मंत्रिमंडल की स्वीकृति
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मल्टीडिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च इम्प्रूवमेंट इन टेक्निकल एजुकेशन (MERITE) कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है। यह ₹4,200 करोड़ की केंद्रीय क्षेत्र योजना है, जिसे 2025-26 से 2029-30 के बीच लागू किया जाएगा। इसमें 175 इंजीनियरिंग कॉलेज और 100 पॉलिटेक्निक संस्थान सहित कुल 275 तकनीकी संस्थान शामिल होंगे।
स्थैतिक GK तथ्य: केंद्रीय क्षेत्र की योजनाएं पूरी तरह केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित होती हैं, जबकि केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं में केंद्र और राज्य दोनों का योगदान होता है।
वित्तीय ढांचा और क्रियान्वयन
कुल बजट का आधा हिस्सा यानी ₹2,100 करोड़ वर्ल्ड बैंक से ऋण के रूप में आएगा, और शेष राशि केंद्र सरकार प्रदान करेगी। यह योजना देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सरकारी तकनीकी संस्थानों को लाभान्वित करेगी। इसमें IITs, IIMs, AICTE और NBA जैसे संस्थानों को रणनीतिक भागीदार बनाया जाएगा।
स्थैतिक GK तथ्य: वर्ल्ड बैंक की स्थापना 1944 में हुई थी, जो दुनिया भर में विकास परियोजनाओं को वित्तीय सहायता और नीति मार्गदर्शन प्रदान करता है।
शोध और नवाचार को बढ़ावा
एमईआरआईटीई के तहत संस्थानों में इनोवेशन लैब, इनक्यूबेशन सेंटर और रिसर्च हब स्थापित किए जाएंगे। उद्योग–शैक्षणिक साझेदारी को मजबूत किया जाएगा, ताकि शोध का सीधा संबंध बाजार की जरूरतों से हो।
रोजगार कौशल निर्माण
पाठ्यक्रम को उद्योग-उन्मुख बनाया जाएगा, छात्रों के लिए स्किल लैब, इंटर्नशिप और मेकर स्पेस उपलब्ध होंगे। भाषा और संचार कौशल के विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे, ताकि स्नातक नौकरी बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी बन सकें।
स्थैतिक GK तथ्य: मेकर स्पेस ऐसे साझा नवाचार स्थल होते हैं, जहां लोग मिलकर डिजाइन, प्रोटोटाइप और नवाचार करते हैं।
शासन और गुणवत्ता में सुधार
इस योजना के तहत गुणवत्ता और प्रत्यायन ढांचे लागू किए जाएंगे, शैक्षणिक प्रशासकों का प्रशिक्षण होगा, और महिला संकाय की क्षमता वृद्धि पर जोर दिया जाएगा। अंतर्विषयक पाठ्यक्रम से इंजीनियरिंग, प्रबंधन और अन्य क्षेत्रों में समेकित शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
प्रभाव और लाभ
शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस योजना से 7.5 लाख से अधिक छात्र लाभान्वित होंगे। यह योजना प्रत्यायन स्तर बढ़ाने, पाठ्यक्रम का आधुनिकीकरण, शोध उत्पादकता में वृद्धि और डिजिटल शिक्षा प्रणाली की ओर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सुगम परिवर्तन को सुनिश्चित करेगी।
स्थैतिक GK टिप: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 बहु-विषयक, कौशल-आधारित और लचीली उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करती है।
नेताओं के विचार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “शोध, नवाचार और कौशल विकास को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम” बताया। धर्मेंद्र प्रधान ने इसे शिक्षा क्षेत्र के लिए परिवर्तनकारी नीति कहा, जबकि अश्विनी वैष्णव ने इसके NEP 2020 के लक्ष्यों से सीधा मेल होने पर जोर दिया।
मौजूदा कमियों का समाधान
वर्ल्ड बैंक की 2023 मूल्यांकन रिपोर्ट में भारतीय इंजीनियरिंग संस्थानों में सीमित शोध उत्पादन और कमजोर नवाचार संबंधों की पहचान की गई थी। एमईआरआईटीई इन कमियों को उन्नत अवसंरचना, संकाय विकास और मजबूत उद्योग-संबंध के जरिए दूर करेगा।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
योजना का नाम | मल्टीडिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च इम्प्रूवमेंट इन टेक्निकल एजुकेशन (MERITE) |
योजना का प्रकार | केंद्रीय क्षेत्र योजना |
कुल बजट | ₹4,200 करोड़ |
वर्ल्ड बैंक का हिस्सा | ₹2,100 करोड़ (ऋण) |
अवधि | 2025–2030 |
शामिल संस्थान | 175 इंजीनियरिंग कॉलेज, 100 पॉलिटेक्निक संस्थान |
रणनीतिक भागीदार | IITs, IIMs, AICTE, NBA |
लाभार्थी छात्र | 7.5 लाख से अधिक |
मुख्य लक्ष्य | शोध सुदृढ़ करना, रोजगार योग्यता बढ़ाना, शासन सुधारना, बहु-विषयक शिक्षा को बढ़ावा देना |
नीति संदर्भ | राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 |