आयोजन का अवलोकन
चौथा तमिलनाडु अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव 14 से 17 अगस्त 2025 तक महाबलीपुरम के ईस्ट कोस्ट रोड पर आयोजित होगा। इस अवसर पर पेशेवर पतंग उड़ाने वाले, सांस्कृतिक कार्यक्रम और पारंपरिक व्यंजन स्टॉल आगंतुकों को आकर्षित करेंगे।
स्थल का महत्व
महाबलीपुरम, जिसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है, अपने प्राचीन मंदिरों और समुद्री आकर्षण के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ इस उत्सव का आयोजन पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय परंपराओं का उत्सव मनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
स्थैतिक जीके तथ्य: महाबलीपुरम (ममल्लापुरम) 7वीं शताब्दी में पल्लव वंश का प्रमुख बंदरगाह नगर था।
भागीदारी और अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति
इस महोत्सव में कई देशों के प्रतिभागी अनोखे पतंग डिज़ाइन और उड़ान तकनीकें प्रदर्शित करेंगे। यह आयोजन सांस्कृतिक आदान–प्रदान को मजबूत करेगा और राष्ट्रों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को प्रोत्साहित करेगा।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत में अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव गुजरात में अहमदाबाद में प्रतिवर्ष आयोजित होता है।
सांस्कृतिक और आर्थिक प्रभाव
यह महोत्सव हजारों पर्यटकों को आकर्षित करेगा जिससे स्थानीय व्यवसायों, कारीगरों और आतिथ्य क्षेत्र को लाभ होगा। लाइव प्रदर्शन, हस्तशिल्प प्रदर्शनी और क्षेत्रीय व्यंजन आगंतुकों के अनुभव को और समृद्ध बनाएँगे।
स्थैतिक जीके तथ्य: पर्यटन तमिलनाडु के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) में लगभग 6% योगदान देता है।
सततता पर ध्यान
आयोजकों ने इस वर्ष पर्यावरण–अनुकूल पतंग सामग्री और प्लास्टिक उपयोग को कम करने की योजना बनाई है। यह राज्य की सतत पर्यटन पहल के अनुरूप है।
स्थैतिक जीके तथ्य: तमिलनाडु कई वर्षों से घरेलू पर्यटकों द्वारा भारत का सबसे अधिक देखा गया राज्य रहा है।
पहुंच और कनेक्टिविटी
महाबलीपुरम तक पहुँचना आसान है क्योंकि यह ईस्ट कोस्ट रोड (ECR) से सीधे जुड़ा है, जो चेन्नई को दक्षिणी तटीय नगरों से जोड़ता है। महोत्सव के लिए सार्वजनिक परिवहन और शटल सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी।
स्थैतिक जीके तथ्य: ईस्ट कोस्ट रोड लगभग 690 किमी लंबा दर्शनीय राजमार्ग है, जो बंगाल की खाड़ी के तट के साथ फैला है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| आयोजन का नाम | चौथा तमिलनाडु अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव |
| तिथियाँ | 14–17 अगस्त 2025 |
| स्थल | ईस्ट कोस्ट रोड, महाबलीपुरम |
| प्रमुख आकर्षण | अंतर्राष्ट्रीय पतंग उड़ान प्रतियोगिता |
| सांस्कृतिक गतिविधियाँ | लोक प्रदर्शन, हस्तशिल्प, क्षेत्रीय व्यंजन |
| आयोजक फोकस | पर्यावरण-अनुकूल पतंगें और कम प्लास्टिक उपयोग |
| पहुँच | चेन्नई से ईस्ट कोस्ट रोड द्वारा जुड़ा |
| पर्यटन प्रभाव | स्थानीय अर्थव्यवस्था और सतत पर्यटन को बढ़ावा |
| धरोहर महत्व | यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल |
| अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी | देश अनोखे पतंग डिज़ाइन प्रदर्शित करेंगे |





