ऐतिहासिक उपलब्धि
15 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के लाल किले से अपना लगातार 12वां स्वतंत्रता दिवस भाषण दिया। इस तरह उन्होंने इंदिरा गांधी का 11 भाषणों का रिकॉर्ड तोड़ दिया और अब वे केवल जवाहरलाल नेहरू से पीछे हैं, जिन्होंने 1947 से 1963 तक लगातार 17 भाषण दिए थे।
लाल किले के भाषण का महत्व
लाल किले से दिया जाने वाला वार्षिक भाषण भारत की सबसे प्रतीकात्मक राष्ट्रीय परंपराओं में से एक है। इसके माध्यम से प्रधानमंत्री देश की प्रगति पर विचार रखते हैं, नीतिगत प्राथमिकताएँ बताते हैं और सीधे जनता से संवाद करते हैं। मोदी का यह सिलसिला 2014 से शुरू हुआ और लगातार तीन लोकसभा कार्यकाल तक जारी है।
स्थैतिक जीके तथ्य: लाल किले से भाषण देने वाले पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे, जिन्होंने 15 अगस्त 1947 को संबोधन किया था।
प्रधानमंत्रियों के रिकॉर्ड की तुलना
- जवाहरलाल नेहरू: 17 लगातार भाषण (1947–1963)
- इंदिरा गांधी: 11 लगातार भाषण (1966–1976) + 5 दूसरे कार्यकाल में
- नरेंद्र मोदी: 12 लगातार भाषण (2014–2025)
- मनमोहन सिंह: 10 लगातार भाषण (2004–2013)
- अन्य प्रधानमंत्री जैसे लाल बहादुर शास्त्री, अटल बिहारी वाजपेयी, राजीव गांधी ने कम भाषण दिए।
स्थैतिक जीके तथ्य: अटल बिहारी वाजपेयी अपने काव्यात्मक अंदाज़ और हिंदी दोहों के लिए मशहूर थे।
मोदी के भाषणों की खासियत
मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण लंबे, विषय-केंद्रित और बड़े नीतिगत घोषणाओं के लिए जाने जाते हैं। उनका 2024 का भाषण 98 मिनट का था, जो इतिहास का सबसे लंबा भाषण है। प्रमुख विषय रहे:
- डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया जैसी विकास योजनाएँ
- भारत की संस्कृति और धरोहर पर गर्व
- समान नागरिक संहिता और एक साथ चुनाव जैसे प्रस्ताव
रिकॉर्ड का महत्व
यह उपलब्धि निरंतर नेतृत्व, जनसमर्थन और राष्ट्रीय मंचों के प्रभावी उपयोग को दर्शाती है। लोकतांत्रिक ढाँचे में लगातार 12 वर्षों तक भाषण देना राजनीतिक स्थिरता और चुनावी जनादेश का प्रतीक है।
स्थैतिक जीके टिप: स्वतंत्रता दिवस पर 21 तोपों की सलामी दी जाती है, यह परंपरा 1947 से चली आ रही है।
व्यापक प्रभाव
लाल किले से दिया गया भाषण अक्सर देश की भावनाओं और सरकार की प्राथमिकताओं को दर्शाता है। मोदी की लगातार उपस्थिति ने उनकी राजनीतिक छवि को मजबूत किया और हर वर्ष सीधे नागरिकों तक संदेश पहुँचाने का अवसर दिया।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
माइलस्टोन की तारीख | 15 अगस्त 2025 |
मोदी के लगातार भाषण | 12 |
पिछली रिकॉर्डधारी | इंदिरा गांधी (11 भाषण) |
सबसे लंबा सिलसिला | जवाहरलाल नेहरू (17 भाषण) |
पहला भाषण (लाल किला) | जवाहरलाल नेहरू, 1947 |
सबसे लंबा भाषण | 98 मिनट (2024) नरेंद्र मोदी |
प्रमुख घोषणाएँ | डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, समान नागरिक संहिता |
मोदी के लोकसभा कार्यकाल | 3 |
आयोजन का प्रतीक | राष्ट्रीय एकता और नीतिगत दिशा |
स्थैतिक तथ्य | स्वतंत्रता दिवस पर 21 तोपों की सलामी परंपरा |