एसएचआरेष्ट इंडेक्स का शुभारंभ
12 अगस्त 2025 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्टेट हेल्थ रेग्युलेटरी एक्सीलेंस इंडेक्स (SHRESTH) शुरू किया, जिसका उद्देश्य भारत में दवा नियामक प्रणाली को मजबूत बनाना है। यह देश का पहला ऐसा ढांचा है जो डेटा-आधारित और पारदर्शी मूल्यांकन के जरिए राज्यों को रैंक करता है, ताकि नागरिकों तक सुरक्षित और प्रभावी दवाएं पहुंच सकें।
स्थैतिक GK तथ्य: भारत दवा उत्पादन में मात्रा के आधार पर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।
मानक ढांचे की आवश्यकता
भारत को “फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड” कहा जाता है, जो दुनिया भर में सस्ती दवाएं आपूर्ति करता है। लेकिन राज्यों की नियामक क्षमता में काफी भिन्नता रही है। चूंकि निर्माण लाइसेंस, गुणवत्ता जांच और वितरण का प्रबंधन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के पास है, इसलिए एक राष्ट्रीय बेंचमार्किंग प्रणाली की आवश्यकता थी।
स्थैतिक GK तथ्य: भारत ने 2020 में वैक्सीन नियमन में WHO ML3 दर्जा हासिल किया, जो नियामक परिपक्वता की वैश्विक मान्यता है।
एसएचआरेष्ट की संरचना और उद्देश्य
एसएचआरेष्ट एक वर्चुअल गैप असेसमेंट टूल है, जो राज्यों को अपने प्रदर्शन को मापने और सुधारने में मदद करता है। यह मूल्यांकन करता है:
- मानव संसाधन और प्रशिक्षण
- अवसंरचना की पर्याप्तता
- लाइसेंसिंग दक्षता
- निगरानी प्रणाली
- सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिमों पर प्रतिक्रिया क्षमता
मूल्यांकन की श्रेणियाँ
एसएचआरेष्ट का संचालन केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) करता है। राज्यों को दो श्रेणियों में बांटा गया है:
- निर्माण राज्य – 5 विषयों के तहत 27 सूचकांकों पर मूल्यांकन।
- वितरण-केंद्रित राज्य/केंद्र शासित प्रदेश – समान मानकों के तहत 23 सूचकांकों पर मूल्यांकन।
स्थैतिक GK टिप: CDSCO, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत कार्य करता है और यह भारत का राष्ट्रीय दवा व प्रसाधन सामग्री नियामक प्राधिकरण है।
डेटा प्रस्तुतिकरण और रैंकिंग
राज्यों को हर महीने की 25 तारीख तक डेटा भेजना होगा। रैंकिंग अगले महीने की 1 तारीख को तैयार होकर सार्वजनिक की जाएगी। इस पारदर्शी रैंकिंग का उद्देश्य प्रतिस्पर्धा और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है।
जन स्वास्थ्य महत्व
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुन्या सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि दवा की गुणवत्ता सार्वजनिक स्वास्थ्य की पहली रक्षा पंक्ति है। यह सूचकांक दवाओं और प्रसाधन सामग्री अधिनियम के समान अनुपालन को सुनिश्चित करेगा, जन विश्वास बढ़ाएगा और भारतीय मानकों को वैश्विक अपेक्षाओं के अनुरूप बनाएगा।
संबद्ध पहलें
एसएचआरेष्ट के साथ-साथ मंत्रालय:
- नॉट ऑफ स्टैंडर्ड क्वालिटी (NSQ) डैशबोर्ड को सभी राज्यों में विस्तारित कर रहा है।
- नियामक प्रणालियों पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित कर रहा है।
- राज्यों के अधिकारियों के लिए संयुक्त ऑडिट और प्रशिक्षण कर रहा है।
- वैश्विक मानकों के अनुरूप क्षमता निर्माण कार्यशालाएं आयोजित कर रहा है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
एसएचआरेष्ट लॉन्च तिथि | 12 अगस्त 2025 |
मंत्रालय | केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय |
एसएचआरेष्ट का पूर्ण रूप | State Health Regulatory Excellence Index |
क्रियान्वयन प्राधिकरण | केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) |
निर्माण राज्यों के सूचकांक | 27 |
वितरण राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के सूचकांक | 23 |
मासिक डेटा जमा करने की अंतिम तिथि | हर महीने की 25 तारीख |
WHO नियामक स्थिति | WHO ML3 (वैक्सीन) |
प्रमुख संबद्ध पहल | नॉट ऑफ स्टैंडर्ड क्वालिटी (NSQ) डैशबोर्ड |
उद्देश्य | राज्य दवा नियमन का बेंचमार्क और सुदृढ़ीकरण |