भारतीय बैंकिंग में ऐतिहासिक मील का पत्थर
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (AU) भारत का पहला स्मॉल फाइनेंस बैंक बन गया है जिसे भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से यूनिवर्सल बैंक में परिवर्तन के लिए सैद्धांतिक (in-principle) अनुमोदन मिला है। यह बदलाव एक समावेशन–केंद्रित विशेषीकृत बैंक से एक व्यापक वित्तीय सेवा प्रदाता में परिवर्तन को दर्शाता है।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत में यूनिवर्सल बैंक की अवधारणा के तहत बैंक एक ही छत के नीचे वाणिज्यिक बैंकिंग, निवेश बैंकिंग और अन्य वित्तीय सेवाएं प्रदान कर सकता है।
यूनिवर्सल बैंक और SFB में अंतर
स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) मुख्य रूप से वंचित वर्गों को बुनियादी बैंकिंग और ऋण सुविधाएं प्रदान करने के लिए बनाए गए हैं, जबकि यूनिवर्सल बैंक बड़े कॉर्पोरेट लेंडिंग, वेल्थ मैनेजमेंट, विदेशी मुद्रा संचालन और अधिक डिजिटल सेवाओं में भी विस्तार कर सकते हैं।
इस परिवर्तन से AU को:
- बड़े निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से प्रतिस्पर्धा करने
 - ग्रामीण उधारकर्ताओं से लेकर बड़े कॉर्पोरेट ग्राहकों तक विस्तार करने
 - उन्नत बैंकिंग सेवाओं के लिए तकनीकी ढांचे को मजबूत करने का अवसर मिलेगा।
 
AU की विकास यात्रा
संजय अग्रवाल द्वारा स्थापित AU ने 1990 के दशक की शुरुआत में एक वाहन वित्त व्यवसाय के रूप में शुरुआत की। 2015 में इसे SFB का दर्जा मिला और 2017 में बैंकिंग संचालन शुरू हुआ। वर्षों में इसने वित्तीय समावेशन, जिम्मेदार ऋण और डिजिटल परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित किया।
स्थैतिक जीके तथ्य: RBI ने 2014 में नचिकेत मोर समिति की सिफारिशों पर SFBs को पेश किया।
लाइसेंसिंग प्रक्रिया
सितंबर 2024 में, AU ने RBI के ऑन टैप लाइसेंसिंग दिशानिर्देशों के तहत परिवर्तन के लिए आवेदन किया। ये दिशानिर्देश अगस्त 2016 में पेश किए गए थे और अप्रैल 2024 में अपडेट किए गए। इसके तहत मजबूत गवर्नेंस वाले पात्र SFBs यूनिवर्सल बैंक का दर्जा प्राप्त कर सकते हैं।
यह अनुमोदन AU के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, गवर्नेंस मानकों और नियामकीय अनुपालन को दर्शाता है।
AU के अगले कदम
अंतिम अनुमोदन से पहले AU को:
- पूंजी पर्याप्तता और जोखिम प्रबंधन को मजबूत करना
 - आईटी और साइबर सुरक्षा ढांचे को उन्नत करना
 - यूनिवर्सल बैंक अनुपालन मानदंडों के साथ संरेखित होना होगा।
 
बैंकिंग उद्योग पर प्रभाव
AU का यह कदम अन्य SFBs के लिए प्रेरणा है जो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। यह RBI की प्रदर्शन–आधारित बैंकों को अधिक परिचालन दायरा देने की इच्छा को दर्शाता है।
यह बदलाव ऐसे समय हो रहा है जब भारत का बैंकिंग क्षेत्र वित्तीय साक्षरता, डिजिटल अपनाने और ग्राहक–केंद्रित समाधानों की मांग के कारण तेजी से बढ़ रहा है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| तथ्य | विवरण | 
| यूनिवर्सल बैंक अनुमोदन पाने वाला पहला SFB | एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक | 
| संस्थापक | संजय अग्रवाल | 
| बैंकिंग संचालन शुरू होने का वर्ष | 2017 | 
| SFB लाइसेंस प्राप्त वर्ष | 2015 | 
| ऑन टैप लाइसेंसिंग दिशानिर्देश लॉन्च | अगस्त 2016 | 
| SFB रूपांतरण दिशानिर्देश अपडेट | अप्रैल 2024 | 
| SFB और यूनिवर्सल बैंक में मुख्य अंतर | सेवाओं और ग्राहक आधार का दायरा | 
| AU का मूल व्यवसाय | वाहन वित्त | 
| SFBs की सिफारिश करने वाली समिति | नचिकेत मोर समिति | 
| बैंक लाइसेंस का नियामक प्राधिकरण | भारतीय रिज़र्व बैंक | 
				
															




