दृष्टि बाधित करते हैं, जिससे दुर्घटनाएँ और मौतें होती हैं। अदालत ने कहा कि यह प्रथा लोगों के सुरक्षित आवागमन के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है।
तमिलनाडु की पूर्व घटनाएँ
राज्य में पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। 2019 चेन्नई घटना में एक युवती की मौत गिरते हुए होर्डिंग से हुई थी। ऐसे मामलों ने अदालत को कठोर रुख अपनाने के लिए मजबूर किया।
स्टैटिक जीके तथ्य: मद्रास उच्च न्यायालय 1862 में स्थापित हुआ था और यह बॉम्बे और कलकत्ता उच्च न्यायालय के साथ भारत के तीन सबसे पुराने उच्च न्यायालयों में है।
कानूनी प्रावधान
यह आदेश मौजूदा नगरपालिका और पुलिस नियमों का हवाला देता है, जिनके अनुसार बिना अनुमति होर्डिंग्स अवैध हैं। ये न केवल सुरक्षा के लिए खतरा हैं बल्कि शहरी प्रशासनिक कानूनों का उल्लंघन भी करते हैं।
स्टैटिक जीके टिप: तमिलनाडु ओपन प्लेसेस (प्रिवेंशन ऑफ डिसफिगरमेंट) एक्ट, 1959 सार्वजनिक स्थानों पर बिना अनुमति पोस्टर और बैनर लगाने पर रोक लगाता है।
प्रशासनिक जिम्मेदारी
तमिलनाडु के मुख्य सचिव को जिलों में हटाने की मुहिम की निगरानी करने और अधिकारियों से अनुपालन रिपोर्ट लेने का निर्देश दिया गया है। इससे शासन में जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
व्यापक महत्व
यह आदेश दर्शाता है कि जनहित, राजनीतिक और व्यावसायिक प्रचार से ऊपर है। राज्य मशीनरी की जिम्मेदारी है कि वह नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करे, न कि निजी हितों की।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| अदालत की पीठ | मदुरै पीठ, मद्रास उच्च न्यायालय |
| संबंधित राज्य | तमिलनाडु |
| प्रतिबंधित संरचनाएँ | होर्डिंग्स, आर्चेस, बैनर, फ्लेक्स-बोर्ड्स |
| प्रमुख विभाग | पुलिस, राजस्व विभाग, स्थानीय निकाय |
| मुख्य मुद्दा | जन सुरक्षा और आवागमन में बाधा |
| अदालत की चेतावनी | अनुपालन न करने पर कर्तव्य की उपेक्षा |
| पूर्व घटना | 2019 चेन्नई होर्डिंग हादसा |
| सबसे पुराना उच्च न्यायालय तथ्य | मद्रास उच्च न्यायालय, 1862 |
| कानूनी संदर्भ | तमिलनाडु ओपन प्लेसेस (प्रिवेंशन ऑफ डिसफिगरमेंट) एक्ट, 1959 |
| जिम्मेदारी | मुख्य सचिव द्वारा हटाने की निगरानी |





